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इनका नाम मोहन भागवत है, ये RSS के सरसंघचालक हैं : यूरोप से अधेड़ उम्र की महिलाएं सेक्स के लिए Gambia आती हैं!

Kranti Kumar
@KraantiKumar
यूरोप से अधेड़ उम्र की महिलाएं सेक्स के लिए Gambia आती हैं. पश्चिम अफ्रीका में Gambie नदी किनारे बसा Gambia कभी Altantic Slave Trade का केंद्र था.

जहाजों में भर भर कर यहां के लोगों को Gambie नदी के रास्ते से समुद्र तट तक ले जाया जाता. अमेरिका में गुलाम मंडी में बेच दिया जाता.

बिना भुगतान के केवल दो वक्त के खाने के बदले श्वेत मालिकों के बागानों में कमर तोड़ मेहनत करनी पड़ती.

आज Gambia सेक्स टूरिज्म का गढ़ बन गया है. यूरोप से अधेड़ उम्र की महिलाएं हवाई जहाजों में भर भर कर आती हैं.

Gambia के युवाओं को कुछ दिनों की मस्ती के लिए भुगतान कर सेक्स का आनंद उठाती हैं.

इस काम को करने वाले युवाओं को Bumsters कहा जाता है. बिना किसी इन्वेस्टमेंट के Bumsters अच्छी खासी आय अर्जित कर लेते हैं.

सरकार इस धंदे को आंख बंद कर चलने दे रही कारण इससे Gambia को टूरिज्म के जरिए आय प्राप्ति हो रही है.

मनोवैज्ञानिक इस बात पर गहन अध्ययन कर रहे हैं Gambia में केवल अधेड़ उम्र की महिलाएं ही क्यों आ रही हैं ?

Kranti Kumar
@KraantiKumar
इनका नाम मोहन भागवत है. ये RSS के सरसंघचालक हैं. इन्हें आरक्षण से नफरत है इसकी जानकारी पूरे देश को है.

इन्हें महात्मा ज्योतिबा फुले से भी नफरत है इसकी जानकारी नही थी. दो दिन पहले पुणे के एक कार्यक्रम में इन्होंने कहा छत्रपति शिवाजी महाराज की समाधि को बालगंगाधर तिलक ने खोजा था.

जबकि सच यह है छत्रपति शिवाजी महाराज की समाधि महात्मा ज्योतिबा फुले ने खोजी थी. मोहन भागवत के मन में महात्मा ज्योतिबा फुले के प्रति कटुता क्यों है ?

RSS पर समीक्षा होनी चाहिए आखिर एक ही जाति से सरसंघचालक क्यों. RSS के सभी बड़े पद और प्रचारक सवर्ण जाति के लोगों को ही क्यों दिया जाता है ?

RSS आरक्षण और जाति जनगणना का विरोध क्यों करता है. OBC SC ST मामलों में, सामाजिक न्याय के मुद्दों पर RSS को बोलने का क्या अधिकार है.

आज भी ब्राह्मण वर्ण के भीतर की जातियों के बीच उच्च नीच कायम है. अमुक ब्राह्मण दूसरे ब्राह्मण को जाति और गोत्र के आधर पर नीच मानता है. इस भेदभाव को मिटाने के लिए RSS को काम करना चाहिए.

बहुजन समाज के चिंतकों को भी ब्राह्मण समाज के बीच फैले जातिवाद पर गहन चिंतन और सामाजिक कार्य करना चाहिए.

Kranti Kumar
@KraantiKumar
आरक्षण विरोधी सौरभ द्विवेदी ने इंटरव्यू में जान्हवी कपूर से पूछा Time Machine के द्वारा आप किस पीरियड में जाना पसंद करेंगी ?

जान्हवी कपूर ने कहा : Gandhi और Ambedkar के बीच की डिबेट देखना बहुत ही दिलचस्प होगा.

दोनों नेताओं ने समाज के बेहतरी के लिए काम किया. दोनों ने एक दूसरे को कैसे प्रभावित किया.

जान्हवी कपूर के इस जवाब के बाद सौरभ द्विवेदी ने कहा मैं आपकी बात बहुत खुश और हैरान हूँ की आप उस दौर को देखना चाहेंगी. क्यों कि ये मेरा रोचक विषय है.

आगे जान्हवी कपूर ने कहा जाति को को किसी तीसरे आदमी से समझना और उसे खुद जीना दोनों में बहुत अंतर है.

मित्रों सच कहूं तो जाह्नवी कपूर की बात से मैं भी बेहद खुश और हैरान हूँ बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में एक युवा एक्ट्रेस, राजनीति और इतिहास के विषय पर बहुत ही परिपक्व है.

काश जान्हवी कपूर जैसी परिपक्वता अन्य एक्ट्रेस के भीतर भी होती. कंगना रनौत परिपक्व नही है. कंगना को केवल आरक्षण के खिलाफ बोलना सिखाया गया है.