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मैनपुरी : समीर को नसीब नहीं हो सका अपनों का कंधा, यह थी वारदात!

मैनपुरी के बिछवां थाना इलाके के गांव सुन्नामई के समीर हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने हत्या के आरोप में समीर की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि प्रेमी रिंकू ने अपने मौसेरे भाई के साथ मिलकर समीर की हत्या की थी। पुलिस ने हत्या की आरोपी पत्नी मीरा और उसके प्रेमी रिंकू चौहान को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि दो साल पहले ही मीरा ने प्रेमी रिंकू चौहान से मंदिर में शादी कर ली थी। संबंधों में बाधा बन रहे पति की 31 मार्च की रात पत्थर से प्रहार कर हत्या कर शव हाथरस के सिकंदराराऊ क्षेत्र में फेंका था।

रिंकू का मौसेरा भाई नीलेश भी इस वारदात में शामिल था। मीरा और रिंकू को जेल भेज दिया है। नीलेश की तलाश जारी है। एसपी सिटी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी रिंकू और मीरा ने स्वीकार है कि 30 मार्च को समीर और मीरा बेवर में एक शादी समारोह में गए थे। वहां मीरा ने रिंकू को बुला लिया था। तय योजना के तहत फ्रिज और टीवी खरीदने के लिए रिंकू के साथ समीरा को भेज दिया था।

रिंकू ने समीर को एटा से किश्तों पर दोनों सामान दिलाने के लिए कहा। समीर, भरोसा कर रिंकू के साथ चला गया। एटा पहुंचकर रिंकू ने अपने मौसेरे भाई नीलेश को बुला लिया। नीलेश और रिंकू इसके बाद समीर को सिंकदराराऊ, हाथरस ले गए। वहां जीटी रोड हाईवे किनारे पत्थरों से प्रहार करते हुए समीर की हत्या कर शव फेंक दिया था।

रिंकू और मीरा दो साल से अधिक समय से संबंधों में थे। पहले समीर केरल में नौकरी करता था। मगर, पिछले कुछ समय से वह घर पर ही आकर रहने लगा था। इस वजह से रिंकू और मीरा के संबंध में अड़चन आ रही थी। वह लोग मिल नहीं पा रहे थे। समीर को रास्ते से हटाने के लिए मीरा और रिंकू चौहान ने हत्या करने की योजना बनाई थी। 31 मार्च की रात समीर की हत्या के बाद छह अप्रैल को मीरा, रिंकू के साथ चली गई। दोनों बच्चों को घर पर ही छोड़ गई।

15 अप्रैल को समीर की पत्नी मीरा ने अपने प्रेमी रिंकू चौहान के साथ एटा में पुनर्विवाह की रजिस्ट्री के लिए आवेदन किया। इसमें दो साल पूर्व शादी करने का जिक्र किया गया है। समीर के परिजन को इसकी जानकारी हो गई। समीर के लापता होने के बाद मीरा की इस हरकत से परिजन को यकीन हो चुका था कि समीर के साथ कुछ अनहोनी हुई है। उनकी ये आशंका आखिरकार सही साबित हुई। पुलिस ने समीर की पत्नी मीरा और प्रेमी रिंकू चौहान निवासी लोहा बादशाहपुर थाना बागवाला एटा को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया।

इंस्टाग्राम से हुई थी रिंकू से दोस्ती
सीओ सिटी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि समीर केरल में नौकरी करता था। इस दौरान पत्नी मीरा की रिंकू चौहान से इंस्टाग्राम पर दोस्ती हो गई थी। कुछ ही दिनों में दोस्ती प्यार में बदल गई और दोनों ने साथ जीने मरने की कसमें खाईं। एक दूसरे से मिलने लगे, रिंकू तो मीरा से मिलने के लिए किराए के घर में भी आता था। जबसे समीर घर आ गया तो मीरा और रिंकू का मिलना जुलना बंद हो गया था।

समीर को नसीब नहीं हो सका अपनों का कंधा
पत्नी के धोखे का शिकार हुए समीर को आखिरी वक्त में अपनों का कंधा भी नसीब नहीं हो सका। पत्नी मीरा ने अपने प्रेमी रिंकू चौहान व नीलेश के साथ मिल कर बेरहमी से हत्या कर दी। मगर परिजन को इस बारे में कुछ भी जानकारी नहीं हो सकी। तीन दिन तक शव हाथरस की मोर्चरी में अज्ञात में रखा रहा। आखिरकार 72 घंटे पूरे होने के बाद पुलिस ने समीर का अंतिम संस्कार कर दिया।

यह थी वारदात
मूल रूप से कस्बा बिछवां के गांव सुन्नामई का रहने वाला 35 वर्षीय समीर परिजन से विवाद के बाद पत्नी मीरा के साथ सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला वंशीगौहरा में एक किराए के मकान में रह रहा था। 31 मार्च को अचानक समीर लापता हो गया था। उसकी भाभी राधा देवी ने 10 अप्रैल को एसपी को लापता होने व हत्या कर शव गायब करने का आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र दिया था। अगले दिन 11 अप्रैल को समीर के भाई सुशील ने कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।

पुलिस ने मीरा, रिंकू और समीर की मोबाइल लोकेशन निकलवाई तो वह एक साथ हाथरस के सिंकदराराऊ में जीटी रोड हाईवे पर मिली। सिंकदराराऊ पुलिस से संपर्क हुआ तो पता लगा था कि एक अप्रैल की सुबह हाईवे किनारे एक शव मिला था। इसका अज्ञात में पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार भी करा दिया था। परिजन ने फोटो के आधार पर उक्त मृतक की पहचान समीर के रूप में की थी। तब यह वारदात खुली।