देश

असम के गैर-स्थानीय इमामों को राज्य सरकार के एक पोर्टल पर खुद को पंजीकृत कराना होगा

असम के बाहर से आए इमाम और मदरसा शिक्षकों को राज्य में काम करने से पहले राज्य सरकार के एक पोर्टल पर खुद को पंजीकृत कराना होगा.

अंग्रेज़ी अख़बार द टेलिग्राफ़ लिखता है कि ये फ़ैसला मार्च से अब तक 32 लोगों की गिरफ़्तार को देखते हुए लिया गया है. इन लोगों का कथित तौर पर चरमपंथी संगठनों अंसारुल्लाह बांग्ला टीम और भारतीय उपमहाद्वीप में अल कायदा (एक्यूआईएस) से संबंध पाया गया था. शनिवार को ही गोलपारा ज़िले से दो इमामों को एक्यूआईएस से संबंधों के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है.

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने मंगलवार को कहा कि इलाक़े के लोग अगर किसी इमाम या मदरसा शिक्षक को रखना चाहते हैं तो उन्हें पुलिस को सूचित करना होगा.

उन्होंने कहा, ”एक बार पुलिस सत्यापन होने के बाद उन्हें रखा जा सकेगा. हम एक पोर्टल का भी निर्माण कर रहे हैं जिसमें इमाम और अन्य को अपनी जानकारी पंजीकृत कराने के लिए कहा जाएगा. इस तरह हमारे लिए उन्हें ट्रैक करना या यहां रखना आसान होगा. मुसलमान समुदाय इस कदम का समर्थन कर रहा है.”

34 प्रतिश मुसलमान आबादी वाले असम में स्थानीय इमाम और मदरसा शिक्षकों को पोर्टल पर पंजीकरण नहीं करना होगा.