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अय्याश बाबा दाती महाराज की कहानी, जानिये!

नई दिल्ली(संजीव यादव) : दाती मदन शनि की कुदृष्टि के प्रकोप को दूर करने के लिए अपने भक्तों को कष्ट सहने की सलाह देता था और लोगों को जमीन-जायदाद और अय्याश जिंदगी से दूर रहने की बात करता था। लेकिन बाबा का कमरा जो उसका शयन कक्ष है उसे देख आपकी आंखें चौंधिया जाएंगी। दाती मदन का शयनकक्ष किसी पंच सितारा होटल से कम नहीं है, उनके कमरे में लग्जरी बैड हो या बाथरूम में लगा बाथटब, सभी चीजें इटली से विशेष तौर पर मंगा कर लगाई गई हैं। यही नहीं, उनके कमरे के बंगले में एक रूम और भी है जिसे प्राइवेट रूम कहा जाता है। बताया जाता है कि अक्सर आने वाले वीवीआईपी और उनके कुछ खास शिष्य इसी रूम में उससे मुलाकात करते थे

जांच में पता चला कि इस रूम में केवल उनके सचिव के अलावा कुछ निजी शिष्या जिन्हें मदन दाती ने दीक्षा दी थी वहीं जा सकती थी। इसके अलावा कोई भी भक्त और परिसर में रहने वाला व्यक्ति उसमें नहीं जा सकता था। यहां तक कि सुरक्षा में तैनात कर्मी भी बाबा को रूम के गेट तक ही छोड़ते थे। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने बाबा का ये रूम खोला। इस रूम में आलीशान तस्वीरों के अलावा बैड सहित हर वो लग्जरी सामान मौजूद है जो किसी भी पंच सितारा होटल में होता है। यहीं नहीं कमरे में लगे बड़े एलईडी टीवी के जरिए वह पूरे आश्रम को वहीं से बैठकर देख सकता था, साथ ही वहीं से दिशा-निर्देश भी दे सकता था।

क्राइम ब्रांच ने खंगाला बाबा का आश्रम
बुधवार के बाद वीरवार को बाबा के आश्रम क्राइम टीम पहुंची। वहां उन्होंने बाबा के शयनकक्ष के अलावा उन कमरों की छानबीन की जहां शिष्याओं को दीक्षा दी जाती थी। क्राइम ब्रांच के अनुसार दाती महाराज के अलावा शिष्या के साथ दाती मदन के भाई अर्जुन ने भी रेप किया।

शिष्याओं से इसी कमरे में बैठक
पीड़ित लड़की ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि जब भी कोई लालबत्ती वाले शख्स या नेता जिनके पास सिक्योरिटी होती थी वहीं उनके शयन कक्ष तक जा सकते थे।
ऐसा है बाबा का आलीशान कमरा

आलीशान बैड, 7 सीटर इम्पोर्टेड सोफा
पूरे कमरे में कालीन, दीवारों में विशेष लाइटें
3 एसी सहित बाथरूम में सोनाबाथ की व्यवस्था
रूम के बगल में एक और विशेष कमरा
पीड़ित लड़की के मुताबिक शपथ पत्र में ये होती हैं शर्तें
शपथ पत्र देने वालों को स्टांप पेपर पर लिखना होता है कि तन मन धन सब बाबा का है
भविष्य में जब भी मैं अपनी स्वेच्छा से आश्रम को छोड़ती हूूं तो भविष्य में आपके खिलाफ शिकायत नहीं कर सकती
ट्रस्ट को छोडऩे के बाद मैं बाबा या उनके किसी भी सदस्य के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं कर सकती
ट्रस्ट को छोडऩे के बाद मेरा किसी भी चीज पर अधिकार नहीं होगा
पहले दिन ही लिखना होता है कि चाहे किसी भी परिस्थिति में रहना हो, या फिर किसी भी तरह का कष्ट हो, दीक्षा लेने वालों को सहना होगा
ये शर्त भी होती है कि पूजा-अर्चना हो या बाबा की सिद्धि का समय, जिसे बुलाया जाएगा उसे उनके पास जाना पड़ेगा और दिया हुआ कार्य करना पड़ेगा।

शपथ पत्र में फंस गए हैं बाबा
नवोदय टाइम्स के पास पीड़ित लड़की का दिया हुआ शपथ पत्र मौजूद है। ये शपथ 4/16 में लिखा गया है, जिस पर पीड़िता के पिता के भी हस्ताक्षर है। यही नहीं शपथ पत्र के साथ स्टांप पेपर भी मौजूद है। लेकिन इस शपथ पत्र में कई ऐसी शर्तें बाबा की तरफ से लिखी गई है जो इशारा करती हैं कि बाबा पर आने वाले समय में कोई शिष्या यौन शोषण समेत किसी भी तरह का आरोप न लगा सके।

Friday, Jun 15, 2018
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