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इराक़ का स्वयं सेवी बल हश्दुश्शाबी कौन सा संगठन है और क्यों अमेरिकी उसे भंग करने की चेष्टा में हैं?

पार्सटुडे की रिपोर्ट के अनुसार इराक़ के अस्यादह गठबंधन के एक सदस्य अहमद अद्दैलमी ने हश्दुश्शाबी के भंग करने के दुष्परिणामों के बारे में चेतावनी देते हुए कहा है कि अमेरिका इराक़ी स्वयं सेवी बल हश्दुश्शाबी को भंग करने की चेष्टा में है ताकि क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण ताक़त को ख़त्म कर दे वह भी क्षेत्र की संवेदनशील और सख़्त स्थिति में।

अहमद दैलमी ने कहा कि अमेरिकी हश्दुश्शाबी को भंग करने की चेष्टा में हैं क्योंकि यह संगठन उनके अतिग्रहण के मुक़ाबले में खड़ा व डटा है।

पार्सटुडे की रिपोर्ट के अनुसार दैलमी ने कहा कि अमेरिका सीरिया, लेबनान और फ़िलिस्तीन की भांति प्रतिरोधक शक्तियों को इराक़ में ख़त्म करना चाहता है।

दैलमी ने आगे कहा कि हश्दुश्शाबी के भंग व ख़त्म करने का अर्थ सुरक्षा को ख़त्म करना और एक सुरक्षा शून्य को उत्पन्न करना है और आतंकवादी आसानी से इराक़ में अपना काम कर सकें। उन्होंने कहा कि अमेरिकी संकट उत्पन्न करने के लिए इस टैक्टिक व नीति का प्रयोग करते हैं ताकि इराक़ में अपने षडयंत्रों को व्यवहारिक बना सकें।

इसी बीच इराक़ की “मजलिसे आलाये इस्लामी” के प्रमुख हमाम हमूदी ने शुक्रवार को आतंकवाद से मुक़ाबले के महानायक जनरल क़ासिम सुलैमानी की शहादत की पांचवी बरसी के अवसर पर कहा कि हश्दुश्शाबी इराक़ की प्रगति, स्थिरता और सुरक्षा का कारण व राज़ है। इस आधार पर क्या हमें अपनी सुरक्षा से पीछे हट जाना चाहिये और हम अपनी एक शक्ति को खो दें?

स्वयं सेवीबल हश्दुश्शाबी के प्रमुख फ़ालेह अलफ़य्याज़ ने भी कहा कि हश्दुश्शाबी राष्ट्र को एकजुट करने वाला है और वह देश के उच्चतम धार्मिक नेतृत्व व दिशा- निर्देशन में काम करता है।

इसी प्रकार उन्होंने कहा कि इराक़ का स्वयं सेवी बल एक आधारिकारिक संगठन है और वह सशस्त्र सेना के सर्वोच्च कमांडर के अधीन है और उसकी कार्यवाहियों का क्षेत्र भी इराक़ की सीमायें हैं।

मगर सवाल यह उठता है कि हश्दुश्शाबी किस प्रकार का संगठन है?

जेहादे केफ़ाई के लिए आयतुल्लाह सैय्यद अली सीस्तानी का फ़त्वा

आयतुल्लाह सैय्यद अली सीस्तानी वरिष्ठ शिया मरजये तक़लीद हैं और वह इराक़ के पवित्र नगर नजफ़े अशरफ़ में रहते हैं और 13 जून 2014 को उन्होंने दाइश के ख़तरे के बाद और एक स्वयं सेवी सेना गठित करने के बारे में इस बल के गठन का फ़त्वा दिया था।

आयतुल्लाह सीस्तान ने अपने फ़त्वे में आतंकवादी गुट दाइश से मुक़ाबले को वाजिबे किफ़ाई करार दिया था। उनके इस फ़त्वे ने इराक़ के स्वयं सेवी बल हश्दुश्शाबी के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।