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तौहीद और शिर्क : सूरए साद आयतें 29-33 : पार्ट-52
सूरए साद आयतें 29-33 كِتَابٌ أَنْزَلْنَاهُ إِلَيْكَ مُبَارَكٌ لِيَدَّبَّرُوا آَيَاتِهِ وَلِيَتَذَكَّرَ أُولُو الْأَلْبَابِ (29) इस आयत का अनुवाद हैः यह बरकतों वाली किताब है जिसे हमने तुम्हारे पास भेजा है कि वे इसकी आयतों पर सोच-विचार करें और समझदार इससे पाठ लें। [38:29] पिछले कार्यक्रम में हमने बताया कि मख़लूक़ को पैदा करने की व्यवस्था […]
तसवूफ़ एक बदनाम लफ़्ज़ होकर रह गया है….तसवूफ़ क्या है? : Part-5
Razi Chishti =============== · (5) अल्लाह swt ने फ़रमाया, “मोमिनो! इस्लाम में पूरे पूरे दाख़िल हो जाओ, और शैतान की इत्तबा(नक़ल) न करो”(2:208). अल्लाह swt शैतान के नक़्शे क़दम पर चलने से मना फ़रमा रहा है इसलिए यह जानना ज़रूरी है कि शैतान का अमल क्या है? शैतान ने जब सजदा करने से इंकार […]
तौहीद और शिर्क : क्या ईश्वर के सिवा कोई और रचयिता है, जो तुम्हें आकाश और धरती से रोज़ी देता हो? : पार्ट-27
وَحِفْظًا مِنْ كُلِّ شَيْطَانٍ مَارِدٍ (7) لَا يَسَّمَّعُونَ إِلَى الْمَلَإِ الْأَعْلَى وَيُقْذَفُونَ مِنْ كُلِّ جَانِبٍ (8) دُحُورًا وَلَهُمْ عَذَابٌ وَاصِبٌ (9) إِلَّا مَنْ خَطِفَ الْخَطْفَةَ فَأَتْبَعَهُ شِهَابٌ ثَاقِبٌ (10) और (हमने उसे) हर उद्दंडी शैतान से सुरक्षित कर दिया। (37:7) ये (शैतान) ऊपरी दुनिया (के रहस्यों) की बातें नहीं सुन सकते और हर ओर से […]