Kranti Kumar
@KraantiKumar
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल है जिसमें ससुर अपने दामाद को थप्पड़ मार रहा है, बाद में साले ने भी लात घूसों से पिटाई की.
बहु ने अपनी सास को बाल खींचकर पटक पटक कर पीटा. वीडियो बहुत ही दर्दनाक है इसलिए मैंने अपलोड नही किया.
बहु चाहती है सास को वृद्धाआश्रम में भेज दिया जाए. लेकिन खुशी इस बात की है बेटा अपनी माँ के साथ खड़ा है. इसलिए ससुर और साले ने आकर पिटाई की.
बहु रानियों का आतंक बढ़ते जा रहा है. 498 एक्ट, मेंटेनेंस और अलिमोनी का डर दिखाकर पत्नियां, पति और सास ससुर पर अत्याचार कर रही हैं.
पोता दादी को पीटते हुए देख रहा है, बड़ा होने पर क्या वो अपनी दादी का बदला लेगा या नही ?
Jaiky Yadav
@JaikyYadav16
आपको पता होगा कि
उत्तर प्रदेश में काफ़ी समय पहले पत्रकार ममता त्रिपाठी पर मुकदमा लिखा गया था, ममता त्रिपाठी जिसके ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट गई थीं,
अब ममता त्रिपाठी के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार को जमकर लताड़ा, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि
“पत्रकार पर स्टोरी लिखने के लिए धारा 420 कैसे और क्यों लगाई?”
ममता त्रिपाठी पर सितम्बर 2023 में लखनऊ के हज़रतगंज थाने में यह FIR हुई थी।
Narendra Modi
@narendramodi
Met Mr. Muhammad Yunus, Chief Adviser of the interim government of Bangladesh. India remains committed to a constructive and people-centric relationship with Bangladesh.
I reiterated India’s support for peace, stability, inclusivity and democracy in Bangladesh. Discussed measures to prevent illegal border crossings and expressed our serious concern for the safety and well-being of Hindus and other minorities
Wasim Akram Tyagi
@WasimAkramTyagi
मुजफ्फरनगर में वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ जुमे की नमाज के दौरान काली पट्टी हाथ पर बांधकर प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ जिला प्रशासन ने कार्रावाई करते हुए सैकड़ो लोगों के खिलाफ शांति भंग करने के मामले को लेकर नोटिस जारी किया है। सोच लीजिए! लोकतंत्र कहां बचा है? कितना बचा है? क्या ये तानाशाही की निशानी नहीं है? नागरिक विरोध प्रदर्शन भी नहीं कर सकते? विपक्ष है! अगर है तो लोकतंत्र को बचा ले!
prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
✨3 तलाक बिल आया – किसके लिए
👉जिन मुस्लिम महिलाओं को पति छोड़कर अत्याचार करता है उनकी मदद और उत्थान करने के लिए
जसोदाबेन की मदद और उत्थान के लिए बिल क्यों नहीं आया?
Gurpreet Garry Walia
@garrywalia_
कांग्रेस का जबरदस्त फ़ैसला
कांग्रेस ने आज एक ऐसा काम किया है जिसकी जानकारी सब को मिलनी चाहिए क्यूंकि ये सरदार जी के नाम पर है
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के नाम पर कांग्रेस ने प्रफेशनल फैलोशिप शुरू की है राजनीति में प्रफेशनल्स को जोड़ने के लिए कांग्रेस की ये मुहिम है।
इसके जरिए हर साल 50 मिडलाइफ करियर प्रफेशनल्स को चुनकर उन्हें राजनीति के क्षेत्र में काम करने का मौका देगी कांग्रेस
जबरदस्त फ़ैसला है
Rahul Gandhi
@RahulGandhi
हाल ही में मेरी मुलाक़ात दलित और आदिवासी समुदायों से जुड़े रिसर्चरों, कार्यकर्ताओं और समाजसेवियों से हुई। उन्होंने मांग की कि एक राष्ट्रीय कानून बनाया जाए, जो केंद्रीय बजट का एक निश्चित हिस्सा दलितों और आदिवासियों के लिए सुनिश्चित करे।
कर्नाटक और तेलंगाना में ऐसा कानून पहले से लागू है और वहां इन समुदायों को ठोस लाभ मिला है। UPA सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर भी दलितों और आदिवासियों के लिए “उप-योजनाओं” (Sub-Plans) की शुरुआत की थी। लेकिन मोदी सरकार के दौरान इस प्रावधान को कमज़ोर कर दिया गया है और बजट का बहुत कम हिस्सा इन वर्गों तक पहुंच रहा है।
दलित और आदिवासी लंबे समय से हक़ और प्रतिनिधित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। आज हमें यह सोचने की ज़रूरत है कि उन्हें सत्ता में भागीदारी और शासन में आवाज़ देने के लिए और क्या ठोस कदम उठाए जा सकते हैं।
हमें एक ऐसे राष्ट्रीय कानून की ज़रूरत है जो दलितों और आदिवासियों को लक्षित करके और उनकी आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर बनाई गई योजनाओं के लिए बजट में एक उचित हिस्सा सुनिश्चित करे।