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पवित्र क़ुरआन पार्ट-39 : क्या मैं तुम्हें बताऊँ कि शैतान किस पर उतरते है…?!
सूरए शोअरा, पवित्र क़ुरआन का 26वां सूरा है। इसमें 227 आयते हैं। सूरए शोअरा की 4 आयतों के अतिरिक्त इसकी सारी आयतें पवित्र नगर मक्के में नाज़िल हुईं। आयतों की संख्या की दृष्टि से यह सूरए बक़रा के बाद क़ुरआन का दूसरा सबसे बड़ा सूरा है। पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहो अलैहे वआलेही वसल्लम […]
तौहीद और शिर्क : सूरए साफ़्फ़ात आयतें 31-38 : पार्ट-30
सूरए साफ़्फ़ात आयतें 31-38 فَحَقَّ عَلَيْنَا قَوْلُ رَبِّنَا إِنَّا لَذَائِقُونَ (31) فَأَغْوَيْنَاكُمْ إِنَّا كُنَّا غَاوِينَ (32) فَإِنَّهُمْ يَوْمَئِذٍ فِي الْعَذَابِ مُشْتَرِكُونَ (33) आख़िरकार हम अपने पालनहार के इस आदेश के पात्र बन गए कि निश्चय ही हम दंड का मज़ा चखने वाले हैं। (37:31) तो (हां) हमने तुम्हें बहकाया, कि निश्चय ही हम ख़ुद भी […]
रमज़ान का पवित्र महीना : ईश्वरीय अनुकंपाओं और बरकतों की वर्षा का महीना : पार्ट-4
यह वह महीना है जिसमें महान ईश्वर की रहमत व कृपा का द्वार खुल गया है, यह वह महीना है जिसमें नरक के द्वार बंद कर दिये गये हैं। हज़रत अली फरमाते हैं इस महीने की श्रेष्ठता दूसरे महीनों पर इस प्रकार है जैसे पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र परिजनों की श्रेष्ठता दूसरे लोगों पर है, […]