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अमेरिका यूक्रेन को हथियार देकर और यूक्रेनी सैनिकों का प्रशिक्षण करके यूक्रेन युद्ध में एक प्रभावी पक्ष हो गया : रूस

रूसी विदेशमंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा है कि अमेरिका यूक्रेन को हथियार देकर और यूक्रेनी सैनिकों का प्रशिक्षण करके यूक्रेन युद्ध में एक प्रभावी पक्ष हो गया है।

समाचार एजेन्सी इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार मारिया ज़खारोवा ने कहा कि अगर यूक्रेन को पेट्रियाट मीसाइल सिस्टम दिये जाने की खबर सही है तो इसका अर्थ यह अमेरिका का एक अन्य भड़काऊ कार्य है और इससे यूक्रेन युद्ध में अमेरिका की भागीदारी और विस्तृत हो जायेगी और इसके संभावित परिणाम होंगे।

उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका ने जटिल हवाई सिस्टम यूक्रेन को दे दिया तो यह सिस्टम और उस में कार्य करने वाले रूसी सेना के वैध लक्ष्य होंगे।

अमेरिकी रक्षामंत्रालय के प्रवक्ता ने रूसी विदेशमंत्रालय की प्रवक्ता के बयान की प्रतिक्रिया में कहा कि अमेरिका इस बात की अनुमति नहीं देगा कि हम जो यूक्रेन की सुरक्षा सहायता कर रहे हैं वह रूसी अधिकारियों के बयानों से प्रभावित हो।

अमेरिकी अधिकारियों ने मंगलवार को एलान किया था कि उनका देश यूक्रेन को पेट्रियाट मीसाइल सिस्टम देना चाहता है। इस मीसाइल प्रणाली को व्यवहारिक बनाने और उसकी देखभाल के लिए 90 कर्मियों की ज़रूरत है।

गुरूवार को ही यूक्रेन के प्रतिरक्षामंत्री के सहायक हाना माल्यार ने पत्रकारों से वार्ता में कहा था कि पेट्रियाट मीसाइल प्रणाली का भेजा जाना न केवल यूक्रेन बल्कि हमारे घटकों के लिए भी महत्वपूर्ण है। इसी बीच न्यूयार्क टाइम्स ने रिपोर्ट दी है कि अमेरिका इस देश की जर्मनी में मौजूद छावनी में प्रतिमाह यूक्रेन के 800 सैनिकों को प्रशिक्षण देने का इरादा रखता है।

इसी बीच खबर मिली है कि शुक्रवार की सुबह को रूस की वायुसेना ने यूक्रेन में नाटो के हथियार भंडारों पर हमला किया है। प्राप्त समाचारों के अनुसार रूसी वायु सेना के युद्धक विमानों और काले सागर में खड़े रूस के युद्धपोतों ने यूक्रेन के केन्द्र और पूर्व में कम से कम 60 मीसाइल फायर किये हैं।

समाचार एजेन्सी रोयटर ने भी रिपोर्ट दी है कि खारकीफ और कीएफ में भीषण विस्फोटों की आवाज़ें सुनी गयी हैं और इन क्षेत्रों के ऊर्जा केन्द्रों को लक्ष्य बनाया है।

ज्ञात रहे कि 24 फरवरी से रूस- यूक्रेन युद्ध आरंभ हुआ है तब से अमेरिका, पश्चिमी व यूरोपीय देश यूक्रेन की हथियारों आदि से मदद कर रहे हैं और उनकी मदद यूक्रेन युद्ध के लंबा खिंचने का कारण बनी है। रूस ने बारमबार कहा है कि पश्चिम द्वारा यूक्रेन के लिए हथियारों का भेजा जाना केवल युद्ध के लंबा खिंचने का कारण बनेगा।