नई दिल्ली: फीफा विश्व कप 2018 समाप्त हो चुका है। फ्रांस की टीम बादशाह बन चुकी है। पूरे फ्रांस में जीत के जश्न का दौर जारी है,राजधानी पेरिस के साथ-साथ देश के हर छोटे-बड़े शहर में लोग अब भी जश्न मना रहे हैं। जश्न के माहौल में सराबोर फ्रांस अपने पुराने जख्मों को भी भूल चुका है।
फ्रांस के नागरिक धर्म और बिरादरी से ऊपर उठ कर इस उपलब्धि को खास बनाने में जुटे है। फ्रांस ने पूरे टूर्नामेंट में जिस तरह का प्रदर्शन किया, वो उसे खिताब का हकदार तो बनाती ही है। साथ ही फ्रांस के नागरिकों ने पूरे टूर्नामेंट के दौरान और चैंपियन बनने के बाद जिस सलीके से जश्न मनाया वो दुनिया को बड़ा संदेश देती है।
फाइनल में मिली जीत के बाद मॉस्को के मैदान में सज़दा कर रहे पोग्बा और सिडबी की तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई। फाइनल में फ्रांस की जीत में बड़ी भूमिका निभाने वाले पोग्बा ने जीत के तुरंत बाद हज़ारों दर्शकों की मौजूदगी एवं करोड़ों फुटबॉल प्रेमियों के सामने मैदान के बीचों बीच अल्लाह के सामने सज़दा किया। इसके बाद पूरी टीम ने जमकर जश्न मनाया। यहां एक बात और बता दें फ्रांस की इस विश्व विजेता टीम में सात खिलाड़ी मुसलमान हैं।
चैंपियन बनाने में पोग्बा की भूमिका अहम
फ्रांस को विश्व विजेता बनाने में मिडफिल्डर पॉल पोग्बा की अहम भूमिका रही है। पोग्बा अपने देश के लिए अबतक 10 गोल कर चुके हैं। मूलत: गिन्नी के रहने वाले पोग्बा इसी साल रमजान के महीने में मक्का में उमरा गए थे। विश्व कप के फाइनल में उन्हीं के गोल की बदौलत फ्रांस ने 3-1 से बढ़त हासिल की थी। फ्रांस ने विश्व कप के 7 मैचों में महज छह गोल खाए। चार मैचों में तो विपक्षी टीम उनके खिलाफ एक भी गोल नहीं कर सकी। इसके पीछे का कारण पॉल पोग्बा के नेतृत्व वाली मजबूत मिडफील्ड थी।
पोग्बा के अलावा ये मुस्लिम है शामिल
पॉल पोग्बा के अलावा फ्रांस की टीम में आदिल रामी, डीजेब्रिल सिडीबे, बेंजामिन मेन्डी, एनगोलो कोंटे, नाबिल फेकीर और ओसमैन डेम्बेले भी शामिल है। इन लोगों के नाम पर इस विश्व कप में कोई खास उपलब्धि भले ही दर्ज न हुई हो, लेकिन एक विश्वविजेता टीम के सदस्य होकर इन्होंने अपना नाम इतिहास में लिखा दिया है। उम्मीद है कि इस जश्न के इस माहौल को बीतने के बाद भी फ्रांस में लोगों के बीच सौहार्द ऐसे ही बना रहेगा।