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अमरीका द्वारा सीरिया के ख़िलाफ़ दाइश के इस्तेमाल की रूस ने की आलोचना

25 जनवरी को, क़ज़ाख़िस्तान में अस्ताना प्रक्रिया बैठक के बाद, सीरिया में रूसी राष्ट्रपति के प्रतिनिधि अलेक्ज़ेंडर लावेरेंटिओव ने घोषणा की कि इस बैठक में भाग लेने वाले देश (रूस, ईरान और तुर्की) सीरिया में अशांति और अमरीकी सैन्य उपस्थिति को जोड़कर देखने पर सहमत हैं।

लावेरेंटिओव के अनुसार, अमरीका की अवैध उपस्थिति और सीरिया के उत्तर और दक्षिण में अलगाववादी समूहों के गठन का प्रयास, इस देश में अस्थिरता का मुख्य कारण है और अमरीकी अधिकारी सीरिया में स्थिति को अस्थिर करने के लिए दाइश जैसे आतंकवादियों का उपयोग कर रहे हैं।

सीरिया में अस्थिरता के कारक के रूप में अमरीका की उपस्थिति पर अस्ताना प्रक्रिया के अन्य सदस्य देशों, यानी ईरान और तुर्की के साथ रूस का सीरिया के मामलों में एकमत होना, तीनों देशों के बीच आम सहमति को दर्शाता है।

अमरीका वर्षों से सीरिया में अपनी अवैध सैन्य उपस्थिति जारी रखे हुए है और अब वह इस मामले को जारी रखने पर ज़ोर दे रहा है। लेकिन क्षेत्र में हालिया तनाव, ग़ज़ा युद्ध और इराक़ और सीरिया में प्रतिरोधी़ज़ाइस मामले को जारी रखने पर जोंता बढ़ीजूद, हमास का निंय के लिए आदेश जारी नहीं किया, जिसकी दक्षिण अफ़्रीक़ा ने मांग की थी। ्य अ समूहों द्वारा इन अमरीकी सैन्य ठिकानों पर 150 से अधिक हमलों ने अमेरिकियों के लिए स्थिति को जटिल बना दिया है। अमेरिकी पोलिटिको ने अमेरिकी सरकार के तीन वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से ख़बर दी है कि सीरिया से अमेरिकी सैनिकों की वापसी को लेकर बातचीत चल रही है। अमेरिकी अधिकारियों ने इस वापसी को नियमित योजना के हिस्से के रूप में तैयार किया है।

2011 में बराक ओबामा के राष्ट्रपति काल के दौरान, अमरीका ने बशार अल-असद की वैध सरकार को उखाड़ फेंकने और प्रतिरोध की धुरी को कमज़ोर करने के उद्देश्य से सीरिया में आतंकवादी समूहों का गठन और उनका समर्थन किया। उसके बाद उसने 2014 से इन आतंकवादी गुटों के ख़िलाफ़ लड़ाई के बहाने सीरिया में हवाई और ज़मीनी हमले शुरू किए। अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने दाइश से लड़ने के बहाने सीरिया में अमरीका की अवैध सैन्य उपस्थिति को बरक़रार रखते हुए सीरिया के कुछ हिस्सों पर क़ब्जा कर लिया और वहां तेल की लूटमार शुरू कर दी। अमरीकी सेनाएं सीरिया के पूर्वी क्षेत्रों में मौजूद हैं, जहां इस देश के तेल और गैस क्षेत्र और अन्य सुविधाएं हैं।

बाइडन प्रशासन भी सीरिया की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता जैसे अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों और मानदंडों की अवहेलना करते हुए और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अनुमति के बिना सीरिया के कुछ हिस्सों पर अवैध कब्ज़ा जारी रखे हुए है।

इस संदर्भ में मॉस्को का मानना ​​है कि वाशिंगटन न केवल सीरिया संकट के राजनीतिक समाधान में बाधा डाल रहा है, बल्कि आतंकवादी समूहों, विशेष रूप से दाइश को एक उपकरण के रूप में भी इस्तेमाल कर रहा है और उसे सीरिया की वैध सरकार और जनता के ख़िलाफ़ हिंसा के लिए उकसाता है।