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अब, ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज़ ने अडानी समूह की सात कंपनियों के आउटलुक को निगेटिव कर दिया : सत्ताधारी ‘गोपाल’ को मुआवज़ा देते हैं ‘बिलाल’ के लिए तो उनके पास संवेदना भी नहीं!

Gurpreet Garry Walia
@garrywalia_
गौतम अड़ानी को एक और झटका 👇

गौतम अडानी के लिए मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अमेरिकी घूसकांड के बाद से उनकी कंपनियों पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है

अब, ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज ने अडानी समूह की सात कंपनियों के आउटलुक को निगेटिव कर दिया है, जिससे समूह को एक और बड़ा झटका लगा है।

मूडीज ने अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पोर्ट्स, अडानी ट्रांसमिशन, अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड, अडानी इंटरनेशनल कंटेनर टर्मिनल और अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल एकोनॉमिक जोन लिमिटेड सहित सात कंपनियों की रेटिंग को स्टेबल से घटाकर निगेटिव कर दिया है

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TRUE STORY
@TrueStoryUP
UP के मेरठ मे बहन के बॉयफ्रेंड की हत्या करने वाले भाई व उसके परिजनो के जेल जाने के बाद अब शूटर व उसके साथी को पुलिस ने टांग मे गोली मारकर पकड़ लिया हैं। लड़की के भाई आकाश ने घटना से दो दिन पहले लाखन को धोखे से परतापुर बुला लिया था। जहां आरोपियों ने मुरादनगर में युवक की ईटों से कूचकर व गोली मारकर हत्या कर दी थी। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने लड़की के भाई आकाश अहलावत, आशीष अहलावत, पिता संजय अहलावत, मामा विनीत मलिक, जतिन, बिट्टू ऋतिक व सोमवीर के खिलाफ हत्या व अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जांच के दौरान मोनू उर्फ मोहन गिरी पुत्र तेज गिरी निवासी ग्राम जलालाबाद थाना मुरादनगर जिला गाजियाबाद, सोहेल पुत्र रईस कुरैशी निवासी थाना इंचौली क्षेत्र व हारून पुत्र मेहरू कुरैशी भी ढाबा संचालक की हत्या में शामिल होना प्रकाश मे आया। रात तीनों आरोपी लाला मोहम्मदपुर गांव की सड़क से बाइक से सवार होकर जा रहे थे। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो हत्यारोपियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में पैर में गोली लगने से मोनू उर्फ मोहन गिरी व सोहैल घायल हो गए। तीसरे आरोपी हारून को भी पुलिस ने कांबिंग के बाद गिरफ्तार कर लिया।

Wasim Akram Tyagi
@WasimAkramTyagi
विपक्षी सांसद संभल जाएं उससे पहले कुछ मश्विरे हैं। फिलहाल वो संभल ना जाएं! बल्कि यूपी में विपक्ष के जो 44 सांसद हैं। वो अपने वेतन से एक-एक लाख रुपये देकर पीड़ितों की सहायता करें। क्योंकि मौजूदा सत्ताधारी ‘गोपाल’ को मुआवज़ा देते हैं ‘बिलाल’ के लिए तो उनके पास संवेदना भी नहीं। अब विपक्ष पर ज़िम्मेदारी है कि वो पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए इस देश के बेहतरी वकीलों को हायर करें जो पीड़ितों को इंसाफ़ और ज़ालिमों को सज़ा दिला सकें। मानवाधिकार आयोग के सदस्यों, अदालतों के जजेस को साथ लेकर संभल जाएं, ताकि उन्हें भी पता चले कि मुसलमानों पर क्या बीती है।

डिस्क्लेमर : पोस्ट सोशल मीडिया X से प्राप्त हैं, लेखक के निजी विचार हैं, तीसरी जंग का कोई सरोकार नहीं है