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वाशिंगटन, यूक्रेनी खदानों को अमेरिका को सौंपने के समझौते पर हस्ताक्षर करने को पर्याप्त नहीं मानता है और इससे आगे कुछ करने की सोच रहा है

पार्सटुडे- अमेरिकी अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि वाशिंगटन यूक्रेनी खदानों को अमेरिका को सौंपने के समझौते पर हस्ताक्षर करने को पर्याप्त नहीं मानता है और इससे आगे कुछ करने की सोच रहा है।

एनबीसी न्यूज़ ने सोमवार को रिपोर्ट दी कि अमेरिकी और यूक्रेनी अधिकारियों का एक ग्रुप इस सप्ताह सऊदी अरब में मिलने की तैयारी कर रहा है, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने एक निजी बैठक में अपने सहयोगियों से कहा कि वाशिंगटन और कीव के बीच हस्ताक्षरित खनन समझौता, युद्धग्रस्त यूक्रेन को सहायता फिर से शुरू करने के लिए पर्याप्त नहीं होगा।

पार्सटुडे के मुताबिक, इन अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि ट्रम्प शांति वार्ता को लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति विलोदीमिर ज़ेलेंस्की के रवैये को बदलना चाहते हैं और उन्हें रूस को ज़मीन सौंपने जैसी रियायतें देने के लिए मजबूर करना चाहते हैं।

वहीं ट्रम्प, ज़ेलेंस्की से यूक्रेन में चुनाव कराने के लिए कदम उठाने और पद छोड़ने के लिए भी कहेंगे।

इस संबंध में वाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता “ब्रायन ह्यूजेस” ने कहा कि सऊदी अरब में हुई बैठकों से हम और अधिक सकारात्मक हलचल सुनने की उम्मीद कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध अंततः समाप्त हो जाएगा।

अमेरिका ने अपने विस्तारवाद की वजह से वाशिंगटन द्वारा कीव को दी जाने वाली सहायता के बदले में यूक्रेन के खनिज संसाधनों से 500 बिलियन डॉलर की मांग की लेकिन ज़ेलेंस्की ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया और कहा कि युद्ध के दौरान यूक्रेन को अमेरिकी सहायता का इस राशि से कोई लेना-देना नहीं है।

ज़ेलेंस्की ने यह भी कहा कि अमेरिका द्वारा प्रस्तावित समझौते में कोई भी सुरक्षा गारंटी शामिल नहीं है जो यूक्रेन ने शांति समझौते के हिस्से के रूप में मांगी थी।

अब रिपोर्टें ज़ेलेंस्की के पीछे हटने का इशारा दे रही हैं।