दुनिया

अमेरिकी प्रतिबंधों ने ईरानी सरकार के प्रभावी संचालन में बाधा डाली है और चुनौतियों को बढ़ा दिया : रिपोर्ट

ईरान 40 से अधिक वर्षों से एकतरफा व एकपक्षीय अमरीकी प्रतिबंधों का सामना कर रहा है।

जेसीपीओए से निकलने और अधिकतम दबाव की नीति शुरू करने के बाद से अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के नेतृत्व में ईरान विरोधी प्रतिबंधों को लागू करने से नए और अभूतपूर्व आयाम प्राप्त हुए जिसके तहत ईरानी राष्ट्र के ख़िलाफ़ सबसे गंभीर व कड़े प्रतिबंध लगाए गए ताकि ईरान को अमरीका की अतार्किक व अवैध मांगों के आगे घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया जाए जो निश्चित रूप से विफल रहे हैं।

हालांकि बाइडेन प्रशासन ने अब तक उसी विफल रास्ते को जारी रखा हुआ है तथा अपने पिछले नारों के बावजूद वर्तमान अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कार्यभार संभालने के बाद से अधिकतम दबाव की नीति जारी रखी है और समय-समय पर विभिन्न बहानों के तहत ईरान के ख़िलाफ नए प्रतिबंधों की घोषणा करते रहे हैं।

अमरीका ने हमेशा ईरान के खिलाफ प्रतिबंध हटाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के अनुरोध का जवाब देने से इंकार किया है। नूर न्यूज़ साइट ने इस बारे में लिखा कि ईरानी राष्ट्र के ख़िलाफ़ पर्यावरण प्रतिबंधों के प्रभावों का जवाब देने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ के विशेष रिपोर्टरों के लिए अमरीका की समय सीमा को लगभग एक महीना बीत चुका है लेकिन वाशिंगटन अभी भी उठाए गये सवालों और दी गयी ज़िम्मेदारियों का जवाब देने को तैयार नहीं है।

संयुक्त राष्ट्र संघ के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने एक पत्र में इस बात पर ज़ोर दिया है कि अमरीकी प्रतिबंध, ईरान में पर्यावरणीय क्षति में योगदान कर रहे हैं और अफ़ग़ान शरणार्थियों और अप्रवासियों सहित ईरानी नागरिकों को स्वास्थ्य और जीवन के अपने अधिकारों का भरपूर आनंद लेने से रोकते हैं।

इस पत्र में जिसमें “एल्ना दोहान”, “रिचर्ड बेनेट”, “इयान फ्राई”, “लिविंगस्टन सोवनियाना” और “फर्नांडो वॉरेन” जैसे संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ दूतों के नाम शामिल हैं, यह कहा गया है कि ईरान में कई देशों की तरह पर्यावरणीय समस्याएं हैं और अमेरिकी प्रतिबंधों ने ईरानी सरकार के प्रभावी संचालन में बाधा डाली है और चुनौतियों को बढ़ा दिया है।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिकी प्रतिबंध ईरानी नागरिकों को लंबे समय तक पुराने वाहनों का उपयोग करने के लिए मजबूर करते हैं और वाहन से पैदा होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए उपकरण और प्रौद्योगिकी तक ईरान की पहुंच असंभव बनाते हैं।

इसके अलावा ईरान के ख़िलाफ प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी प्रयासों से ईरान में व्यापार करने वाली विदेशी कंपनियों को दंडित करने का ख़तरा पैदा हो गया है। इन पत्रकारों ने एकतरफा अमरीकी प्रतिबंधों के कारण ईरान में सौर ऊर्जा संयंत्र निर्माण परियोजनाओं में सक्रिय विदेशी कंपनियों की वापसी की ओर इशारा किया।