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लेखक, संजय नायक ‘शिल्प’ की====कहानी “मरीज़” क़िश्त- 2, पढ़िये!
संजय नायक ‘शिल्प’ ======= कहानी “मरीज” किश्त- 2 इतने में उसकी जाग खुल गयी , देखा दीदी उसे जगा रही है, “सौरभ क्या हुआ आज सोफे पर ही सो गए कॉलेज के पहले ही दिन थक गए क्या” “नहीं दीदी थक नहीं गया , आज घटना ही ऐसी हुई कि सोचते सोचते ही नींद आ […]
देख के हम उन्हें बेजुवां हो गए, बिन कहे दर्द मेरे बयां हो गए….झरना माथुर की एक ग़ज़ल और सावन गीत!
Jharna Mathur Blogger Lives in Dehra Dun, India From Bareilly =============== ग़ज़ल देख के हम उन्हें बेजुवां हो गए बिन कहे दर्द मेरे बयां हो गए फासले दरमियां इस तरह से बढ़े इश्क़ में उसके फिर इम्तिहाँ हो गए साथ हैं वो मिरे ये यकीं था मुझे क्यों वफ़ा के अजब से गुमां हो गए […]
एक किलो आलू और भिन्डी के अभी हाल की क़ीमत क्या है? एक किलो गेहूं, चावल और तेल की क़ीमत बताइये?
Indra pratap ============== · इससे अच्छी पोस्ट मैंने अपनी ज़िंदगी में आज तक नही पढ़ी, आप भी जरूर पढियेगा, 😭 “बेटा! थोड़ा खाना खाकर जा ..!! दो दिन से तुने कुछ खाया नहीं है।” लाचार माता के शब्द है अपने बेटे को समझाने के लिये। “देख मम्मी! मैंने मेरी बारहवीं बोर्ड की परीक्षा के बाद […]