विशेष

फ्रांस, तुर्की और इटली में भयंकर गर्मी

यूरोप में जबरदस्त गर्मी पड़ रही है. स्पेन और पुर्तगाल में सोमवार को तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. वहीं जर्मनी में भी कुछ जगहों पर तापमान के 40 डिग्री से ऊपर चले जाने की रिपोर्ट्स हैं.

सख्ती के बाद भी जर्मनी में बढ़े शरणार्थी

साल 2024 में जर्मनी में रहने वाले शरणार्थियों की संख्या में चार फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. इसके साथ ही जर्मनी में रहने वाले शरणार्थियों की संख्या 33 लाख हो गई है. जर्मनी के सेंट्रल रजिस्टर ऑफ फॉरेन नेशनल्स की ओर से सोमवार को जारी किए गए आंकड़ों में यह जानकारी दी गई. पिछले साल के मुकाबले अब जर्मनी में 1.32 लाख और लोग हैं, जो अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक मानवीय कारणों या राजनीतिक उत्पीड़न का शिकार होने के चलते जर्मनी में रह रहे हैं.

फेडरल स्टैस्टिकल ऑफिस की ओर से जारी किए गए आंकड़ों में उन लोगों को शामिल किया जाता है, जिन्हें आधिकारिक तौर पर शरणार्थी का दर्जा मिला होता है. इसके साथ ही इन आंकड़ों में उन्हें भी शामिल किया जाता है, जो संरक्षण के सीमित दर्जे के साथ जर्मनी में रह रहे होते हैं.

जर्मनी में करीब 10 लाख यूक्रेनी संरक्षित दर्जे के साथ रह रहे हैं. साथ ही 7.13 लाख सीरियाई, 3.48 लाख अफगानी, 1.90 लाख इराकी और 1.57 लाख तुर्की लोग भी इस संरक्षित दर्जे के साथ जर्मनी में रह रहे हैं. जबकि पूरे अफ्रीकी महाद्वीप से जर्मनी में संरक्षित दर्जे के साथ रहने वाले लोगों की संख्या 2.77 लाख है.

गर्मी ने बिगाड़ी यूरोप की तस्वीर

स्पेन और पुर्तगाल में सोमवार, 30 जून को रिकॉर्ड तापमान दर्ज किया गया. दक्षिणी स्पेन में तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक चला गया. जर्मनी में भी तापमान के 40 डिग्री से ऊपर चले जाने की खबरें हैं. इटली और फ्रांस में ऐसा भीषण तापमान कई दिनों तक बने रहने की आशंका है. दक्षिणी यूरोप और ब्रिटेन में इस जबरदस्त तापमान की वजह से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और जंगल में आग लगने की घटनाओं का डर बहुत बढ़ गया है.

यह इस साल की गर्मियों की पहली लू की घटना है. इन देशों में प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि भूमध्यसागर के तटीय इलाकों में रहने वाले लोग किसी छांव वाली जगह पर शरण लें और सबसे कमजोर लोगों की सुरक्षा करें. इन जगहों पर ऑरेंज अलर्ट की घोषणा सरकार की ओर से कर दी गई है.

सभी टूरिस्ट हॉटस्पॉट पर एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है क्योंकि जानकार भीषण लू की चेतावनी दे रहे हैं. इस जबरदस्त गर्मी की वजह जलवायु परिवर्तन को ही माना जा रहा है. साथ ही ऐसे मौसम के आगे चलकर और आम होते जाने का डर है.

फ्रांस, तुर्की और इटली में भयंकर गर्मी और तेज हवाओं के चलते रविवार को कई जगहों पर आग लगी. हालांकि ज्यादातर घटनाओं पर दमकलकर्मियों ने तेजी से काबू पा लिया. अलग-अलग शहरों में गर्मी से निपटने के अलग-अलग तरह के प्रयास किए गए हैं. फ्रांस के मार्से शहर में स्विमिंग पूल को फ्री कर दिया गया है, जबकि इटली के वेनिस में बुजुर्ग लोगों को एयर कंडीशन म्यूजिम में मुफ्त टूर की सुविधा दी जा रही है.

=============

अविनाश द्विवेदी | आदर्श शर्मा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *