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असम में बाल विवाह के ख़िलाफ़ कड़े क़ानून बनाने की वजह से लड़कियां डरी हुई हैं : कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई

असम से कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा है कि राज्य में 18 साल से कम उम्र की प्रेग्नेंट लड़कियां अस्पताल जाने के बजाय घर पर ही डिलीवरी कराने पर मज़बूर हो रही हैं.

उन्होंने कहा कि राज्य में बाल विवाह के ख़िलाफ़ कड़े क़ानून बनाने की वजह से लड़कियां डरी हुई हैं कि कहीं उनके पिता और पति गिरफ़्तार न हो जाएं.

गौरव गोगोई ने कहा कि आज ही हमें पता चला है कि एक किशोरवय मां की मौत हो गई क्योंकि शिशु के जन्म के दौरान हालत बिगड़ने के कारण बहुत अधिक खुून बह गया था. ये डिलीवरी सामुदायिक स्वास्थ्यकर्मी या आशा वर्कर की गैरमौजूदगी में हुई थी.

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Delhi | Girls under 18 who are pregnant are choosing to deliver their child at home, not going to the hospitals because they are afraid of getting their fathers & husbands arrested: Gaurav Gogoi, Congress MP on the crackdown on child marriages in Assam

उन्होंने कहा कि यहां तक कि आम परिवारों को भी लग रहा है कि आशा वर्कर मामले की रिपोर्ट सरकार और पुलिस को कर देंगे.

ग़ौरतलब है कि असम में बीजेपी की सरकार ने 14 साल से कम उम्र की नाबालिग़ लड़कियों से शादी करने वाले पुरुषों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत सख़्त कानूनी कार्रवाई करने का फ़ैसला किया है.

असम पुलिस के अनुसार, बाल विवाह के ख़िलाफ़ अभियान के तहत बीते 5 फ़रवरी तक ही 2,259 लोगों को गिरफ़्तार किया गया. पुलिस के अनुसार, इस मामले में 8,000 आरोपियों पर कार्रवाई होनी है.