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अगर न्यायपालिका ने निराशा किया तो…

इराक़ में सद्र धड़े के नेता मुक़तदा सद्र ने अपने समर्थकों से कहा है कि वे अदालत का दरवाज़ा खटखटाएं जो संसद सभापति से सदन भंग कर देने के लिए कहे।

मुक़तदा सद्र ने अदालत से मांग की है कि वह राष्ट्रपति को नए चुनाव की तारीख़ का निर्णय लेने के लिए कहे। उन्होंने कहा कि सदन भंग करने के लिए संसद की बैठक की कोई ज़रूरत नहीं है बल्कि न्यायपालिका को चाहिए कि इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए सदन भंग करने का आदेश जारी कर दे, इसी तरह न्यायपालिका राष्ट्रपति से कहे कि वह नए चुनावों के लिए तारीख़ का एलान करें।

मुक़तदा सद्र ने धमकाते हुए कहा कि प्रदर्शन जारी रहेंगे और अगर न्यायपालिका ने निराशा किया तो प्रदर्शनकारी कोई दूसरा निर्णय ले सकते हैं। उन्होंने इस दूसरे निर्णय के बारे में ज़्याद कुछ नहीं बताया।

इराक़ के प्रधानमंत्री मुसतफ़ा अलकाज़ेमी ने कहा कि राजनैतिक दलों के पास आपसी बातचीत के अलावा कोई चारा नहीं है।

कोआर्डिनेशन फ़्रेमवर्क के नाम से बने बड़े एलायंस ने कहा है कि संस्थाओं की हिफ़ाज़त की जाएगी और सरकार का गठन किया जाएगा जो देश को वर्तमान संकट से बाहर निकाले। एलायंस ने जनता से कहा कि संविधान का समर्थन करते हुए लोकतांत्रिक तरीक़े से सरकार के गठन में मदद करे।

एलायंस ने अपने समर्थकों से कहा कि वे बड़े पैमाने पर बाहर निकल कर प्रदर्शन करें और संविधान तथा संस्थाओं की हिफ़ाज़त करें।