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आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस से निष्कासित होने पर तंज़ कसते हुए लिखा-”राम और राष्ट्र पर समझौता नहीं किया जा सकता”

कांग्रेस से निकाले जाने के बाद प्रमोद कृष्णम की पहली प्रतिक्रिया

कांग्रेस पार्टी ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शनिवार को आधिकारिक पत्र जारी कर यह जानकारी दी।

Acharya Pramod
@AcharyaPramodk

राम और “राष्ट्र”
पर “समझौता” नहीं किया जा सकता. @RahulGandhi

पत्र में कहा गया है कि प्रमोद कृष्णम को अनुशासनहीनता की शिकायतों और पार्टी के खिलाफ बार-बार बयानबाजी को ध्यान में रखते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने के उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।

उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में प्रमोद कृष्णम कई मुद्दों पर कांग्रेस और अपने नेता की आलोचना के कारण सुर्खियों में आ गए थे। शनिवार को कांग्रेस से हुए निष्कासन के बाद रविवार को आचार्य प्रमोद की पहली प्रतिक्रिया आई। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को टैग करते हुए एक पोस्ट लिखा है।

Dr Kumar Vishvas
@DrKumarVishwas
“जाके प्रिय न राम-बदैही।
तजिये ताहि कोटि बैरी सम, जद्यपि परम सनेही॥
तज्यो पिता प्रहलाद, बिभीषन बंधु, भरत महतारी।
बलि गुरु तज्यो कंत ब्रज-बनितन्हि, भये मुद-मंगलकारी॥”

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने निष्कासित होने पर राहुल गांधी पर तंज कसते हुए लिखा कि राम और राष्ट्र पर समझौता नहीं किया जा सकता। गौरतलब है कि प्रमोद कृष्णम लगातार सार्वजनिक मंचों पर खुलकर विरोध करते रहे हैं।

राम मंदिर का निमंत्रण ठुकराने वाले कांग्रेस नेताओं पर जमकर करते रहे कटाक्ष
आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस के नेताओं पर लगातार निशाना साध रहे थे। वह उनके बयानों से खफा थे और इसलिए ही उन्होंने कांग्रेस के कई नेताओं को हिंदू विरोधी भी बताया था। अयोध्या में श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण पत्र ठुकराने वाले नेताओं पर भी भड़के थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता होने के बाद भी अपनी ही पार्टी का खुलकर विरोध शुरू किया तो कयास लगाए जाने लगे थे कि अब वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

भाजपा में शामिल होने से धर्माचार्य जीवन का भी पालन होगा और राजनीतिक सफर की नई शुरूआत होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों से आचार्य काफी प्रभावित हैं और उन्होंने कहा भी है कि वह प्रधानमंत्री के विचारों की खुलकर प्रशंसा करते हैं। 19 फरवरी को प्रधानमंत्री शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं।\

सूत्रों का कहना है कि शिलान्यास कार्यक्रम में ही भाजपा में शामिल होने की घोषणा हो सकती है। कांग्रेस पार्टी की कार्रवाई के बाद शामिल होने के लिए राह आसान हो गई है। अभी तक चर्चा थी कि शिलान्यास कार्यक्रम के बाद वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं लेकिन अब चर्चा शिलान्यास कार्यक्रम में ही घोषणा किए जाने की है।

कुमार विश्वास ने भी कांग्रेस पर कसा तंज
वहीं, आचार्य प्रमोद कृष्णम के पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए कुमार विश्वास ने भी कांग्रेस पर करारा प्रहार किया। उन्होंने पोस्ट में तुलसीदास की पंक्तियां लिखीं।

पीएम से मिलना और राम की बात करना पार्टी विरोध तो स्वीकार्य, अब नहीं सहेंगे

 

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पार्टी से निष्कासित होने के बाद कांग्रेस पदाधिकारियों पर बड़ा हमला बोला। कहा कि वह पार्टी नेतृत्व का कांग्रेस से मुक्ति देने का फरमान जारी करने पर आभार जताते हैं। केसी वेणुगोपाल और मल्लिकार्जुन खरगे यह बताएं कि ऐसी कौन सी गतिविधियां हैं जो पार्टी के विरोध में थीं।

क्या राम का नाम लेना,राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण स्वीकारना या श्री कल्कि धाम का शिलान्यास कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी को बुलाना पार्टी विरोध है। आचार्य ने रविवार को संभल के कल्कि धाम में प्रेस वार्ता में कांग्रेस पदाधिकारियों पर हमला बोला।

कहा की शनिवार देर रात पत्रकारों और मीडिया से कांग्रेस पार्टी से चिट्ठी जारी होने की जानकारी मिली। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी के साथ और भी बड़े नेताओं का अपमान हुआ है। कांग्रेस पार्टी की बर्बादी राममंदिर या कल्कि धाम से नहीं हुई है। बड़े नेताओं के गलत फैसले इसका कारण हैं।

जब पार्टी ने हिंदू धर्म का विरोध किया और उसे मैंने गलत बताया तो पार्टी ने अपना चेहरा दिखा दिया। कहा कि राम और धर्म से बड़ा कोई नहीं है। अब जो होगा वह इतिहास में लिखा जाएगा। इसके अलावा सचिन पायलट के सवाल पर कहा कि उनके साथ लगातार गलत हुआ। वह जहर का घूंट पीकर भी अपमान सहन करते रहे।