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असम में बाढ़ से 17 ज़िले प्रभावित, 385 गांवों के बाढ़ की चपेट में आने से एक लाख सात हज़ार से ज़्यादा लोग प्रभावित हुए : रिपोर्ट

असम में आई बाढ़ से 17 ज़िले प्रभावित हुए हैं. असम के आपदा प्रबंधन विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के कुल 385 गांवों के बाढ़ की चपेट में आने से एक लाख सात हज़ार से ज़्यादा लोग प्रभावित हुए हैं.

ऐसा कहा जा रहा है कि भूटान के कुरिचु बांध से पानी छोड़े जाने के बाद शुक्रवार को ख़ासकर निचले असम के कुछ जिलों में बाढ़ की स्थिति और ख़राब हो गई है.

इससे पहले मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य को अलर्ट करते हुए एक ट्वीट कर बताया था, “भूटान की शाही सरकार ने हमें सूचित किया है कि आज रात कुरिचु बांध से अतिरिक्त पानी छोड़ा जाएगा. हमने अपने ज़िला प्रशासनों को सतर्क रहने और बेकी, मानस नदियों में पानी घुसने की स्थिति में लोगों की हर संभव मदद करने के लिए सतर्क कर दिया है.”

इस हाई अलर्ट के बाद असम में भूटान की तलहटी में बसे गाँवों से लगभग 500 परिवारों को सुरक्षित स्थानों में ले जाया गया है. इस समय ब्रह्मपुत्र और बेकी सहित कई नदियाँ ख़तरे के स्तर से ऊपर बह रही है.

भूटान से पानी छोड़ने से बक्सा, चिरांग, बारपेटा जैसे कई जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. असम सरकार ने भूटान सरकार से रात के बजाय सुबह नियंत्रित तरीके से पानी छोड़ने की अपील की है.

असम में इस साल आई बाढ़ में अब तक कुल 7 लोगों की मौत हो चुकी है. बाढ़ के कारण बेघर हुए लोगों के लिए सरकार ने अलग-अलग जगह 93 राहत शिविर स्थापित किए, जहां कुल 4,275 लोगों ने आश्रय ले रखा है.

गोलाघाट और धेमाजी जिले में बाढ़ के कारण सबसे ज्यादा लोग प्रभावित हुए है.

बाढ़ ने माजुली में तटबंध और बारपेटा, चिरांग, धुबरी, गोलाघाट, लखीमपुर, माजुली, शिवसागर और सोनितपुर जिलों में 18 सड़कों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है.

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दिलीप कुमार शर्मा

गुवाहाटी से, बीबीसी हिंदी के लिए