समालखा (हरियाणा), 13 मार्च (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की निर्णय लेने की शीर्ष संस्था ने सोमवार को कहा कि विश्व में कुछ ताकतें ‘‘भारतीय’’ पुनरुत्थान को स्वीकार नहीं कर रहीं, वे देश के भीतर एवं बाहर ‘‘हिंदुत्व विचार’’ का विरोध कर रही हैं और समाज में आपसी अविश्वास एवं अराजकता पैदा करने के लिए ‘‘नए षड्यंत्र’’ रच रही हैं।.
आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (एबीपीएस) ने कहा कि इस प्रकार की ताकतों के मंसूबों को विफल करने की आवश्यकता है। एबीपीएस ने यहां अपनी बैठक में एक प्रस्ताव पारित करते हुए लोगों से विभाजनकारी ताकतों को लेकर सतर्क रहने का आग्रह किया।.
मेरे सूत्र ने वीडियो भेजा और बताया,छग में बिलासपुर के सुभाष चौक सरकंडा में नेताजी सुभाषचंद्र बोस की मूर्ति के मुँह में नशे में धुत्त हो कर सिगरेट फूंकने वाला ये युवक मुंगेली में आरएसएस कार्यकर्ता है और इसका बाप बिलासपुर में भाजपा के अधिवक्ता परिषद का संरक्षक है। pic.twitter.com/WwQ6ouhTwp
— Kunal Shukla (@kunal492001) March 10, 2023
भाजपा, फासिस्ट RSS की एक शाखा है जो सत्ता में हथियाने के लिए लोकतंत्र का इस्तेमाल करती है।
भारत में पार्टियों के बीच लोकतांत्रिक प्रतिस्पर्धा होती थी। आरएसएस ने संस्थाओं पर कब्जा करके इसे नष्ट कर दिया है।
~ श्री @Rahulgandhi जी pic.twitter.com/IiKpas5o7m
— Sandeep Singh 🇮🇳 (@KaunSandeep) March 7, 2023