नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा बाबा साहब डॉ भीम राव आंबेडकर के नाम में “रामजी” का प्रयोग ज़रूरी बताकर विवाद को जन्म दिया है. इस बीच विपक्ष तो सरकार के इस फ़ैसले की निंदा कर ही रहा है, सत्ता पक्ष में भी दलित नेता भाजपा सरकार द्वारा लिए गए इस फ़ैसले की निंदा कर रहे हैं।
दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने भी इस मुद्दे पर कमेंट किया है. उन्होंने एक ट्वीट करके कहा,”उत्तर प्रदेश सरकार ने ये फ़ैसला किया है कि बाबा साहब आंबेडकर के पिता के नाम में “रामजी” बतौर मिडिल नाम इस्तेमाल किया जाएगा…सभी समझदार भारतीय लोगों से मैं अपील करता हूँ कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का नाम आज से अजय सिंह बिष्ट ही लिया जाए”
UP government has decided to put Babasaheb Ambedkar's father's name "Ramji" as his middle name in all references to him in official correspondence and records. Request all sensible Indians to refer UP CM as Ajay Singh Bisht from now onwards.
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) March 30, 2018
संविधान निर्माता बाबा साहब भीम राव आंबेडकर का नाम बदलने को लेकर भाजपा सरकार की निंदा हो रही है. असल में उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने बाबा साहब का नाम बदलकर ‘डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर’ कर दिया है।
इसके बाद भाजपा के अन्दर ही विरोध के स्वर उठने लगे हैं. भाजपा सांसद उदित राज ने इस फ़ैसले पर ऐतराज़ किया है. उन्होंने कहा डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम के मध्य में रामजी लिखे जाने से अनावश्यक विवाद खड़ा किया गया है. इससे दलित भी नाराज हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का नाम बदला जाएगा.भीमराव अंबेडकर के नाम के साथ अब उनके पिता ‘रामजी मालोजी सकपाल’ का नाम भी जोड़ा जाएगा. राज्यपाल राम नाइक की सलाह के बाद इस फैसले को लिया गया है. अब उनका नाम ‘डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर’ होगा।
आज रामजी जोड़ना अनिवार्य किया है, कल को नाथूराम **(जी)** करेंगें। #Ambedkar https://t.co/2xIfKFXNCV
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) March 29, 2018
जवाहर लाल नेहरू विश्विद्यालय के पूर्व अध्यक्ष कनैहय्या कुमार ने भी योगी सरकार के इस फैसले की कड़ी निंदा करी है और कहा है कि आज रामजी जोड़ना अनिवार्य किया है, कल को नाथूराम **(जी)** करेंगें।