इतिहास

असग़री बेगम, एक ऐसी मुस्लिम महिला जिनका नाम इतिहास के पन्नों में या तो गुम गया या फिर हमने कभी ढूंढने का कोशिश ही नहीं की

एक ऐसी मुस्लिम महिला, जिनका नाम इतिहास के पन्नों में या तो गुम गया या फिर हमने कभी ढूंढने का कोशिश ही नहीं किया।
1811 में जन्मी असगरी बेगम ने 45 वर्ष की उम्र में 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया। उत्तर प्रदेश में अंग्रेजों से लड़ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
1858 में अंग्रेजों ने उन्हें बंदी बना लिया और जिंदा आग के हवाले कर दिया। देश के खातिर उन्होंने जलते हुए अपने प्राण को त्याग दिया, मगर अपनी जुबान पर कभी माफी शब्द को आने नहीं दिया।