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अयोध्या का मामला हो या फिर ज्ञानवापी का, सरकार अदालत को ख़रीद चुकी है, अब हमें इस सरकार से कोई उम्मीद नहीं है : बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे हाजी महबूब

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को ऐतिहासिक बाबरी मस्जिद को लाखों भगवा संघी आतंकियों की भीड़ ने पुलिस, अर्धसैनिक बलों की मौजूदगी में दिन के उजाले में ढा दिया था, उसके बाद लम्बी चली अदलती कार्यवाही के बाद बाबरी मस्जिद की ख़ाली रह गयी ज़मीन को राम मंदिर बनने के लिए दे दिया गया था, मस्जिद को गिराने वाले सभी आरोपी समय-समय पर अदालत से बरी हो गए थे


बाबरी मस्जिद का मामला वैसे तो अदालत के फ़ैसले के बाद निपट चुका है लेकिन देशभर में इसको लेकर कोई न कोई ख़बर बनती ही रहती है, मुस्लिम समाज भी मस्जिद को भूला नहीं है वो याद रखे हुए है, इसी मामले पर एक बयान आया है


बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे हाजी महबूब ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि चाहे अयोध्या का मामला हो या फिर ज्ञानवापी का हुकूमत (सरकार) अदालत को खरीद चुकी है। अब हमें इस सरकार से कोई उम्मीद नहीं है।

हाजी महबूब ने अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को मस्जिद कहकर संबोधित किया और कहा कि 2024 के चुनाव को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मस्जिद का उद्घाटन करने आ रहे हैं। इसी को लेकर पूरे देश में चुनाव के लिए माहौल बनाएंगे।