TV9 Bharatvarsh
@TV9Bharatvarsh
नागपुर में आज औरंगजेब की कब्र को लेकर 2 गुटों के बीच हिंसा हो गई, अब सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो सामने आया है जिसे हिंसा के ठीक पहले का बताया जा रहा है, इस वीडियो में नागपुर के महल क्षेत्र में दो गुटों के बीच बहस छिड़ी दिख रही है. बताया जा रहा है कि इसके बाद भारी पथराव और आगजनी हुई, इस घटना में स्थानीय लोगों के कई वाहनों में तोड़फोड़ की गई. स्थानीय लोगों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, भीड़ में 200 से 300 लोग शामिल थे, जिन्होंने कथित तौर पर कई घरों पर पथराव किया और उन्हें आग लगा दी.
महाराष्ट्र के नागपुर में हुई हिंसा के मामले में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने सोमवार देर रात उपद्रव और आगजनी की घटना का संज्ञान लिया और कहा कि पुलिस हालात पर काबू पाने का हरसंभव प्रयास कर रही है। बता दें कि महाल इलाके में दो समूहों के बीच पहले से ही हुई झड़प के बाद शहर में तनाव बढ़ गया था। इसके बाद हंसपुरी इलाके में हिंसा भड़कने की खबर आई। अज्ञात व्यक्तियों ने पथराव, दुकानों में तोड़फोड़ के अलावा वाहनों में आगजनी भी की। शहर की पुलिस ने उपद्रव की साजिश और अशांति फैलाने के आरोपियों को हिरासत में लिया है। नागपुर पुलिस ने बताया कि 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है।
धारदार हथियार लेकर आए उपद्रवी
हंसपुरी के एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि नकाबपोश समूह ने चेहरे स्कार्फ से छिपा रखे थे। उनके हाथों में धारदार हथियार, स्टिकर और बोतलें थीं। उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया, दुकानों में तोड़फोड़ की और पथराव किया। उन्होंने 8-10 वाहनों में भी आग लगा दी।
दोषियों को सजा के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
अपराधियों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया जा रहा है। नागपुर के पुलिस आयुक्त डॉ. रविंदर सिंघल ने आश्वस्त किया है कि हालात नियंत्रण में हैं। पुलिस आयुक्त के मुताबिक एक तस्वीर जलाने के बाद बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। हमने उनसे तितर-बितर होने का अनुरोध किया। वे मेरे कार्यालय भी आए। उनकी तरफ से बताए गए नामों के आधार पर एक प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
1,000 लोगों की भीड़ ने बड़े पैमाने पर पथराव किया, कई पुलिसकर्मी घायल
इससे पहले आई खबरों के मुताबिक नागपुर के महाल क्षेत्र में लगभग 1,000 लोगों की भीड़ ने बड़े पैमाने पर पथराव, तोड़फोड़ और आगजनी की। इस उपद्रव में कई पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, पुलिसकर्मियों पर पथराव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषियों की पहचान कर उन्हें सख्त सजा दिलाई जाएगी।
नागपुर में हिंदू-मुस्लिम झड़प कभी नहीं हुई, कांग्रेस सांसद बोले शांति बनाए रखें
कांग्रेस सांसद श्यामकुमार बर्वे ने हिंसा की निंदा की। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह करते हुए कहा, नागपुर में हिंदू-मुस्लिम झड़प कभी नहीं हुई। दोनों समुदायों को शांति बनाए रखनी चाहिए। ऐसी घटनाओं के जरिए मुख्य मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है।