नई दिल्ली:जनवरी में आठ साल की बच्ची से रेप के बाद मर्डर केस में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। पीड़िता को कठुआ जिले के एक मंदिर के कमरे में नशे की दवाओं के सहारे बंदी बनाकर रख घटना को अंजाम देने की बात सामने आई थी। उसके बाद से आरोपियों को पकड़ने की मांग को लेकर काफी प्रदर्शन हो रहे हैं।
तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक लॉ स्टूडेंट को महज इस बात के लिए कॉलेज से सस्पेंड कर दिया गया, क्योंकि छात्रा ने ग्रुप डिस्कशन के दौरान कठुआ गैंगरेप एवं हत्या केस पर चर्चा की. वहीं कॉलेज का कहना है कि छात्रा को इसलिए सस्पेंड किया गया है, क्योंकि वह सांप्रदायिक मतभेद पैदा करने की कोशिश कर रही थी.
कोयंबटूर के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट का कहना है कि क्लास में ग्रुप डिस्कशन के दौरान कठुआ केस पर बोलने के चलते उसे सस्पेंड किया गया. कॉलेज का कहना है कि छात्रा को इसलिए सस्पेंड किया गया है, क्योंकि वह सांप्रदायिक मतभेद पैदा करने की कोशिश कर रही थी।
Tamil Nadu: A first year student of Govt Law College, Coimbatore says 'I was suspended after I spoke about Kathua rape incident during group discussion in class'. College Principal says 'She was suspended after she misbehaved with faculty & tried instigating other students'. pic.twitter.com/5KBHyd07dJ
— ANI (@ANI) April 13, 2018
कॉलेज के प्रिंसिपल गोपालकृष्णन का कहना है कि उन्हें आरोपी छात्रा की सहेलियों से शिकायत मिली कि आरोपी छात्रा उन्हें सरकार के खिलाफ बोलने के लिए उकसा रही थी और रेप की घटनाओं के खिलाफ उन्हें क्लास का बहिष्कार करने के लिए कह रही थी.
प्रिंसिपल की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि आरोपी छात्रा सांप्रदायिक मतभेद पैदा करने की कोशिश कर रही थी. कॉलेज का कहना है कि अन्य छात्राओं से मिली शिकायत की जांच के लिए नियुक्त किए गए असिस्टेंट प्रोफेसर आर अम्मू को भी उनका कार्य करने में आरोपी छात्रा ने बाधा पहुंचाने की कोशिश की. आरोपी छात्रा को प्रिंसिपल की अनुमति के बगैर कॉलेज में प्रवेश तक की इजाजत नहीं है.