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अगर इस्राईल ने ग़लती की तो उसे…..

ईरान की इस्लामी क्रांति संरक्षक बल सिपाहे पासदारान आईआरजीसी के प्रवक्ता ने कहा है कि इस्राईल को बता रहा हूं कि अगर उसने गलती की तो उसे ऐसा सबक सिखायेंगे कि वह हमेशा के लिए 27 हज़ार किलोमीटर की भूमियों से जिन पर उसने अवैध कब्ज़ा कर रखा है उसे हाथ धोना पड़ेगा।

सिपाहे पासदारान के कमांडर रमज़ान शरीफ़ ने कहा कि शहीदों की सबसे महत्वपूर्ण मांग व अपेक्षा हमसे सर्वोच्च नेतृत्व का अनुसरण और इस्लामी व्यवस्था की सुरक्षा है जिसकी बुनियाद स्वर्गीय इमाम खुमैनी रह. ने रखी है। इसी प्रकार उन्होंने कहा कि शहीदों की अपेक्षा हमसे यह है कि विलायते फकीह का अनुपालन व अनुसरण करके इस्लामी व्यवस्था की रक्षा करें और यह वह वास्तविकता है जिसका उल्लेख लगभग समस्त शहीदों ने अपने वसीयत पत्रों में किया है कि विलायते फकीह के समर्थक व अनुरणकर्ता रहो क्योंकि वे विलायते फकीह के अनुसरण में इस्लामी व्यवस्था की सुरक्षा को नीहित मानते थे।

आईआरजीसी के प्रवक्ता ने अमेरिकी राष्ट्रपति की हालिया मध्यपूर्व यात्रा की ओर संकेत किया और कहा कि अमेरिका के बीमार राष्ट्रपति ने अवैध अधिकृत फिलिस्तीन और सऊदी अरब की यात्रा की और यह यात्रा इस्राईल की सुरक्षा सुनिश्चित बनाये जाने, अरब देशों के साथ उसके संबंधों को सामान्य बनाये जाने और ईरान विरोधी गठबंधन बनाये जाने के परिप्रेक्ष्य में हुई परंतु इनमें से न केवल कोई लक्ष्य पूरा नहीं हुआ बल्कि अमेरिका के क्षेत्रीय दोस्तों के निकट भी उसका स्थान पहले से अधिक कम हो गया है।

इसी प्रकार उन्होंने कहा कि एक अन्य घटनाक्रम में हमने देखा कि ईरान, रूस और तुर्की के राष्ट्रपति तेहरान की यात्रा पर आये थे जो इस बात की सूचक है कि तेहरान सीरिया सहित क्षेत्रीय समस्याओं के समाधान के सक्रिय केन्द्र में परिवर्तित हो गया है और दुश्मनों और जायोनियों के दुष्प्रचार व प्रयास के बावजूद बड़ी शक्तियां इस्लामी गणतंत्र ईरान की रचनात्मक व निर्णायक भूमिका का सम्मान करती हैं।

सिपाहे पासदारान के प्रवक्ता ने कहा कि आज क्षेत्र में प्रतिरोध अमेरिका और जायोनी शासन की शत्रुतापूर्ण नीतियों के मुकाबले में है और एक दिन जायोनी शासन दावा करता था कि अगर समस्त अरब देशों की सेना हमारे मुकाबले में हो तब भी पराजित हो जायेंगी परंतु आज उसने प्रतिरोध के संघर्षकर्ताओं के क्रोध के मुकाबले में अपने किनारे किनारे ऊंची दीवारें खींच ली हैं।

इसी प्रकार कमांडर रमज़ान शरीफ ने कहा कि जायोनी ईरान के खिलाफ प्रयास करते व षडयंत्र रचते रहते हैं परंतु हम अतिग्रहणकारी इस्राईल को बता रहे हैं कि अगर उसने गलती की तो उसे ऐसा सबक सिखायेंगे कि 27 हज़ार किलोमीटर के क्षेत्र पर जो उसने अवैध कब्ज़ा कर रखा है उससे हाथ धो बैठेगा और इस विषय में उसे लेशमात्र भी संदेह नहीं करना चाहिये।

उन्होंने कहा कि कभी- कभी जायोनी जो यह कहते हैं कि सैनिक विकल्प हमारी मेज़ पर हैं तो उसके जवाब में कह रहा हूं कि अमेरिका और पूर्व सोवियत संघ तुमसे अधिक बड़े और शक्तिशाली थे और उन्होंने अपनी समस्त संभावनायें इराक की बासी सरकार के अधिकार में दे दी थीं परंतु हमारे शहीदों ने सैनिक क्षेत्रों में भी उनकी इज्ज़त पर पानी फेर दिया।

उन्होंने कहा कि ईरान इस्लामी जागरुकता और अहलेबैत की संस्कृति को जीवित करने का केन्द्र है और कोई भी ताकत इससे मुकाबले की शक्ति नहीं रखती है।