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लोगों के गले मिलना अब छोड़ दो ‘नीलोफ़र’
DrNirmala Sharma ============ लोगों के गले मिलना अब छोड़ दो ‘नीलोफर’ दूर से ही मुस्कुराओ क्योंकि दुनिया का यह दस्तूर है कि जो जितना कसकर गले लगाता है वह उतना ही तेजी से पीठ में छुरा भोकता है जो जितना अधिक हमदर्द बनता है वही एक दिन आपके दुःख सरेआम करता है जो जितना अधिक […]
स्त्री कभी संतुष्ट नहीं होती …..”जीजा जी आप तैयार नहीं हुए”
स्त्री कभी संतुष्ट नहीं होती ….. स्त्री से प्रेम में अगर आप ये उम्मीद करते हैं कि वो आपसे पूरी तरह खुश है तो आप नादानी में हैं ये स्त्री के मूल में ही नहीं है अगर आप बहुत ज्यादा केयर करते है तो उससे भी ऊब जाएगी अगर आप बहुत उग्र हैं तो वो […]
इसको मेहनत नहीं रिश्वत कहते हैं….इसलिए मैंनें रुपए नहीं लिए”
*रिश्वत* डॉ० अशोक एक डिग्री कॉलेज में हिंदी के प्रोफेसर थे। वे स्टूडेंट्स को हिंदी में पीएचडी करवाने व पीएचडी के लिए शोध विषय चुनने में मदद करते थे। वे एक स्थानीय समाचार पत्र के भी सम्पादक थे। नितिन उनके ऑफिस में समाचार पत्र के एडिटर के तौर पर कार्य करता था। नितिन को अशोक […]