दुनिया

अंसारुल्लाह आंदोलन के प्रतिनिधिमंडल से मिले सऊदी रक्षा मंत्री, गंभीर व सार्थक बातचीत से अच्छा संकेत मिला : यमन

यमन संकट पर बातचीत के लिए राजधानी सनआ से एक प्रतिनिधिमंडल सऊदी अरब की राजधानी रियाज़ गया जिससे सऊदी रक्षा मंत्री प्रिंस ख़ालिद बिन सलमान ने भी मुलाक़ात की।

प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेताओं का कहना है कि बातचीत सार्थक और गंभीर थी, कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रगति भी हुई है।

सऊदी रक्षा मंत्री प्रिंस ख़ालिद बिन सलमान ने अपने एक्स एकाउंट पर लिखा कि मेरी मुलाक़ात सनआ के प्रतिनिधिमंडल से हुई जिसने यमन में शांति की स्थापना के लिए जारी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए रियाज़ का दौरा किया।

उन्होंने आगे लिखा कि हमने प्रतिनिधिमंडल से मुलकात में इस बात पर ज़ोर दिया कि सऊदी अरब यमन की जनता के साथ है और इस देश में स्थायी शांति के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ की निगरानी में सभी पक्षों की भागीदारी से होने वाली बातचीत का समर्थन करता है।

उन्होंने लिखा कि हम चाहते हैं कि यमनी पक्षों के बीच गंभीर वार्ता अपने लक्ष्य तक पहुंचे और सारे यमनियों के बीच एक समझौता हो जाए।

अंसारुल्लाह के राजनैतिक विभाग के सदस्य अली अलक़हूम ने इस यात्रा से लौटने के बाद कहा कि हमारा प्रतिनिधिमंडल यमनी ओमानी मध्यस्थ के साथ राजनधानी सनआ लौटा। पांच दिन तक रियाज़ में गंभीर वार्ता हुई जिसमें ओमान ने मध्यस्थता की।

क़हूम ने कहा कि वार्ता गंभीर और सार्थक थी और आशा है कि मानवीय मुद्दों को लेकर प्रगति होगी। उन्होंने कहा कि वार्ता किए नए दौर भी होंगे।

रोयटर्ज़ ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि प्रमुख मुद्दों के बारे में कुछ प्रगति हुई है जिसमें यमन से विदेशी फ़ोर्सेज़ के बाहर निकलने के टाइमफ़्रेम का मुद्दा भी है।

वार्ता इस बात पर केन्द्रित है कि यमन की बंदरगाहों और सनआ एयरपोर्ट को पूरी तरह खोल दिया जाए उसमें सऊदी अरब और उसके घटकों की तरफ़ से कोई रुकावट न डाली जाए।