दुनिया

अमेरिका और जायोनी शासन की खुली दरिन्दगी

अगर इस्राईल न होता तब भी हम उसके गठन के लिए कोशिश करते, इस्राईल चमत्कार हैः जो बाइडेन
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि अगर इस्राईल न भी होता तब भी हम उसके गठन के लिए कोशिश करते।

जो बाइडेन ने एक बार फिर इस्राईल के समर्थन पर बल दिया और कहा कि अगर यहां इस्राईल न होता तब भी हम उसके गठन के लिए प्रयास करते। उन्होंने कहा कि इस्राईल एक यहूदी देश था पर साथ ही उसे एक डेमोक्रेटिक देश भी समझा जाता है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि इस्राईल ने गज्जा पट्टी में असैनिकों तक सहायता पहुंचाये जाने के प्रति सहमति जताई है और अमेरिका गज्जा पट्टी और पश्चिमी किनारे के लोगों को 10 करोड़ डालर की मदद देगा।

उन्होंने आगे कहा कि इस्राईल चमत्कार है जिसने हुए नुकसान और पीड़ाओं पर कंट्रोल कर लिया और जो चीज़ें हम सीखते हैं वह भावी पीढ़ियों के लिए बाकी व जारी रहेंगी। जो बाइडेन ने इस्राईल द्वारा गज्जा पट्टी के अलमामदानी अस्पताल पर की गयी बमबारी की ओर कोई संकेत किये बिना कहा कि पूरी दुनिया के लोग गज्जा पट्टी के अस्पताल में मरने वालों का शोक मना रहे हैं।

ज्ञात रहे कि जायोनी शासन ने मंगलवार की रात को गज्जा पट्टी के अलमामदानी अस्पताल पर बमबारी कर दी थी जिसमें 500 से अधिक लोग शहीद और 1000 से अधिक घायल हो गये थे। शहीद होने वालों में अधिकांश संख्या बच्चों और महिलाओं की है।

जायोनी शासन की खुली दरिन्दगी की पूरी दुनिया के अधिकांश लोग निंदा कर रहे हैं और इस निंदा से बचने के लिए जायोनी शासन और उसके प्रभाव में काम करने वाले संचार माध्यम यह बताने की कोशिश में हैं कि अस्पताल पर होने वाले हमले के लिए हमास ज़िम्मेदार है। फिलिस्तीन के संघर्षकर्ता गुटों ने इस आरोप का कड़ाई से खंडन किया है परंतु अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस आरोप को दोहराया है।