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सनातनी वसीम रिज़वी को गिरफ़्तार न किया तो ”सनोज मिश्रा” अपने पूरे परिवार के साथ अयोध्या जाकर इस्लाम धर्म ग्रहण कर लेंगे”

हाल ही में मोनालिसा फेम डायेरक्टर सनोज मिश्रा को झूठे दुष्कर्म आरोपों में दिल्ली उच्च न्यायलय से जमानत मिली थी। अब उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि उन्हें झूठे आरोपों में फंसाने वाले आरोपी वसीम रिजवी को जल्द गिरफ्तार किया जाए। अगर ऐसा नहीं होता है, तो वो अपने पूरे परिवार के साथ अयोध्या जाकर इस्लाम धर्म ग्रहण कर लेंगे। इसके अलावा उन्होंंने उस आरोपी की सारी पोल खोल डाली है। 

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धर्म बदलकर रच रहा था साजिश
महाकुंभ वायरल गर्ल मोनालिसा फेम डायरेक्टर सनोज मिश्रा को बीते दिनों दिल्ली उच्च न्यायालय ने उन्हें झूठे आरोपों में फंसाने के आरोपों में जमानत दी थी। इसके बाद फिल्म निर्देशक की ये पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा, ‘वसीम रिजवी नाम का एक व्यक्ति जो धर्म परिवर्तन कर, लोगों के साथ छल कर रहा है। अब मैंने उसके आरोपों का पर्दाफाश करना शुरू कर दिया है। उसी के बाद से वह मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन वह इसमें कामयाब नहीं हो पाया। मेरे स्टाफ और घरेलू सदस्यों को लालच देकर उन्हें मेरे खिलाफ खड़ा करने की कोशिश की। इतना ही नहीं उसने मेरी एक सहायक निर्देशिका को भड़का कर मुझ पर दुष्कर्म के झूठे आरोप भी लगवाए। हालांकि, मैंने कानून का पालन किया और जेल भी गया, लेकिन बाद में उसने शिकायत वापस ले ली और मुझे रिहा कर दिया गया। इसके बाद मैंने हनुमान मंदिर जाकर दर्शन किए। सत्यमेव जयते।

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आरोपी की गिरफ्तारी हो, नहीं तो..
फिल्म निर्देशक सनोज मिश्रा का बयान सामने आया है, जिसमें वह वसीम रिजवी नामक व्यक्ति के गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं, जिसने उन पर झूठे आरोप लगाए हैं। जारी हुए इस वीडियो में उन्होंने कहा कि वसीम रिजवी नाम का व्यक्ति, जो अपनी पहचान छिपाकर अपने आप को जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी कहता है। वो लगातार उन्हें फंसाने की साजिश कर रहा है। इस कारण उन्होंने सरकार और पुलिस से उसकी गिरफ्तारी की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर उसे गिरफ्तार नहीं किया, तो वो अयोध्या धाम जाकर अपने पूरे परिवार के साथ इस्लाम धर्म ग्रहण कर लेंगे।

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झूठा मामला बताकर कोर्ट ने किया रिहा
डायरेक्टर सनोज कुमार मिश्रा पर एक महिला ने दुष्कर्म के आरोप लगाए थे, जिसके बाद इस साल 30 मार्च को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। शुक्रवार 30 मई को हुई मामले की सुनवाई में दिल्ली उच्च न्यायालय ने निर्देशक को जमानत दे दी थी। साथ ही कोर्ट ने कहा था कि इस तरह के झूठे आरोपों का बढ़ता चलन समाज के लिए चिंताजनक है।