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और फिर मैं कानपुर तक उसका हाथ पकड़ कर बैठी रही।।
दिल से पढीयेगा पसंद आएगी 🙏🙏 जीवन की एक कसक …💕… ट्रेन चलने को ही थी कि अचानक कोई जाना पहचाना सा चेहरा जर्नल बोगी में आ गया। मैं अकेली सफर पर थी। सब अजनबी चेहरे थे। स्लीपर का टिकिट नही मिला तो जर्नल डिब्बे में ही बैठना पड़ा। मगर यहां ऐसे हालात में उस […]
औरतों की त्रिया चरित्र के बारे में
B B Singh ==================== औरतों की त्रिया चरित्र के बारे में एक प्यासा आदमी एक कुएं के पास गया, जहां एक जवान_औरत पानी भर रही थी उस आदमी ने औरत से थोड़ा पानी पिलाने के लिए कहा खुशी से उस औरत ने उसे पानी पिलाया। पानी पीने के बाद उस आदमी ने औरत से पूछा […]
दो वादे…..”ए सरजू….सुन तुझसे एक बहुत ज़रूरी बात करनी है”…By-संजय नायक ‘शिल्प’
संजय नायक ‘शिल्प’ ============== दो वादे….. ट्रेन अपनी गति से उसके गाँव की ओर बढ़ी चली जा रही थी। रंजना पूरे तेरह साल बाद गाँव जा रही थी। उसके पिताजी अपने अंतिम साँसें ले रहे थे। उसने अपनी आँखें बंद करके सर को बर्थ के पीछे की दीवार से टिका दिया था। तेरह साल पुरानी […]