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“मामला अति संवेदनशील और गम्भीर प्रवृति का है”…”2500 करोड़ की ज़मीन धांधली”

Mamta Tripathi
@MamtaTripathi80
अभिषेक प्रकाश ने बरेली और लखीमपुर डीएम रहते भी जमकर लूट मचाई थी।

#सांसद वीरेंद्र सिंह की चिट्ठी पर DoPT ने जाँच के लिए यूपी के नियुक्ति विभाग को पत्र लिखा था…#मुख्यमंत्री ने जांच की संस्तुति भी कर दी मगर ब्यूरोक्रेसी के घाघ अफसरों ने जांच दबा दी।

#ACS रेणुका कुमार से जांच के आदेश की चिट्ठी ACS तक पहुँची ही नहीं, नियुक्ति विभाग के तत्कालीन #विशेषसचिव जो मौजूदा समय में तराई के ज़िले में कलेक्टर बनकर “तर माल” खा रहे हैं, उन्होंने जातिय अस्मिता के नाम पर “सर जाँच अधिकारी बदलवा लीजिए, हम तब तक चिट्ठी दबाए हुए हैं, अपनी भक्ति दिखा दी।

सरकार की आँखों के तारे अभिषेक प्रकाश ने तगड़े जुगाड़ (पंचम तल) से आलोक सिन्हा को जाँच अधिकारी नामित करवा लिया।

#लखीमपुर में 300 बीघा और #बरेली में 400 बीघे जमीन ख़रीद मामले में जिसमें बरेली ज़िलाधिकारी ने फाइल पर साफ लिखा था कि “मामला अति संवेदनशील और गम्भीर प्रवृति का है और स्टाम्प चोरी के साथ राजस्व से भी जुड़ा हुआ है।

नए जाँच अधिकारी ने रिपोर्ट के आख़िर में लिखा कि अभिषेक के पिता ख्यातिलब्ध प्रतिष्ठित चिकित्सक हैं। अतएवं …
विभागीय लोगों का कहना है कि “खाद-पानी” डालकर मामले को दाखिल दफ़्तर कर दिया था जांच अधिकारी ACS ने

लेकिन ACS साहब ये प्रतिष्ठित ख्यातिलब्ध चिकित्सक पिता अपने बेटे के जिला कलेक्टर रहने के दौरान ही 2012-2014 तक सैकड़ों बीघा जमीन कैसे ख़रीद पाए?
ना उसके पहले और ना बाद में…

@myogiadityanath
जी 2500 करोड़ की जमीन धांधली की जांच किसी ईमानदार एजेंसी से करवाएँगे आप या यूँ ही धृतराष्ट्र बने रहेंगे!!

$GHOST40( Abki Baar Joote char)
@scarryghost40

Amritkaal चल रहा है,भाजप शासित प्रदेश में रोज भरषटाचार के नए कीर्तिमान बन रहे हैं परंतु भाजपा मौन है ,टीवी चैनल पाकिस्तान, बलोचिस्तान, अफगानिस्तान की खबरें चलाकर मुख्य मुद्दों से धयान भटका रहा है

 

Anand Shukla
@anandshukla30
औद्योगिक विकास मंत्री नन्दी के करीबी व भरोसे के अफसर बतायें जा रहें हैं अभिषेक प्रकाश ।
मंत्री का भी इतिहास देखिए और चुप्पी भी ।

UP_Midlands
@UpMidlands
सही पकड़े हैं आप।
आलोक सिन्हा की माँ- (बिहार के पूर्व आईएएस अधिकारी) पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री जी की पत्नी की सगी बहिन हैं व पूर्व केंद्रीय मंत्री जयन्त सिन्हा की मौसी के पुत्र।

अभिषेक के नाना बिहार irrigation deptt के पूर्व E-in-C थे।
सवाल जाती का नहीं, बिहारी अस्मिता का है।

जितेन्द्र पाठक
@PathakPa24247
यहां दो मत हो सकते या तो बाबा मुख्यमंत्री की कोई चलती नहीं है या फिर बाबा मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार में शामिल है।

Anand Shukla
@anandshukla30
@CMOfficeUP

@ChiefSecy_UP

मंत्री नन्दी ने बचाया विजीलेंस जांच में फंसे आर एम को ।
यूपी सीडा गाजियाबाद के आर एम एक मामलें में फंसे। उस समय आईंआई डीसी मनोज कुमार सिंह, वर्तमान मुख्य सचिव ही थें।
उन्होंनेआर एम के निलंबन को लिखा व फाईल मंत्री को भेजी, पर मंत्री ने चहेते को बचा लिया.

डिस्क्लेमर : लेखक के निजी विचार हैं, तीसरी जंग हिंदी का कोई सरोकार नहीं!