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अमरीका के संयुक्त सैन्य अभ्यास, एक बड़े युद्ध का कारण बन सकते हैं : उत्तरी कोरिया

अमरीका ने उत्तरी कोरिया पर नए प्रतिबंध लगाए हैं।

असोसिएटेड प्रेस के अनुसार अमरीका के वित्त मंत्रालय ने गुरूवार को बताया है कि उत्तरी कोरिया के सत्तारुढ दल की केन्द्रीय समिति के तीन सदस्यों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं। इनपर उत्तरी कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में सहयोग करने के आरोप में प्रतिबंध लगाए गए।

अमरीकी वित्त मंत्रालय के अनुसार उत्तरी कोरिया के सत्तारूढ़ दल की केन्द्रीय समिति के तीन सदस्यों की संपत्ति को सीज़ करते हुए उनकी हर व्यापारिक गतिविधि पर रोक लगा दी गई है।

याद रहे कि उत्तरी कोरिया द्वारा पहले परमाणु परीक्षण के बाद अमरीका और संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद ने सन 2006 में पियुंगयांग के विरुद्ध प्रतिबंध लगाए थे। इन प्रतिबंधों के बावजूद उत्तरी कोरिया अपनी सैन्य शक्ति को बढ़ाने में लगा हुआ है। उसका कहना है कि क्षेत्र में अमरीकी सैन्य उपस्थति का मुक़ाबला करने के लिए उसे एसा करना पड़ रहा है।

उत्तरी कोरिया का यह कहना है कि वहां की सरकार को गिराने के लिए जबतक अमरीका इस्तक्षेपपूर्ण नीति अपनाए रहेगा उस समय तक वह अपने मिसाइल और परमाणु कार्यक्रम से पीछे नहीं हटेगा।

उल्लेखनीय है कि अमरीका की ओर से उत्तरी कोरिया के अधिकारियों पर यह प्रतिबंध एसी हालत में लगाए गए हैं कि जब पिछले दो महीनों के दौरान पियुंगयान ने अभूतपूर्व ढंग से कई बार बैलिस्टिक मिसाइल दाग़े हैं। इस काम ने अमरीका और दक्षिणी कोरिया के लिए समस्याएं बढ़ा दी हैं

पियुंगयांग के विरोध के बावजूद अमरीका और दक्षिणी कोरिया सैन्य अभ्यास के लिए आतुर

उत्तरी कोरिया का मानना है कि क्षेत्र में अमरीका के संयुक्त सैन्य अभ्यास, एक बड़े युद्ध का कारण बन सकते हैं।

उत्तरी कोरिया ने चेतावनी दी है कि अमरीका और दक्षिणी कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास के जवाब में प्रशांत महासागर गोलीबारी के मैदान में बदल जाएगा।

अमरीका और दक्षिणी कोरिया की सेना ने शुक्रवार को एक बयान जारी करके घोषणा की है कि यह दोनो देश “शील्ड आफ फ्रीडम के नाम से एक संयुक्त सैन्य अभ्यास करने जा रहे हैं। यह सैन्य अभ्यास, 13 मार्च से 23 मार्च तक जारी रहेगा। इस संयुक्त बयान में कहा गया है कि उत्तरी कोरिया की परमाणु और मिसाइल धमकियों के मुक़ाबले में यह संयुक्त सैन्य अभ्यास, क्षेत्र को मज़बूत करेगा।

यून सूक यूल ने जबसे मई में दक्षिणी कोरिया के राष्ट्रपति का पद संभाला है उस समय से उन्होंने अमरीका के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास को आरंभ कर दिया है। यह विषय उत्तरी कोरिया और चीन की कड़ी प्रतिक्रियाओं का कारण बना है।

पिछले महीने उत्तरी कोरिया के शासक किम जुंग ऊन की बहन ने अमरीका और उत्तरी कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। उन्होंने अमरीका और दक्षिणी कोरिया दोनो को ही संयुक्त सैन्य अभ्यास के दुष्परिणामों के प्रति गंभीर चेतावनी दी थी। उत्तरी कोरिया का मानना है कि अमरीका और दक्षिणी कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास, किसी गंभीर युद्ध की भूमिका बन सकते हैं।