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आख़िर कैसे एक साथ फटने लगे #Hezbollah के पेजर? पेजर बनाने वाली ताइवानी कंपनी इज़राइल के ख़िलाफ़ एक मिलियन डॉलर का मुक़दमा दायर कर रही है

अनुराग 🇮🇳
@VnsAnuTi
आख़िर कैसे एक साथ फटने लगे #Hezbollah के पेजर?

17 सितंबर, 2024 की तारीख #PagerExplosions के लिए इतिहास में दर्ज हो चुकी है। हमले का ऐसा भी रूप हो सकता है कोई सोच भी नहीं सकता था। सबके ज़ेहन में एक ही सवाल कि ये वेल कोऑर्डिनेटेड हमला हुआ तो आखिर हुआ कैसे?

Beirut के दक्षिणी उपनगरीय इलाकों दहीयेह और पूर्वी बेक़ा घाटी में मंगलवार को एक घंटे तक लगातार धमाकों की आवाजें सुनाई देती रहीं। यह इलाका हिज़्बुल्लाह का गढ़ माना जाता है। धमाके लगभग 3:30 बजे (स्थानीय समय) शुरू हुए और 4:30 बजे तक भी धमाकों की आवाजें गूंजती रहीं। प्रत्यक्षदर्शियों और सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स के मुताबिक, धमाके तब हुए जब हिज़्बुल्लाह के लड़ाके अपने पेजर देखने लगे, जैसे ही पेजर बजा, उन्होंने उसे अपने हाथ में उठाया या स्क्रीन देखने के लिए चेहरे के पास ले आए या निकालने की कोशिश में लगे थे।

फिलहाल, जांचकर्ताओं की ओर से अधिक जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन कई कॉन्सपिरेसी थ्योरी सामने आ रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला पेजर के सप्लाई चेन में किसी बड़ी सेंध के कारण हुआ हो सकता है। पेजर में छोटे विस्फोटक उपकरण पहले से ही लगाए गए थे और उन्हें एक ही समय पर रेडियो सिग्नल के जरिए सक्रिय कर के उनमें विस्फोट कर दिया गया।

इंटेलिजेंस और सिक्योरिटी एक्सपर्ट कार्लोस पेरेज़ के अनुसार, “ऐसे हमलों में बैटरी का एक हिस्सा विस्फोटक और दूसरा हिस्सा वास्तविक बैटरी के रूप में कार्य कर रहा हो सकता है। संभवतः पेजर की बैटरी आधी विस्फोटक और आधी सामान्य बैटरी थी, जिसे रेडियो सिग्नल से एक साथ डेटोनेट कर दिया गया।”

ब्रिटिश आर्मी के पूर्व एक्सप्लोसिव एक्सपर्ट ने बताया कि एक विस्फोटक उपकरण में पांच मुख्य हिस्से होते हैं: कंटेनर, बैटरी, ट्रिगर डिवाइस, डेटोनेटर और विस्फोटक चार्ज। अनुमान है कि पेजर में 3 से 5 ग्राम विस्फोटक सामग्री सर्किट में छिपाई गई थी।

विशेषज्ञों के अनुसार, इन पेजरों में एक फेलसेफ सिस्टम (failsafe system) होना चाहिए था, जिससे अगर कोई गड़बड़ी होती, तो पेजर अपने आप पूरी तरफ बंद हो जाता। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जिससे संकेत मिलता है कि इस सिस्टम को जानबूझकर डीएक्टिवेट कर दिया गया हो सकता है। यह भी संभव है कि किसी तीसरे पक्ष ने पेजर की फर्मवेयर (software) में बदलाव कर दिया हो, जिससे इन पेजरों को विशेष संदेश आने पर डेटोनेट होने के लिए सेट किया गया हो।

हिज़्बुल्लाह का दावा है कि कुछ पेजर समय पर फटे नहीं, जिससे उन्हें उनकी जांच करने का मौका मिला। उन्होंने पाया कि पेजर के सर्किट में विस्फोटक सामग्री छिपाई गई थी।


@Misra_Amaresh
@misra_amaresh
#Israel प्रायोजित धारावाहिक ‘पेजर’ #LebanonExplosion में 9 लोगों की मौत, 2000 घायल। @Snowden
ने इसे आतंकवादी कृत्य बताया। #Hezbollah और #Hamas ने बदला लेने की कसम खाई है। पेजर बनाने वाली ताइवानी कंपनी गोल्ड अपोलो, इज़राइल के खिलाफ एक मिलियन डॉलर का मुकदमा दायर कर रही है!