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इसराइल, ईरान के ख़िलाफ़ क्या कार्रवाई करेगा?

इसराइल ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वो ईरान के खिलाफ क्या कार्रवाई करेगा.

इसराइल इस बात को लेकर वार्ता कर रहा है कि ईरान के खिलाफ क्या कदम उठाया जाए, लेकिन वो कदम क्या होगा यह अभी तय नहीं हुआ है.

इसराइल सरकार के प्रवक्ता एवी हाइमन ने इस बात की जानकारी दी.

एवी हाइमन ने कहा कि इसराइल ने ताजा हालात पर नज़र बना रखी है और वॉर कैबिनेट मीटिंग भी की जा रही है.

उन्होंने कहा, ”किसी भी संप्रभु लोकतंत्र की तरह हम कार्रवाई का सबसे बेहतर तरीका अपनाएंगे.”

”क्या कदम उठाया जाएगा यह अभी तय नहीं हुआ है. लेकिन मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं वो हम ही थे जो कि शनिवार रात को धमाकों से बचने की कोशिश कर रहे थे. हमारे बच्चों की जान दांव पर लगी हुई थी. हमारे सिर के ऊपर मिसाइल दागे गए.”

ईरान ने शनिवार देर रात इसराइल पर करीब 300 ड्रोन और मिसाइल दागे. इसराइल ने लगभग 99 फीसदी ड्रोन और मिसाइल मार गिराने का दावा किया.

ईरान ने इस हमले को एक अप्रैल को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्यिक दूतावास पर हुए जानलेवा हमले की जवाबी कार्रवाई बताया है.

इस हमले में कुल 13 लोगों की मौत हुई थी जिसमें रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेज़ा ज़ाहेदी की मौत हुई और उनके डिप्टी भी मारे गए.

इसराइल ने हालांकि ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.

ईरान ने कहा, पश्चिमी देशों को तो हमारी तारीफ़ करनी चाहिए

ईरान ने कहा है कि इसराइल के प्रति संयम रखने के लिए पश्चिमी देशों को ईरान की सराहना करनी चाहिए.

ईरान के अधिकारियों ने यह बात एक अप्रैल को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्यिक दूतावास पर हुए जानलेवा हमले के संदर्भ में कही. इसमें कुल 13 लोगों की मौत हुई थी जिसमें रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेज़ा ज़ाहेदी की मौत हुई और उनके डिप्टी भी मारे गए.

ईरान ने शनिवार देर रात इसराइल की ओर करीब 300 ड्रोन और मिसाइल दागे.

इसराइल ने हालांकि ईरान की ओर से दागे गए लगभग 99 फ़ीसदी ड्रोन और मिसाइल मार गिराने का दावा किया है.

ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने कहा, ”ईरान के ख़िलाफ़ आरोप लगाने की बजाए पश्चिमी देशों को खुद को ज़िम्मेदार ठहराना चाहिए. उन्होंने ग़ज़ा में इसराइल की ओर से छेड़े गए युद्ध और अपराधों पर क्या एक्शन लिया है इसका जवाब देना चाहिए.”

कनानी ने कहा, ”बीते महीनों में ईरान ने जो संयम दिखाया है उसकी पश्चिमी देशों को तारीफ करनी चाहिए.”

वहीं ईरान के करीब माने जाने वाले चीन और रूस ने दोनों ही देशों (ईरान और इसराइल) से संयम बरतने की अपील की है.

हालांकि रूस ने ईरान के हमले की आलोचना नहीं की है. वहीं चीन के विदेश मंत्रालय ने शांति बनाए रखने की अपील की है.

ईरान से तनाव के बीच इसराइल को भारत से क्या उम्मीद है?

भारत में इसराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा है कि वो उम्मीद करते हैं भारत पश्चिमी एशिया में ईरान की अस्थिरता पैदा करने की कोशिश को रोकने में मदद करेगा.

नाओर गिलोन ने भारत को इसराइल का दोस्त बताया.

नाओर गिलोन ने कहा, ”पश्चिम एशिया भारत के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि वहां लाखों भारतीय नागरिक काम कर रहे हैं. मुझे लगता है कि भारत ईरान को रोकने में अहम भूमिका निभाएगा. ईरान इस तरह का बर्ताव जारी नहीं रख सकता है.”

इसराइल और ईरान के बीच लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई है.

दमिश्क स्थित ईरानी वाणिज्य दूतावास पर एक अप्रैल को हमला हुआ था. इसमें ईरान के दो वरिष्ठ सैन्य कमांडरों की मौत हो गई थी. ईरान ने इस हमले के लिए इसराइल को जिम्मेदार ठहराया है.

इसराइल ने हालांकि इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.

ईरान ने शनिवार देर रात इसराइल पर 200 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन दागे. ईरान ने वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की जवाबी कार्रवाई बताया.

इसराइल ने हालांकि ईरान की ओर से दागे गए सभी ड्रोन और मिसाइल मार गिराने का दावा किया.

15 अप्रैल 2024अमेरिका ने इसराइल से कहा- ईरान पर जवाबी हमले में हम साथ नहीं देंगे

अमेरिका ने इसराइल को चेताया है कि अगर वह ईरान पर जवाबी कार्रवाई करेगा तो अमेरिका उसमें साथ नहीं देगा.

व्हाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारियों ने ये जानकारी दी है.

शनिवार देर शाम ईरान ने इसराइल पर 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें दाग़ी थीं.

ईरान का कहना है कि यह हमला 1 अप्रैल को सीरिया में ईरान के दूतावास पर इसराइल के हमले के जवाब में किया गया था.

ईरान की तरफ़ से दाग़े गए लगभग सभी हमलावर ड्रोन और मिसाइलों को इसराइल ने अपने सहयोगियों अमेरिका और ब्रिटेन के साथ मिलकर हवा में ही मार गिराया था.

अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक़ इस हमले के बाद इसराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि इसराइल को अपनी प्रतिक्रिया में संयम से काम लेना चाहिए.

अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक़, राष्ट्रपति जो बाइडन ने नेतन्याहू से कहा है कि उन्हें ‘बहुत ध्यानपूर्वक और रणनीतिक तरीक़े से सोचना चाहिए.’

ये इसराइल पर अभी तक ईरान का पहला सीधा हमला था.

अमेरिका ने इसराइल पर हुए हमले के दौरान ईरान की तरफ़ से दाग़े गए क़रीब 80 ड्रोन और कम से कम छह बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराने का दावा किया है.