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असम और मणिपुर में 815 गांव बाढ़ की चपेट में, अब तक 11 लोगों की मौत

चक्रवाती तूफान रेमल के बाद से असम और मणिपुर में जहां 815 गांव बाढ़ की चपेट में हैं.

बाढ़ और तूफान के कारण पिछले 48 घंटो में असम में सात लोगों की मौत हुई है. वहीं मणिपुर में चार लोगों ने अपनी जान गंवाई है.

असम राज्य आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा शुक्रवार की शाम को जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया कि प्रदेश के 11 जिलों में 560 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.

बाढ़ के कारण राज्य के अलग-अलग जिलों में 187 राहत शिविर खोले गए हैं जिनमें 28 हजार से ज्यादा लोगों ने शरण ले रखी है.

इन राहत शिविरों में 5 हजार से अधिक छोटे बच्चे हैं और 47 गर्भवती महिलाएं रह रही हैं.

सरकार की ओर से जारी रिपोर्ट में शुक्रवार को छह लोगों और शनिवार को एक व्यक्ति की जान गंवाने की बात कही गई है. बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान कछार और करीमगंज जिले में हुआ है.

पिछले एक सप्ताह से लगातार हो रही बारिश के कारण असम और मणिपुर की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.

असम में कोपिली, बराक, कटखल और कुशियारा अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.

वहीं मणिपुर में इंफाल के पास से गुजरने वाली सभी नदियों का जल स्तर काफी बढ़ा हुआ है.

मणिपुर के सेनापति जिले की उपायुक्त मामोनी दौले ने अपने इलाके में दो लोगों के मरने की पुष्टि की है.

उन्होंने बीबीसी से कहा, “हमारे जिले में बुधवार को दो लोगों की मौत हुई थी. सेनापति-थोंगलांग रोड पर भूस्खलन में एक 34 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी. सेनापति नदी में डूबने से 83 वर्षीय महिला की जान चली गई है. फिलहाल इलाके में लोगों की सुरक्षा और राहत काम कर रहे हैं.”

इंफाल वेस्ट जिले में दो लोगों की मौत हुई है. मणिपुर राहत एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा शुक्रवार शाम को जारी एक बयान के अनुसार राज्य में 255 गांवों में बाढ़ का पानी घुसने से 1 लाख 26 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं.

बाढ़ के कारण 16 हजार 364 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि बाढ़ के कारण फंसे 20 हजार 504 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है.

बाढ़ और भूस्खलन के कारण 522 हेक्टेयर फसल क्षेत्र प्रभावित हुआ है. पहाड़ी जिलों के कई इलाकों में पिछले तीन दिनों से भी कम समय में 292 भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं.

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को प्रभावित राज्यों में नुकसान का जायजा लिया और इस आपदा में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की.

चक्रवात रेमल के कारण हुई उत्तर पूर्वी राज्यों में हुए नुकसान को देखते हुए केंद्र सरकार ने प्रत्येक मृत और घायल व्यक्ति के परिजनों के लिए अनुग्रह राशि की घोषणा की है.

प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार प्रत्येक मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी, जबकि घायलों को पीएमएनआरएफ से 50,000 रुपये की सहायता राशि दी जाएगी

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा कहा, “माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, इन चुनौतीपूर्ण समय में आपके समर्थन के लिए धन्यवाद. चक्रवात रेमल से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देना आपकी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है.”

दिलीप कुमार शर्मा, गुवाहाटी से बीबीसी हिंदी के लिए