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आर्टिफ़िशियल इंटेलीजेन्स मानवता के अस्तित्व के लिए परमाणु जंग जितनी ख़तरनाक हैं : संयुक्त रष्ट्र महासचिव

संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने कहा कि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों को आर्टिफ़िशियल इंटैलीजेन्स को लेकर गंभीर चिंता है और उनका मानना है कि एआई मानवता के अस्तित्व के लिए इतनी ख़तरनाक है कि उसका ख़तरा परमाणु जंग से कम नहीं है।

गुटेरस ने कहा कि हमें वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की इन चेतावनियों को गंभीरता से लेना होगा।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आर्टिफ़िशियल इंटैलीजेन्स की तरफ़ से जिस तरह का ख़तरा उभर रहा है उसे देखते हुए बिल्कुल स्पष्ट और समन्वित स्ट्रैटेजी अपनाने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि बेशक आर्टिफ़िशियल इंटैलीजेन्स के इस्तेमाल के क्षेत्र में बहुत सारी संभावनाएं मौजूद हैं लेकिन यह भी तय है कि इसके बड़े गंभीर ख़तरे भी हैं।

गुटेरस ने बताया कि आर्टिफ़िशियल इंटैलीजेन्स के क्षेत्र पर नज़र रखने के लिए एक अलग अंतर्राष्ट्रीय संस्था बनाने पर विचार किया जा रहा है जिस तरह परमाणु क्षेत्र के लिए आईएईए का गठन किया गया है।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि यह नई तकनीक बहुत तीव्र गति से आगे बढ़ रही है और साथ ही उसके ख़तरे भी इतनी ही तेज़ रफ़तार से बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस टेक्नालोजी को डेवलप करने वाले भी अब इसके ख़तरों की तरफ़ से सावधान कर रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने सोशल मीडिया पर नफ़रत की भावना बढ़ने का मसला भी उठाया उन्होंने कहा कि डिजिटल मैदान में नफ़रत और झूठ बहुत तेज़ी से बढ़ा है जिसका अंतर्राष्ट्रीय नुक़सान है। उन्होंने कहा कि यह प्लेटफ़ार्म अब ग़लत जानकरियां फैलाने के लिए इस्तेमाल हो रहे हैं।