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असद सरकार का तख़्ता पलट करवाने के ज़िम्मेदार, सीरिया में असद बशर हुकूमत के गिरने की पूरी कहानी, जानिये

पार्सटुडे – ईरान के पेट्रोलियम मंत्री मोहसिन पाक नेजाद को 2025 में पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन “ओपेक” के अंतरिम प्रमुख के रूप में चुना गया।

5 अमेरिकी जहाज़ों पर यमनी प्रतिरोध का हमला, ईरान के परमाणु कार्यक्रम के संबंध में तीन यूरोपीय देशों के दावों को ख़ारिज किया जाना, 2025 में ईरान को ओपेक की अध्यक्षता, ज़ायोनी शासन द्वारा सीरिया पर बमबारी के लिए ब्रिटिश समर्थन और चाड से फ़्रांसीसी सैनिकों की वापसी की शुरुआत, दुनिया की ताज़ा ख़बरों के हिस्से हैं।

5 अमेरिकी जहाज़ों पर यमनी मिसाइल हमला

अल-आलम की रिपोर्ट के मुताबिक, यमन के सशस्त्र बलों के प्रवक्ता यहिया अल-सरी ने मंगलवार रात को घोषणा की कि देश के सशस्त्र बलों ने 5 अमेरिकी जहाज़ों पर मिसाइल हमले किये है।

यहिया अल-सरी के अनुसार, यमन के सशस्त्र बलों ने जिबूती की बंदरगाह से निकलने के बाद तीन अमेरिकी सहायता जहाजों और अदन की खाड़ी में दो अमेरिकी डिस्ट्रायर्ज़ को निशाना बनाया।

हयअत तहरीर अल-शाम से बात करने में कोई बाधा नहीं है: इंग्लैंड

ब्रिटिश प्रधानमंत्री कार्यालय ने तहरीर अल-शाम संपादकीय बोर्ड को आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल करने को इस आतंकवादी ग्रुप के साथ भविष्य की बातचीत में बाधा क़रार नहीं दिया।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री कार्यालय ने मंगलवार को एक बयान में एलान किया: हालांकि ब्रिटेन में हयअत तहरीर अल-शाम की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, लेकिन यह प्रतिबंध इस ग्रुप के साथ लंदन की भविष्य में होने वाली बातचीत में कोई रुकावट नहीं है।

ब्रिटिश विदेशमंत्री डेविड लेमी ने मंगलवार को सीरिया पर ज़ायोनी शासन के हमलों का समर्थन किया और कहा: ये हमले सभी ग्रुप्स और गुटों से मिलाकर एक समावेशी समाज बनाने की हमारी इच्छा के अनुरूप हैं।

सीरिया के लाज़ेक़िया और तरतूस में भयानक विस्फोट

बुधवार की सुबह मीडिया ने ज़ायोनी शासन के हवाई हमलों के परिणामस्वरूप सीरिया के लाज़ेकिया और तरतूस प्रांतों में बड़े पैमाने पर विस्फोटों की सूचना दी।

इससे पहले, इज़राइली सेना ने एलान किया था कि उसने हालिया दिनों में युद्धपोतों, हवाई अड्डों, विमानों, टैंकों और मिसाइलों सहित सीरिया के अधिकांश रणनीतिक हथियारों के भंडार को नष्ट कर दिया है। इस बीच मंगलवार को ज़ायोनी सेना के एलान के अनुसार इस शासन ने पिछले 2 दिनों में सीरिया पर 480 हमले किये हैं।

हम सीरियाई राष्ट्र के लिए दुनिया के समर्थन की मांग करते हैं: हिज़बुल्लाह

अल-आलम चैनल के अनुसार, लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हिज़बुल्लाह ने मंगलवार को एक बयान में एलान किया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय, मुस्लिम और अरब देश मौजूदा महत्वपूर्ण और निर्णायक चरण में सीरियाई राष्ट्र का समर्थन करने के लिए ज़िम्मेदार हैं।

इस बयान में हिज़्बुल्लाह ने सुरक्षा परिषद, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और मुस्लिम और अरब देशों से सीरिया पर इज़राइल के हमलों की निंदा करने की अपील की है।

अमेरिकी सेनाएं सीरिया में रहेंगी: वाइट हाउस

अमेरिका के उपराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फेइनर ने मंगलवार को एलान किया: अमेरिकी सेना सीरिया में रहेगी क्योंकि उन्हें इस देश में एक महत्वपूर्ण मिशन पूरा करना है।

हम किसी भी टकरावपूर्ण व्यवहार का जवाब देंगे, ट्रॉइका से विदेशमंत्री ख़ेताब

इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बक़ाई ने मंगलवार रात को हालिया घटनाक्रमों के संबंध में ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम पर फ्रांस, जर्मनी और इंग्लैंड के विदेशमंत्रालयों के प्रवक्ताओं के संयुक्त बयान में किए गए दावों को खारिज कर दिया।

उन्होंने कहा: परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) के सदस्यों के अधिकारों की परिधि में, उचित अधिसूचना के साथ और अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी निगरानी में, अधिक सेंट्रीफ्यूज को सक्रिय करने के ईरान के हालिया निर्णय को आगे बढ़ाया गया।

श्री बक़ाई ने कहा कि जेसीपीओए के कार्यान्वयन के संबंध में जो वर्तमान स्थिति पैदा हुई है वह न ही ईरान की शांतिपूर्ण परमाणु गतिविधियां और क्षतिपूर्ति के लिए उठाया गया क़दम है, बल्कि एक सदस्य के एकतरफा तौर पर निकलने और तीन यूरोपीय सदस्यों की अपने दायित्वों को पूरा करने में नाकामी की वजह से है।

ईरान के पेट्रोलियम मंत्री बने ओपेक के अंतरिम प्रमुख

इस्लामी गणतंत्र ईरान के पेट्रोलियम मंत्री “मोहसिन पाक नेजाद” को आगामी वर्ष में पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन “ओपेक” का अंतरिम प्रमुख चुना गया।

फ्रांस ने चाड से सैन्य वापसी शुरू कर दी

फ्रांसीसी सेना ने मंगलवार को एलान किया कि चाड द्वारा पेरिस के साथ सैन्य सहयोग समाप्त करने के बाद उसने अफ्रीकी देश से अपने सैनिकों को वापस बुलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पश्चिम अफ्रीक़ी देशों में फ्रांस विरोधी भावनाएं फैलने के बाद फ्रांस ने पहले माली, बुर्किना फासो और नाइजर से अपनी सेना वापस बुला ली थीं।