

Related Articles
पवित्र क़ुरआन पार्ट-17 : हे लोगों! निश्चित रूप से तुम्हारी उद्दंडता तुम्हारे लिए ही हानिकारक है और सांसारिक लाभ तो केवल कुछ ही दिनों का है!
वही ईश्वर है जो तुम्हें थल व समुद्र की सैर कराता है, यहां तक कि जब तुम नौका में थे वही ईश्वर है जो तुम्हें थल व समुद्र की सैर कराता है, यहां तक कि जब तुम नौका में थे और ठंडी एवं सुखद हवाएं उसे लिए जा रही थीं और सारे (यात्री) प्रसन्न थे […]
तौहीद और शिर्क : क्या ईश्वर के सिवा कोई और रचयिता है, जो तुम्हें आकाश और धरती से रोज़ी देता हो? : पार्ट-27
وَحِفْظًا مِنْ كُلِّ شَيْطَانٍ مَارِدٍ (7) لَا يَسَّمَّعُونَ إِلَى الْمَلَإِ الْأَعْلَى وَيُقْذَفُونَ مِنْ كُلِّ جَانِبٍ (8) دُحُورًا وَلَهُمْ عَذَابٌ وَاصِبٌ (9) إِلَّا مَنْ خَطِفَ الْخَطْفَةَ فَأَتْبَعَهُ شِهَابٌ ثَاقِبٌ (10) और (हमने उसे) हर उद्दंडी शैतान से सुरक्षित कर दिया। (37:7) ये (शैतान) ऊपरी दुनिया (के रहस्यों) की बातें नहीं सुन सकते और हर ओर से […]
तौहीद और शिर्क : सूरए साद आयतें 29-33 : पार्ट-52
सूरए साद आयतें 29-33 كِتَابٌ أَنْزَلْنَاهُ إِلَيْكَ مُبَارَكٌ لِيَدَّبَّرُوا آَيَاتِهِ وَلِيَتَذَكَّرَ أُولُو الْأَلْبَابِ (29) इस आयत का अनुवाद हैः यह बरकतों वाली किताब है जिसे हमने तुम्हारे पास भेजा है कि वे इसकी आयतों पर सोच-विचार करें और समझदार इससे पाठ लें। [38:29] पिछले कार्यक्रम में हमने बताया कि मख़लूक़ को पैदा करने की व्यवस्था […]