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वो महिला स्कूल आई तो देखा, ताला लगा हुआ था…
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ============= करीब 32 साल पुरानी बात है, मेरे घर के बाजू में एक बुजुर्ग आंटी अकेले रहती थीं, वो शासकीय सहायता से गरीब बच्चों के लिऐ स्कूल चलाती थीं, जो आर्थिक योगदान उन्हें मिलता था उससे वो अपना जीवन यापन करती थीं बच्चो को खाने के नाम पर सिर्फ़ लकड़ियों से मार […]
मुझे जुगाड़ की ज़िंदगी जीने की आदत हो गई है!
मनस्वी अपर्णा लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ========= मुझे याद नहीं है कि मेरी ये सोच कब से बन गई है लेकिन अरसा हुआ है मुझे बनाने वालों से ज़्यादा सुधारने वाले पसंद आते हैं…..आमतौर पर दुनिया उनको सर माथे पर बिठाती है जो कुछ creation करते हैं या construction करते हैं, ठीक भी है उनकी योग्यता […]
सत्य का अनुसरण करने बाला व्यक्ति भय और चिंता से सदैव दूर रहता है : लक्ष्मी सिन्हा का लेख पढ़ें!
Laxmi Sinha ============== सत्य का मानव जीवन में वर्णनातीत महत्त्व है। हमारे शास्त्रों में “असतो मा सद्गमय” अर्थात मुझे असत्य से सत्य की ओर ले चलो का हीं संदेश है। हालांकि, सत्य के पथ पर चलना कठिन है, क्योंकि इस पथ पर कंटकों की बहुतायत होती है। सत्य की एक विशेषता यह है कि यह […]