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“एक पागल को पागल बनकर ही सम्भाला जा सकता है”….By-B B Singh
B B Singh =============== पागल को समझना उसके क्रोध को अग्नि के समान वृध्दि करना है पागल को पागल बन कर ही संभाला जा सकता है एक बार एक पढ़ा लिखा पागल, पागलखाने से डॉक्टर के कपड़े चुरा कर भाग निकला। अच्छे कपड़ों में उसका पागलपन दब गया था। चलते-चलते वह एक रेस्त्रां के सामने […]
निवस्त्र औरत, भीड़ खदेड़ रहीं हैं उसे चलचित्रों में,,,मगर झूठ हैं यह सब सरासर झूठ,,,
Dr. Kavita Arora ================ · इन दिनों न्यूज़ चैनलों पर शिद्दत से दिखाई जा रही है भीड़ से घिरी हुई चलती निवस्त्र औरत , भीड़ खदेड़ रहीं हैं उसे चलचित्रों में निरन्तर जारी है भीड़ का खदेड़ना , मगर झूठ हैं यह सब सरासर झूठ , मुझे तो कहीं नही दिख रहीं कोई निवस्त्र औरत […]
“रिश्ते अनमोल है”………#लघुकथा….By-संगीता अग्रवाल
Betiyan.in ========= ” रिश्ते अनमोल है ” ” नीति अब तुम आ गई हो अब इन शैतानो को तुम संभालो घर की जिम्मेदारी मेरी वैसे भी तुम पढ़ी लिखी हो बच्चो को अच्छे से पढ़ा लोगी और ये तुमसे घुलमिल भी तो कितना गये है !” पंद्रह दिन पहले ही दुल्हन बन इस घर मे […]