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इसराइली सेना ने बेरुत में हिज़्बुल्लाह के गढ़ दाहीह में फिर से हमले शुरू करने की बात कही है.

एएफपी के मुताबिक- संवाददाताओं ने इस इलाके में धमाकों की तेज़ आवाज़ सुनी और धुएं का गुबार उठता देखा.

इसराइली सेना ने कहा है कि उसने पिछले कुछ घंटों में लेबनान में हिज़्बुल्लाह के कई ठिकानों पर हमले किए हैं.

सेना के मुताबिक़- इन हमलों का मकसद हिज़्बुल्लाह के रॉकेट लॉन्चर्स और हथियारों के ठिकानों को निशाना बनाना था.

इसी बीच समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़, लेबनान में बेरुत के दक्षिणी हिस्से से इसराइली हमले में मारे गए हिज़्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह का शव मिल गया है.

रॉयटर्स के मुताबिक बेरुत में जहां हवाई हमला हुआ था, वहां से नसरल्लाह का शव बरामद किया गया है.

सुरक्षा से जुड़े एक सूत्र और एक मेडिकल सूत्र का हवाला देते हुए रॉयटर्स ने कहा है कि शरीर पर कोई घाव सामने से दिखाई नहीं दे रहे थे.

हिज़्बुल्लाह ने शनिवार को ही अपने नेता हसन नसरल्लाह की मौत की पुष्टि की थी.

इस बीच हिज़्बुल्लाह ने अपने एक और नेता गुट के दक्षिणी फ्रंट के कमांडर अली कराकी की मौत की पुष्टि की है.

आईडीएफ ने बताया था कि हवाई हमले में नसरल्लाह के साथ ही अली कराकी को भी मार गिराया गया था.

हिज़्बुल्लाह ने टेलीग्राम के ज़रिए अली कराकी की मौत की जानकारी दी है.

इसराइल और हिज़्बुल्लाह के बीच संघर्ष जारी

इसराइल और हिज़्बुल्लाह के बीच जंग जारी है. इसराइली हमलों में हिज़्बुल्लाह के कई शीर्ष नेता मारे गए हैं. इस बीच इसराइली सेना ने हिज़्बुल्लाह के ठिकानों पर हमले और तेज़ कर दिए हैं.

आज यानी 29 सितंबर को इस संघर्ष में अब तक क्या कुछ हुआ? जानिए सात ख़ास बातें

1. इसराइल ने कहा- हिज़्बुल्लाह के मुख्यालय पर जो हमला किया था, उसमें हसन नसरल्लाह के अलावा अलग-अलग रैंक के 20 और हिज़्बुल्लाह नेताओं मारे गए हैं. इसमें हिज़्बुल्लाह के दक्षिणी फ्रंट के नेता अली कराकी की भी मौत हुई है. इसराइली सेना के मुताबिक- नसरल्लाह की सुरक्षा यूनिट के प्रमुख इब्राहिम हुसैन जज़ीनी और सलाहकार समीर तॉफीक दिब भी मारे गए हैं.

2. इसराइल ने लेबनान में हिज़्बुल्लाह के गढ़ दाहीह में दोबारा हमले शुरू कर दिए हैं. इसराइली सेना ने कहा है कि उसने पिछले कुछ घंटों में लेबनान में बेरुत के दाहीह में हिज़्बुल्लाह के कई और ठिकानों पर हमले किए हैं. इन हमलों में हिज़्बुल्लाह के रॉकेट लॉन्चर्स और हथियारों के ठिकानों को निशाना बनाया गया है.

3. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़, लेबनान में बेरुत के दक्षिणी हिस्से से इसराइली हमले में मारे गए हिज़्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह का शव मिल गया है. बेरुत में जहां हवाई हमला हुआ था, वहां से नसरल्लाह का शव बरामद किया गया है.

4. लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने कहा है कि इसराइली हवाई हमलों के कारण लेबनान में अब तक का “सबसे बड़ा पलायन” हो सकता है. उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “विस्थापित लोगों की संख्या दस लाख तक पहुंच सकती है.”

5. लेबनान के पीएम नजीब मिकाती ने कहा है कि इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए ‘कूटनीति के अलावा और कोई रास्ता नहीं है’. उन्होंने कहा कि वो युद्ध विराम का “स्वागत” करते हैं और अगर ऐसा कुछ संभव हो पाता है तो संघर्ष विराम ग़ज़ा और लेबनान, दोनों ही जगहों पर लागू होना चाहिए. लेबनान के सूचना मंत्री ने भी कहा कि इसराइल के साथ युद्ध विराम को लेकर बातचीत अभी भी जारी है.

6. ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने एक बयान में आईआरजीसी ऑपरेशन के डिप्टी कमांडर ब्रिगेडियर जनरल अब्बास निलफोरुशन के इसराइली हमले में मारे जाने की पुष्टि की है. बयान में “रेसिस्टेंस फ्रंट” और ईरान की रक्षा में निलफोरुशन की भूमिका की तारीफ़ की गई.

7. इसराइल सेना ने बताया कि रेड सी से इसराइल के दक्षिणी हिस्से की तरफ आ रहे एक ड्रोन को रोका गया है. आईडीएफ ने ये भी बताया कि लेबनान की तरफ से आठ और हमले इसराइल की तरफ किए गए हैं. कुछ ही समय पहले इसराइल के उत्तरी हिस्से में सायरन के ज़रिए इसे लेकर चेतावनी भी दी गई है. वहीं संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने कहा है कि उसने 10 लाख लोगों को मदद मुहैया कराने के लिए इमरजेंसी ऑपरेशन शुरू किया है.

इसराइली हमलों के बाद लेबनान के पीएम ने अब क्या कहा

लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने रविवार को कहा कि इसराइली हवाई हमलों के कारण लेबनान में आज तक का “सबसे बड़ा पलायन” हो सकता है.

उन्होंने कैबिनेट की एक आपातकाल बैठक बुलाई थी. जिसके ठीक बाद पीएम मिकाती ने पत्रकारों से कहा, “विस्थापित लोगों की संख्या दस लाख तक पहुंच सकती है.”

मिताकी ने बताया कि कई लोग लेबनान के दक्षिणी हिस्से और पूर्व में बेका घाटी की तरफ से पलायन कर रहे हैं. उन्होंने आगे बताया कि इनमें से कई ऐसे लोग हैं जो लेबनान के नागरिक नहीं हैं.

संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने हाल ही में कहा है कि उसने 10 लाख लोगों को मदद मुहैया कराने के लिए इमरजेंसी ऑपरेशन शुरू किया है.

पीएम मिकाती ने कहा कि इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए ‘कूटनीति के अलावा और कोई रास्ता नहीं है’.

इसके पहले लेबनान के मंत्री ने कहा था कि इसराइल के साथ युद्ध विराम को लेकर बातचीत अभी भी जारी है.

अब लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने पत्रकारों से कहा है कि वो युद्ध विराम का “स्वागत” करते हैं.

उन्होंने कहा कि अगर ऐसा कुछ संभव होता है तो संघर्ष विराम ग़ज़ा और लेबनान, दोनों ही जगहों पर लागू होना चाहिए.

हिज़्बुल्लाह नेता नसरल्लाह की मौत के बाद कश्मीर के कई इलाक़ों में प्रदर्शन

माजिद जहांगीर, बीबीसी के लिए

इसराइली हमले में हिज़्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद कश्मीर के कई इलाकों में प्रदर्शन हुए.

श्रीनगर और बडगाम के अलावा घाटी के बारामूला के कुछ इलाकों में भी हज़ारों लोग सड़कों पर उतरे और हसन नसरल्लाह पर हुए जानलेवा हमले के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया.

प्रदर्शन करने वालों में नौजवान, महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे, जो इसराइल और अमेरिका के खिलाफ नारे लगा रहे थे. ये प्रदर्शन कश्मीर के शिया इलाकों में देखने को मिले हैं.

कश्मीर ज़ोन के इंस्पेक्टर जनरल का कहना है कि कहीं से भी किसी भी झड़प की कोई ख़बर नहीं आई और हालात को काबू में रखा गया.

प्रदर्शन में शामिल एक प्रदर्शनकारी ने बीबीसी को बताया कि शनिवार शाम को उनके इलाके (श्रीनगर) में लोगों की एक बड़ी तादाद ने हसन नसरल्लाह की मौत के खिलाफ प्रदर्शन किया. उनका ये भी कहना था कि जब प्रदर्शनकारी श्रीनगर के सईदा कदल से आगे खानयार की तरफ बढ़ने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोका और उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया.

उनका कहना था कि उसके बाद रात देर तक प्रदर्शनकारी सड़कों पर मौजूद थे और अपने प्रदर्शन को जारी रखा.

श्रीनगर के क़रीब बडगाम ज़िले के कई इलाकों में भी हसन नसरल्लाह की मौत के ख़िलाफ़ हज़ारों लोगों ने प्रदर्शन किए.

चुनाव और सियासी दल

इस बीच कश्मीर में जारी विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए जारी प्रचार को आज यानी रविवार को कई सियासी दलों ने रद्द कर दिया है.

नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद आगा रूहुल्लाह ने एक्स हैंडल पर लिखा है, “मैं अपने प्रचार को बंद कर रहा हूँ.”

पीडीपी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने भी अपने चुनावी प्रचार को बंद किया है.

एक्स पर उन्होंने लिखा है, “मैं लेबनान और ग़ज़ा के शहीदों के साथ, खास़तौर पर हसन नसरल्लाह के साथ एकजुटता में खड़ी हूं. इस कारण मैं रविवार के लिए अपनी चुनावी प्रचार रद्द कर रही हूं. इस दुख की घड़ी में हम फ़लस्तीन और लेबनान के लोगों के साथ खड़े हैं.”

बीजेपी नेता कवींद्र गुप्ता ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “हसन नसरल्लाह की मौत से महबूबा मुफ्ती को इतना दर्द क्यों हो रहा है? जब बांग्लादेश में हिंदुओं का कत्लेआम होता है तब इनकी आवाज़ बंद हो जाती है.”

पुलिस ने क्या कहा?

कश्मीर ज़ोन के इंस्पेक्टर जनरल विधि कुमार बिरदी ने बीबीसी को फ़ोन पर बताया कि शनिवार को श्रीनगर और बडगाम के कुछ इलाकों में हसन नसरल्लाह की मौत की खबर के बाद प्रदर्शन हुए हैं और हर इलाके में पुलिस ने हालात को काबू में रखा.

उनका ये भी कहना था कि किसी भी जगह से किसी भी झड़प की कोई खबर नहीं है

ईरान ने माना- इसराइली हमले में हुई ईरानी कमांडर की मौत

घोनचेह हबीबीआज़ाद, बीबीसी मॉनिटरिंग

ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने एक बयान में आईआरजीसी ऑपरेशन के डिप्टी कमांडर ब्रिगेडियर जनरल अब्बास निलफोरुशन के इसराइली हमले में मारे जाने की पुष्टि की है.

इस बयान में अब्बास निलफोरुशन की मौत पर आईआरजीसी की जवाबी कार्रवाई का कोई ज़िक्र नहीं है. हालांकि आईआरजीसी ने लेबनान में इसराइली कार्रवाई की आलोचना की है.

आईआरजीसी ने इससे पहले कई बार हमास नेता इस्माइल हानिया की मौत का बदला लेने की बात कही थी. इस्माइल हानिया की जुलाई के अंत में तेहरान में हत्या कर दी गई थी.

बयान में आईआरजीसी ने अब्बास निलफोरुशन को अपना “लेबनान में सैन्य सलाहकार” बताया.

बयान में “रेसिस्टेंस फ्रंट” और ईरान की रक्षा में निलफोरुशन की भूमिका की तारीफ़ की गई.

अली ज़ाहेदी के बाद निलफोरुशन को 2019 में आईआरजीसी के डिप्टी ऑपरेशन्स के तौर पर नियुक्त किया गया था. इससे पहले वो आईआरजीसी की कमांड एंड स्टाफ यूनिवर्सिटी के प्रमुख थे.

हसन नसरल्लाह की मौत के बाद भी लेबनान में इसराइली हमले जारी

हिज़्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की मौत के बाद भी लेबनान में इसराइल के हमले जारी हैं.

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लेबनान के दक्षिणी भाग में कम से कम 6 लोग मारे गए हैं. हिज़्बुल्लाह के गढ़ माने जाने वाली बेका घाटी में भी 9 लोगों के मारे जाने की खबर है.

वहीं इसराइली सेना का कहना है कि उसने एक ड्रोन को रोका है.

इसराइल का कहना है कि उत्तरी इलाक़े में सीमापार से गोलीबारी हो रही है. इसी के साथ-साथ वो दक्षिणी हिस्से से भी खतरे का सामना कर रहा है.

इसराइल डिफेंस फोर्सेस (आईडीएफ) ने बताया है कि रेड सी से इसराइल के दक्षिणी हिस्से की तरफ आ रहे एक ड्रोन को रोका गया है.

शनिवार को इसराइल ने कहा था कि यमन से हूती विद्रोहियों ने भी इसराइल की ओर मिसाइल दागी थी जिसे रोकने में वो कामयाब हुए थे. हूती विद्रोही समूह को ईरान का समर्थन मिला हुआ है और वो इसराइल को अपना दुश्मन मानते हैं.

रॉयटर्स और एएफपी समाचार एजेंसियों के मुताबिक- शनिवार की मिसाइल को इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के हवाई अड्डे पर आने के समय दागा गया था.

आईडीएफ ने ये भी बताया है कि लेबनान की तरफ से आठ और हमले इसराइल की तरफ किए गए हैं. कुछ ही समय पहले इसराइल के उत्तरी हिस्से में सायरन के ज़रिए इसे लेकर चेतावनी भी दी गई है.

हसन नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की मांग की

हिज़्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान ने संयुक्त राष्ट्र संघ के सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की मांग की है.

संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत आमिर इरवानी ने परिषद के 15 सदस्यों को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उनके देश के राजनयिक परिसर या किसी राजदूत पर किसी भी तरह का हमला होता है, तो तेहरान इसे बर्दाश्त नहीं करेगा.

इरवानी ने कहा, ‘‘ईरान इंटरनेशनल लॉ के तहत अपने अधिकारों का इस्तेमाल करने में बिल्कुल संकोच नहीं करेगा. राष्ट्र और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े सभी मामलों की रक्षा के लिए ईरान हर संभव क़दम उठाएगा.’’

इरवानी ने कहा, ‘‘हम सुरक्षा परिषद से अपील करते हैं कि इसराइल के ख़िलाफ़ ‘निर्णायक फ़ैसला’ ले, ताकि ईरान खुद को युद्ध में धकेले जाने की स्थिति को टाल सके.”

ईरान लंबे समय से हिज़्बुल्लाह को आर्थिक और सैन्य तौर पर मदद करता रहा है.

इससे पहले, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई ने कहा था कि नसरल्लाह की मौत ऐसा मामला नहीं है, जिसका बदला नहीं लिया जाएगा.

हसन नसरल्लाह को लेकर महबूबा मुफ़्ती के चुनाव प्रचार रोकने पर बीजेपी ने क्या कहा?

पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने हिज़्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की इसराइली हमले में मौत के बाद रविवार के लिए अपनी चुनावी सभाएं रद्द कर दी हैं.

महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को एक्स पर लिखा, “मैं लेबनान और ग़ज़ा के शहीदों के साथ, खास़तौर पर हसन नसरल्लाह के साथ एकजुटता में खड़ी हूं. इस कारण मैं कल के लिए अपनी चुनावी प्रचार रद्द कर रही हूं. इस दुख की घड़ी में हम फ़लस्तीन और लेबनान के लोगों के साथ खड़े हैं.”

इस पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गई हैं. इसको लेकर बीजेपी महबूबा मुफ्ती पर हमलावर है.

बीजेपी नेता कवींद्र गुप्ता ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “हसन नसरल्लाह की मौत से महबूबा मुफ्ती को इतना दर्द क्यों हो रहा है? जब बांग्लादेश में हिंदुओं का कत्लेआम होता है तब इनकी आवाज़ बंद हो जाती है.”

“इसराइल पर हमले करने वाला हिज़्बुल्लाह कमांडर अगर मारा जाता है तो ये एक दिन के लिए प्रचार बंद कर देती हैं. ये घड़ियाली आंसू हैं, लोग इनकी मंशा समझते हैं. जिस आदमी ने पूरी दुनिया में आतंक फैलाया था उसका मरना ही ठीक है.”

बीजेपी नेता अल्ताफ़ ठाकुर की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा, “वैसे ते दुनिया में कहीं भी जंग नहीं होनी चाहिए. लेकिन महबूबा मुफ्ती यहां मज़हबी कार्ड खेल रही हैं. ये उनका चुनावी स्टंट है. यहां के मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने के लिए उन्होंने ये कार्ड खेला है.”

हसन नसरल्लाह की मौत पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने क्या कहा

इसराइली हमले में हिज़्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की मौत के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बयान जारी किया है.

राष्ट्रपति बाइडन ने कहा है, “बीते चार दशक के आतंक के दौर में हसन नसरल्लाह और उसके नेतृत्व वाला आतंकवादी समूह ‘हिज़्बुल्लाह’ सैकड़ों अमेरिकियों की हत्या के लिए ज़िम्मेदार थे.”

बयान में कहा गया है कि इसराइली हवाई हमले में नसरल्लाह की मौत उसके कई पीड़ितों के लिए एक इंसाफ़ है, जिसमें हज़ारों अमेरिकी, इसराइली और लेबनानी नागरिक शामिल हैं.

बाइडन ने आगे कहा है, “हिज़्बुल्लाह, हमास, हूती और ईरान समर्थित किसी भी अन्य ‘आतंकवादी’ समूहों के ख़िलाफ़ ख़ुद की रक्षा करने के इसराइल के अधिकार का अमेरिका पूरी तरह से समर्थन करता है.”

“हमारा मक़सद राजनयिक तरीकों से ग़ज़ा और लेबनान में चल रहे संघर्षों को कम करना है. हम लेबनान में एक ऐसे समझौते पर बातचीत कर रहे हैं जो लोगों को इसराइल और दक्षिणी लेबनान में उनके घरों में सुरक्षित वापस लौटाएगा.”

अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने बयान में कहा है कि अब मध्य पूर्व के व्यापक क्षेत्र को ज़्यादा स्थिर बनाने का वक़्त आ गया है.

नेतन्याहू ने हसन नसरल्लाह की मौत को बताया ‘ऐतिहासिक मोड़’

हिज़्बुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह की मौत के बाद इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने बयान दिया है. न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में शिरकत करने के बाद वो वापस इसराइल लौटे हैं.

उन्होंने हसन नसरल्लाह को मारने को ‘ऐतिहासिक मोड़’ बताया है. उन्होंने कहा है कि इसराइल ने उनसे ‘हिसाब बराबर कर दिया है’ जो ‘अनगिनत इसराइलियों’ और कई विदेशी नागरिकों की मौत के ज़िम्मेदार हैं.

नेतन्याहू ने कहा कि इसराइल अपने दुश्मनों पर हमले जारी रखने के लिए दृढ़ है. उन्होंने ये भी कहा कि हसन नसरल्लाह को निशाना बनाने के उन्होंने निर्देश दिए थे.

साथ ही उन्होंने इस बात को भी कहा कि नसरल्लाह की मौत इसराइल के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए ‘सबसे ज़रूरी शर्त’ थी.