संघ बेहद चतुर संगठन है, ऐसे संगठनों का ख़ात्मा ही देश के लिए हितकर होगा।।
Parvez KhanComments Off on संघ बेहद चतुर संगठन है, ऐसे संगठनों का ख़ात्मा ही देश के लिए हितकर होगा।।
A.K.Tiwari adv @Advocatehca मैं 14 साल संघ को समय दिया है और मैने लंबे समय तक संघ पर अध्ययन किया हूँ,मैंने संघ में-
1- गैर हिन्दुओं के प्रति नफरत देखा। 2- हजारों ब्राह्मण युवाओं का भविष्य बर्बाद होते हुए देखा। 3- राष्ट्रवाद का झूठा ड्रामा देखा। 4- शांति के प्रतीक गांधीवाद का विरोध देखा। 5- चंदे के धन को दुरूपयोग होते हुए देखा।
लेकिन मैं इसका कोई प्रमाण नहीं दे सकता क्योंकि संघ में लिखित रिकॉर्ड नहीं होते।संघ बेहद चतुर संगठन है।ऐसे संगठनों का खात्मा ही देश के लिए हितकर होगा।।
Akhilesh Yadav
@yadavakhilesh
उप्र सरकार का दावा है कि महाकुंभ से उप्र की अर्थव्यवस्था में कई लाख करोड़ की कमाई हुई है। इस बात को सच मानते हुए माननीय मुख्यमंत्री जी से ये निवेदन है कि वो पुरातन परंपरा का निर्वहन करते हुए इस धन का कल्याणकारी सदुपयोग करें क्योंकि परंपरा कुंभ से धन कमाने की नहीं बल्कि अर्जित धन को दान करने की रही है। इसी पुरातन परंपरा का निर्वहन करते हुए माननीय से आग्रह है कि: – इस अर्जित धन में से ही मृतकों के परिजनों को क्षतिपूर्ति और घायलों के उत्तम उपचार के लिए धन का प्रबंध किया जाए। – इसमें से कुछ पैसा जो हज़ारों लोग लापता हैं, उनको खोजने और घर पहुँचाने के लिए बचाकर रख लेना चाहिए। – इस अकूत कमाई में से ही उन दुकानदारों के घाटे की पूर्ति की जाए, जिन्होंने उप्र सरकार की बदइंतज़ामी की वजह से मेले में दुकान लगाकर घाटा उठाया है। – इसमें से कुछ रक़म समस्त मेलाकर्मियों को होली के बोनस के रूप में देने की घोषणा करनी चाहिए। – माननीय को महादानी सम्राट हर्षवर्धन से प्रेरणा लेते हुए अधिकांश धन प्रयागराज के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए दान कर देना चाहिए। – लाखों-करोड़ों की इस राशि में से कुछ पैसा ‘सत्य बोलने की प्रेरणा’ देनेवाले और ‘नैतिकता’ सिखानेवाले किसी ‘आत्म सुधार’ के सत्यनिष्ठ संस्थान के निर्माण के लिए देना चाहिए। और इन सबके बाद भी अगर कुछ धन बच जाए तो उन मीडियाकर्मियों और कैमरामैनों को दे दिया जाए जिन्होंने आपके कहने पर कैमरा वहाँ नहीं लगाया जहाँ महाकुंभ के गोरखधंधे के सच का भंडाफोड़ करती हुई सच्ची तस्वीरें थीं।
https://www.youtube.com/shorts/hPzYkzh_GkM
Markandey Katju
@mkatju
The Holy Month of Ramadan begins probably this evening, 28th February. I send my Ramadan greetings to all Muslims worldwide. As I have been doing for last 30 years, I will be on one day roza in the last Friday of Ramadan, as a token of solidarity with my Muslim brothers&sisters
डिस्क्लेमर : लेखक के निजी विचार हैं, तीसरी जंग हिंदी का कोई सरोकार नहीं!
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