दुनिया

आतंकी इस्राईल ने मासूम बच्चे फ़ारूक़ अबू नाज़ा को मार डाला

ग़ाज़ा पट्टी में एक 6 वर्षीय बच्चा केवल इसलिए मौत की नींद सो गया क्योंकि उसकी बीमारी का इलाज इस्राईल ने नहीं होने दिया।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, फ़िलिस्तीन का 6 वर्षीय बच्चा फ़ारूक़ अबू नाजा अब इस दुनिया में नहीं रहा। फ़ारूक़ एक दुर्लभ आनुवंशिक बीमारी स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी से जूझ रहा था। उसे बेहतर से बेहतर इलाज की ज़रूरत थी और अच्छे इलाज के लिए उसका ग़ाज़ा पट्टी से बाहर जाना ज़रूरी था, लेकिन आतंकी इस्राईली सेना की घेराबंदी के कारण उसके मां बाप उसका इलाज कराने उसे बाहर नहीं ले जा सके और आख़िरकार रविवार को 6 साल के मासूम फ़िलिस्तीनी बच्चे फ़ारूक़ अबू नाजा की बिना इलाज के मौत हो गई।

ग़ाज़ा पट्टी के मानवाधिकार संगठन अलमीज़ान ने एक बयान जारी करके कहा कि फ़ारूक़ अबू नाजा को इलाज के लिए ग़ाज़ा से बाहर ले जाना बहुत ज़रूरी था, नाजा के पिता ने बहुत हाथ पैर मारे ताकि अपने बेटे को इलाज के लिए बाहर ले जा सकें, लेकिन आतंकी इस्राईली सैनिकों ने उन्हें ग़ाज़ा से बाहर जाने की इजाज़त नहीं दी। मानवाधिकार संगठन अलमीज़ान का कहना है कि इस बात में कोई संदेह नहीं है कि फ़ारूक़ अबू नाजा की मौत का ज़िम्मेदार केवल और केवल अवैध ज़ायोनी शासन है।