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हम एक ऐसे संकट को देख रहे हैं जो बर्फ़ के गोले की तरह बढ़ रहा…जो इस्तांबुल खो देगा, वह तुर्किए खो देगा!

पार्स टुडे – एक तुर्क विश्लेषक ने इस्तांबुल के मेयर को क़ैद करने में तुर्क राष्ट्रपति रजब तय्यब अर्दोग़ान की रणनीतिक ग़लतियों की बाबत चेतावनी दी है।

इस्तांबुल के मेयर और तुर्किए की रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी के सदस्य अकरम इमामोग्लू को 19 मार्च को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

पार्सटुडे के अनुसार, तुर्किए के पूर्व राजनयिक मेहमत ओगुत्चू का मानना ​​है कि अर्दोग़ान की टीम ने इस्तांबुल के मेयर का सामना करने में कई रणनीतिक गलतियां की हैं, और ये गलतियां, जस्टिस एंड डवलपमेंट पार्टी को मध्यावधि चुनाव में हार और पतन की कगार पर ले जा सकती हैं।

तुर्किए पूर्व राजनीतिक व्यक्ति ओगुत्चू ने एक विश्लेषण में लिखा: हम तुर्किए के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं।

वर्तमान रुझान, राजनीतिक दबाव और इकराम इमामोग्लू की क़ैद का मतलब केवल अर्दोग़ान के सबसे महत्वपूर्ण प्रतिद्वंद्वी की कैद नहीं है। यह घटना एक प्रमुख राजनीतिक घटनाक्रम भी बन गई है जो आने वाले समय में तुर्किए के राजनीतिक संतुलन और गतिशीलता को बुनियादी तौर पर हिलाकर रख देगी।

उन्होंने कहा: एक बड़ी रुकावट और गतिरोध हो सकता है जिसमें कोई विजेता नहीं होगा और पूरा तुर्किए हार जाएगा। हम एक ऐसे संकट को देख रहे हैं जो बर्फ़ के गोले की तरह बढ़ रहा है।

कुप्रबंधन और ग़लत हालात में इमामोग्लू की भविष्य की राजनीतिक स्थिति मजबूत हो जाएगी और संपूर्ण विपक्ष वर्तमान सरकार के खिलाफ एक मजबूत खिलाड़ी बन जाएगा।

राजनीतिक विशेषज्ञ ने कहा: अर्दोग़ान सरकार ने जो सबसे बड़ी गलती की, वह यह थी कि इमामोग्लू की शैक्षणिक डिग्री रद्द करने और भ्रष्टाचार और आतंकवाद से संबंधों के आरोप लगाने जैसे उपायों को इस तरह से प्रस्तुत किया गया कि हर कोई समझ गया कि इसका मुख्य लक्ष्य एक शक्तिशाली प्रतिद्वंद्वी को खत्म करना है!

उनके अनुसार, इमामोग्लू न केवल उनकी पार्टी के लिए, बल्कि सभी विपक्षी राजनीतिक आंदोलनों के लिए एक प्रतीक बन रहे हैं, जो सभी को एकजुट कर सकते हैं और सभी आंदोलनों को अपने इर्द-गिर्द ला सकते हैं और एक मंच पर खड़ा कर सकते हैं।

ओगुत्चु ने कहा: तुर्की में पिछले दो नगरपालिका चुनावों के बाद, अर्दोग़ान की पार्टी ने इस्तांबुल फिर से खो दिया। ऐसा तब है जबकि अर्दोग़ान ख़ुद बार-बार कह रहे हैं, जो इस्तांबुल खो देगा, वह तुर्किए खो देगा।

इस तुर्की विशेषज्ञ के अनुसार, जैसे-जैसे राजनीतिक और आर्थिक नाज़ुकता बढ़ती जा रही है और लोगों के बीच अर्दोग़ान की लोकप्रियता घट रही है, सरकार और उनकी नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठ रहे हैं, और सत्तारूढ़ पार्टी के भीतर लोग धीरे-धीरे इस निष्कर्ष पर पहुंच रहे हैं कि अर्दोग़ान के फैसले सरकार को कमजोर कर रहे हैं, पार्टी के भीतर दरारें गहरी हो रही हैं, और अर्दोग़ान के बाद नेतृत्व के उत्तराधिकार के लिए संघर्ष अपेक्षा से कहीं पहले शुरू हो सकता है।

ओगुत्चू ने तुर्किए में नए तनाव को आर्थिक जोखिम और खतरे में वृद्धि का कारण क़रार दिया और कहा कि वैश्विक आयाम में, यूरोपीय संघ और अमेरिका तुर्की के घटनाक्रम को लोकतंत्र में गिरावट के रूप में देखते हैं।

पूर्व तुर्की राजनयिक ने कहा: अब इन घटनाक्रमों से ऐसा लगता है कि हम वस्तुतः अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं। जो देश अपने घर में मजबूत नहीं है, उसके लिए विदेश में मजबूत होना और अपनी अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा बनाए रखना असंभव है।

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