

Related Articles
यहाँ से निकलने के बाद भी कोई ना कोई ज़िन्दगी तो होगी
Voice of indian muslim ===================== एक माँ की बच्चेदानी में दो बच्चे थे, दोनों आपस में बातें करने लगे, एक ने दूसरे से पूछा, “क्या तुम इस थैलीनुमा संसार के पश्चात भी किसी और संसार पर विश्वास रखते हो ?” दूसरे ने कहा, “अवश्य , यहाँ से निकलने के बाद भी कोई ना कोई ज़िन्दगी […]
अब आ रहे हो? बच्चे की भी चिंता नहीं है तुम्हें…
DIl ki awaaz /दिल की आवाज · ================ रात के आठ बजनेवाले थे. श्रीयंत सड़क की भीड़ से उलझा हुआ कार ड्राइव करता हुआ ऑफिस से घर जा रहा था, पर दिमाग़ में विचारों का घमासान व दिल में भावनाओं की उठापटक जारी थी. ऑफिस में रिनी का फोन आया था कि कियान की तबीयत […]
#कांटों_की_उलझन_क्या_जानों, तुम फूल बने हो, क़िस्मत है!
मनस्वी अपर्णा ============ एक नज़्म आप सभी की पेश ए ख़िदमत है जिसका उनवान है.. #कांटों_की_उलझन_क्या_जानों तुम फूल बने हो, क़िस्मत है! कांटों की उलझन क्या जानो पनपे हो सुख के साए में ये दुःख के बंधन क्या जानो इस महके संवरे गुलशन में है ख़ास तुम्हारी इक क्यारी माली ने सींचा है तुमको अपनी […]