विशेष

तल्ख़ियां : #WAQF के बाद चर्च : RSS के निशाने पर चर्च की ज़मीन, रंग बदलते रहिए और अपनी असलियत से आवाम को रूबरू कराते रहिए…

Akhilesh Yadav
@yadavakhilesh
आज का सनसनीख़ेज़ ‘यूपी समाचार’
गुनाहगार पुलिस और गुमशुदा सरकार

भ्रष्ट-भाजपा राज में :
– पुलिस ही फिरौती के लिए अपहरण कर रही है
– ⁠पुलिस ही पुलिस पर एफ़आइआर कर रही है
– ⁠पुलिस ही पुलिस पर छापा मार रही है,
– ⁠पुलिस ही पुलिस की तलाश में हैं,
– ⁠पुलिस ही ज़ीरो टॉलरेंस के नाम पर ज़ीरो हो गयी है।

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Kavish Aziz
@azizkavish
मध्यप्रदेश के ग्वालियर में मामा अवनीश कुशवाह ने भांजी पूजा कुशवाह से शादी कर लिया।

लम्बे समय से दोनों का अफेयर चल रहा था, माता-पिता ने बहुत समझाया कि यह रिश्ता कलंकित करने वाला है लेकिन दोनों ने एक न सुनी और प्रयागराज भाग गए ।

पुलिस ने दोनों को बरामद किया, घर लौटने पर परिवार ने दोनों की शादी करा दी
वीडियो कमेंट बॉक्स में है

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Rahul Gandhi
@RahulGandhi
I had said that the Waqf Bill attacks Muslims now but sets a precedent to target other communities in the future.

It didn’t take long for the RSS to turn its attention to Christians.

The Constitution is the only shield that protects our people from such attacks – and it is our collective duty to defend it.

Ranvijay Singh
@ranvijaylive
यूपी पुलिस के एक दारोगा और 2 सिपाही एक घर में घुसे. घर में घुसते ही वहां तमंचा रखा और वीडियो बनाया.

फिर घर के मालिक को उठा लिया और उसे फैक्ट्री के कंपाउंड में ले गए.

पुलिसवालों ने कहा- 3 लाख दो, वरना जेल भेजेंगे. 2 लाख की फिरौती मिली, लेकिन पुलिस ने आदमी को नहीं छोड़ा.

फिर जिस आदमी को उठाया था उसके घर वालों ने पुलिस के बड़े अधिकारी से शिकायत की. इसके बाद पुलिस की एक टीम फैक्ट्री के कंपाउंड में पहुंची.

पुलिस के आते ही किडनैपिंग करने वाले पुलिसवाले भाग गए. अब किडनैपिंग करने वाले पुलिसवाले सस्पेंड कर दिए गए.

जांच हो रही है…

prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
आरएसएस की राजनीति रही है कि मस्जिद को बाबर के नाम से जोड़ दो – और लोग हैं कि आरएसएस के जाल में उलझ गए हैं !
१. इस मस्जिद का बाबर से कुछ लेना-देना ही नहीं है
२. बाबर कभी अयोध्या नहीं आया
३. यह मस्जिद १६वीं शताब्दी ने बाबरी साहिबा ने बनवाई और उन्हीं के नाम पर है
४. बाबर ने अगर राम-जन्म-भूमि को तोडा होता तो तुलसी ने विनयपत्रिका या कवितावली में ज़िक्र जरूर किया होता जहाँ वे अपने युग का चित्रण कर रहे हैं
५. बाबर के सेनापति ने एक मस्जिद जरूर बनवाई थी जो बाबरी नहीं थी
६. बाबरी साहिबा ब्राह्मण थीं – बहुत ही अमीर थीं – निर्गुण संत थीं – राम-रहीम दोनों को मानती थीं – और उन्होंने एक मंदिर (रामलला) और एक मस्जिद (बाबरी) अपने पैसे से अगल-बगल बनवाई थीं
उनका मठ गोरखपुर में हैं
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देखिये
1. ‘हिंदी साहित्य का इतिहास’ – डॉ. नगेन्द्र, पृष्ठ १३९ संस्करण २००५
2. ‘हिंदी साहित्य का बृहद इतिहास’ निर्गुण-भक्ति खंड देखें
3. ‘The Foundations of the Composite Culture in India’, Malika Mohammada
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विधवा और औरत और ब्राह्मणी होने के कारण कभी मुसलमानों ने इस मस्जिद में नमाज अता नहीें की
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ध्यान दें ज़मीन पर ३ लोगों का इसीलिये हक है – खासकर निर्मोही अखाड़ा जो बाबरी-सम्प्रदाय का है !
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संघियों को मुसलमानों से नफरत है – सो ये बार-बार मुगलों का ज़िक्र करते हैं और इतिहास को कहानी बना देते हैं – और मुगलों से नफरत इसलिए है कि उन्होंने शिवाजी और राणा प्रताप को धूल चटा दी, जिन्हें ये आदर्श मानते हैं – जबकि वे स्वार्थी सामंत भर थे !
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बाबर के वजीर मीर तकी ने बाबर के हुकुम पर यह मस्जिद 1528-29 में बनवाई थी।👇

Rohini Acharya
@RohiniAcharya2
चाचा जी .. अब चाहे आप हाथ जोड़िए या फिर पत्रकारों के सवालों से बचिए और उन्हें टालिए , अल्पसंख्यकों के हिमायती होने के आपके ढकोसले की सच्चाई जगजाहिर हो चुकी है .. कुर्सी मोह में आपने अल्पसंख्यकों के साथ विश्वासघात किया है और पंथनिरपेक्षता की अवधारणा की पीठ में खंजर घोंपा है .. आपने पुनः ये साबित किया है कि “आप मौकापरस्ती व् वैचारिक विरोधाभास की पराकाष्ठा थे , हैं और आगे भी रहेंगे ” … गिरगिट भी इतने / उतने रंग नहीं बदलता , जितने आप बदलते हैं , विदाई का वक्त नजदीक आ गया है , रंग बदलते रहिए और अपनी असलियत से आवाम को रूबरू कराते रहिए …

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Awesh Tiwari
@awesh29
आज एक साथी से स्वर्गीय अटल जी की चर्चा छिड़ गई हमने पूछा कि गुजरात हिंसा के लिए नरेंद्र मोदी को तो जिम्मेदार ठहराया जाता है लेकिन अटल जी को कोई कुछ नहीं कहता। इतनी सी बात पर उन्होंने स्वर्गीय वेद प्रताप वैदिक की उस दौर में लिखी यह टिप्पणी भेज दी

“अगर भाजपा का चेहरा और मुखौटा एक ही होता तो नरेंद्र मोदी उसी दिन बर्खास्त कर दिए जाते, जिस दिन गोधरा कांड हुआ। गोधरा कांड सुबह आठ-नौ बजे हुआ और प्रधानमंत्री तथा गृह मंत्री दिन के 3.30 बजे तक अफगानिस्तान वं राष्ट्रपति हामिद करजई के साथ लंच करते रहे। हैदराबाद हाउस के उस खुशनुम माहौल में हमें हवा तक नहीं लगी कि स्वतंत्र भारत का इतना नृशंस कांड गोधरा में हो गया है। 48 घंटे तक जो मुख्यमंत्री सोता रहे, क्या उससे ज्यादा निकम्मे प्रार्ण की कल्पना की जा सकती है?

यदि स्वतंत्र भारत का यह निकम्मा मुख्यमंत्री उस दिन पौरुष का प्रदर्शन करता तो गुजरात की जनता को पागल होने की जरूरत क्यों पड़ती ? गुजरात की जनता ने कानून अपने हाथ में इसलिए लिया कि जिसे कानून का पालन करवाना था, वह अनुभवहीन मुख्यमंत्री चादर तानकर सोता रहा।

अगर वेद प्रताप वैदिक अपने कॉलम में ‘राजधर्म’ के पालन की गुहार नहीं लगाता तो शायद प्रधानमंत्री को यह नरम शब्द भी नहीं सूझता। यह कितनी हास्यास्पद बात है कि वे मोदी से तो राजधर्म पालन की बात कर रहे थे लेकिन वे खुद क्या अपना धर्म निभा रहे थे?

यदि मुख्यमंत्री धर्महीन हो गया था तो प्रधानमंत्री का धर्म क्या था? क्या प्रधानमंत्री को अपने ‘राजधर्म’ का पालन नहीं करना था? मान लिया कि मोदी आपकी ही पार्टी का कार्यकर्ता था और पार्टी नेता के नाते आप उसके प्रति बहुत कठोर नहीं हो सकते थे लेकिन असली सवाल यह है कि आप उस समय प्रधानमंत्री थे या नहीं? यदि मोदी की जगह कांग्रेस का, या बसपा का या माकप का मुख्यमंत्री होता तो क्या आप उस कलंक को तुरन्त धो नहीं डालते? “

prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
‘सनातन धर्म’ ‘हिन्दू धर्म’ – ये अंग्रेजों के चलाए शब्द हैं
इन नामों का कोई धर्म अंग्रेजों से पहले भारत मेें नहीें था
किसी भी संत या भक्त कवि या भक्ति के आचार्य ने इन शब्दों का प्रयोग नहीं किया

रामचरितमानस में तुलसीदास वैष्णव धर्म, शाक्त धर्म का उल्लेख करते हैं –
“वैष्णव की छतरी भली, नहिं साकत को गांव”

हम शाक्त हैं जन्म से और कात्यायन ऋषि के समय से
सो कात्यायन गोत्रीय कान्यकुब्ज ब्राह्मण हैं – बलि देते हैं और प्रसाद ग्रहण करते हैं गार्गी माता का, अटल बिहारी बाजपेई की तरह – सो न हम चोर हिन्दू हैं और न सनातनी अंग्रेज

कर्म से हम मनुष्य हैं – मानववादी – इहलोक में विश्वास करने वाले – धर्म तथा जाति और उसके पाखंड अंधविश्वास और मूर्खता से मुक्त – सरनेम पूरी दुनियाभर में सभी लगाते हैं उसका अब सामाजिक संरचना से सरोकार नहीं रहा।

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Kranti Kumar
@KraantiKumar
सऊदी अरब 200 साल आगे की प्लानिंग पर काम कर रहा है. क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान सऊदी अरब को दुबई और क़तर की तरह वर्ल्डक्लास देश बनाना चाहते हैं. क्राउन प्रिंस के अहम फैसले,

2016 : नैतिक पुलिस को बर्खास्त कर दिया जो महिलाओं को हिजाब ठीक से नही पहनने पर प्रताड़ित करती थी.

2017 : महिलाओं को पसंदीदा कपड़े पहनने का अधिकार दिया. 2018 : महिलाओं को ड्राइविंग का अधिकार दिया.

2034 में सऊदी अरब में फुटबॉल वर्ल्डकप होने वाला है. कुल 11 नए भव्य फुटबॉल स्टेडियम बनाया जा रहा है.

लेकिन 1951 वाली घटना के कारण 1952 में लगी शराब पर पाबंदी फिलहाल जारी रहेगी. 1951 में शराब के नशे में प्रिंस मिसारी ने ब्रिटिश डिप्लोमैट की हत्या कर दी थी.

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Wasim Akram Tyagi
@WasimAkramTyagi
इस रिपोर्ट को पढ़ा आपने! अगर नहीं पढ़ा है तो पढ़िए। RSS की बद नज़र चर्च की ज़मीनों पर है। भारत में चर्च के पास क़रीब 20 हज़ार करोड़ रुपये से ज्यादा की ज़मीनें हैं। RSS के मुखपत्र आर्गेनाइज़र का आरोप है चर्च की संपत्ति का उपयोग कथित तौर पर धर्मांतरण के लिए किया जाता है।

RSS के मुखपत्र का कहना है कि 1965 में, भारत सरकार ने एक सर्कुलर जारी कर कहा था कि ब्रिटिश सरकार द्वारा दी गई जमीनें अब चर्च की संपत्ति नहीं मानी जाएंगी, लेकिन इस नियम को लागू करने में ढील बरती गई। लेख में सरकार से मांग की गई है कि वह इस मुद्दे पर ध्यान दे और चर्च की जमीनों को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए।

कुल मिलाकर, यह लेख चर्च की जमीनों के स्वामित्व को “संदिग्ध” बताते हुए इस पर सरकारी हस्तक्षेप की मांग करता है और इसे एक राजनीतिक और सामाजिक मुद्दे के रूप में प्रस्तुत करता है।

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TRUE STORY
@TrueStoryUP

छोटी सी लव स्टोरी..
…..
3 साल पहले शुरू हुई प्रेम कहानी का ख़ौफ़नाक अंजाम.. कही और रिश्ता तय हुआ तो लड़की ने तेज़ाब पीकर जान दी! युवक ट्रेन के आगे कूदा…

UP के संभल में तीन साल पहले शुरू हुई लव स्टोरी का चंद घंटों में दुखद अंत हो गया। परिजनों के जबरन रिश्ता तय करने से आहत युवती ने तेजाब पीकर जान दे दी। प्रेमिका की मौत से प्रेमी इस कदर टूट गया कि उसने भी मौत का रास्ता चुन लिया और ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। एक साथ दो मौतों से गांव सन्नाटा पसरा हुआ है। परिजनों से लेकर गांव वाले तक कुछ बताने को तैयार नहीं है।

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भारत समाचार | Bharat Samachar
@bstvlive
बरेली: सुहागरात पर पत्नी ने दी पति को धमकी

🔹 पत्नी ने पति से कहा, ‘मैं किसी और की हूं अमानत’
🔹 धमकी दी – ‘अगर हाथ लगाया तो दे दूंगी जान’
🔹 घबराए पति ने पत्नी के परिजनों से की शिकायत, परिजनों ने हड़का दिया
🔹 झूठे मुकदमे में फंसाने की भी दी धमकी
🔹 पति की तहरीर पर पत्नी समेत 4 पर मुकदमा दर्ज
🔹 घटना बारादरी थाना क्षेत्र के कटरा चाँद खा इलाके की

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Akhilesh Yadav
@yadavakhilesh
प्रिय निवेशकों

देश के शेयर बाज़ार में लाखों करोड़ों की गिरावट की ओर ध्यान देना बेहद ज़रूरी है क्योंकि इससे उन आम लोगों की बचत और पूंजी डूब रही है जिनके पास कुछ अतिरिक्त धन निवेश करने के लिए उपलब्ध है, जिससे वो लोग सामान ख़रीदते हैं या सेवाएं और वाहन-भूमि इत्यादि। इनसे ही बाज़ार में ख़रीद-फ़रोख़्त का पहिया घूमता है और साथ ही अर्थव्यवस्था का भी। अगर शेयर मार्केट में आम लोगों के पैसे डूबते हैं तो बाज़ार भी डूबता है और इकॉनमी भी। आज जब युवा वर्ग शेयर बाज़ार में अपनी जमा-पूंजी लगा रहा है तो वो भी बाज़ार की इस अनिश्चितता का भरपूर शिकार हो रहा है। देश के पूंजी बाज़ार के भविष्य के लिए ये एक बेहद ख़तरनाक स्थिति है। शेयर बाज़ार से युवाओं को जब हानि होगी तो वो शेयर व अन्य इंवेस्टमेंट से भी कतराएँगे, जो शेयर मार्केट के फ़्यूचर के लिए पॉज़िटिव सिग्नल नहीं होगा।

दूसरी तरफ़ वो लोग हैं जिनके पास नोटबंदी और मंदी की मार के बाद न तो पैसे हैं और न ही नौकरी-रोज़गार। भुखमरी और बेकारी झेल रहे, ऐसे बेरोज़गार-बेबस लोग अपनी कमाई के लिए बाज़ार की गतिविधियों और गतिशीलता के सहारे ही दो वक़्त की रोटी कमाते हैं। इसीलिए शेयर बाज़ार के गिरने का बहुत बुरा दूरगामी असर उनके जीवनयापन पर भी होता है। कड़वा सच ये है कि अगर 1% महाधनी लोगों को छोड़ दिया जाए तो देश के बाक़ी 99% आम लोग अप्रत्यक्ष-प्रत्यक्ष रूप में शेयर बाज़ार की तबाही से तबाह हो रहे हैं।

भाजपा सरकार अर्थव्यवस्था के इस दोहरे दुष्चक्र के लिए सीधे ज़िम्मेदार ही नहीं, दोषी भी है।

निवेशक कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!

आपका अखिलेश

Dr. Udit Raj
@Dr_Uditraj
वक़्फ़ का मुद्दा जितना मुसलमानों का है उतना दलित, ओबीसी और आदिवासी का भी है । हिंदू- मुस्लिम विवाद के कारण निजीकरण तेज करके आरक्षण ख़त्म किया जा रहा है । शिक्षा बहुत महंगी कर दिया है और ख़ाली लाखों सरकारी नौकरियों पर भर्ती नहीं हो पाई । इसलिए दलित , आदिवासी और ओबीसी को सांप्रदायिकता का पूरा बल पूर्वक विरोध करना चाहिए ।

Zakir Ali Tyagi
@ZakirAliTyagi
वक़्फ़ बोर्ड को लेकर मुसलमानों से नफ़रत करने वाली सरकार बीजेपी व अन्य एक झूठ फ़ैलाया कि बोर्ड किसी की भी ज़मीन पर अपना दावा कर कब्ज़ा कर सकता है, मगर हक़ीक़त उसके उलट है कि बोर्ड इतना बेबस है अपनी ही सरकार व लोगों द्वारा कब्ज़ाई गई ज़मीन को अपने कब्ज़े में नही ले सकता है,
@nousnetwork
की इस रिसर्च स्टोरी ने सरकार की पोल पट्टी खोलने के साथ मुझ जैसे व्यक्ति की जानकारी में भी इज़ाफ़ा किया है, आपको
@_ali_javed_
की इस रिसर्च स्टोरी को यूट्यूब पर जाकर पूरा देखना चाहिए!

Clash Report
@clashreport
Iran’s Islamic Revolutionary Guard Corps (IRGC) plotted a terrorist attack in Azerbaijan by hiring a Georgian drug dealer, Agil Aslanov, to assassinate Rabbi Shneor Segal, leader of the local Jewish community.

The IRGC reportedly offered $200,000 for the hit, with plans to also target a local educational center.

Azerbaijani security forces successfully thwarted the attack, arresting Aslanov and his local accomplice. Both have been charged with conspiracy to commit a terrorist act.

Source: WaPo

Dr. Mukesh Kumar
@mukeshbudharwi
ट्रम्प अमरीकियों से कह रहे हैं कि मुश्किल होंगी मगर अंतिम परिणाम अच्छे होंगे…..
क्या आपको कुछ याद आ रहा है……
मोदी ने नोटबंदी के समय भी यही कहा था। कुछ समय कष्ट होगा मगर भ्रष्टाचार का ख़ात्मा हो जाएगा। ब्लैकमनी बाहर आ जाएगी और जाली नोट ख़त्म हो जाएंगे।
यहाँ तक कि आतंकवाद और ड्रग्स के ख़ात्मे तक का वादा कर डाला था। मगर हुआ क्या…..
अमेरिका में भी यही होगा….अर्थव्यवस्था चौपट होगी, लोग बदहाल होंगे, नौकरियाँ जाएंगी, महंगाई बढ़ेगी।
तानाशाहों की सनकें इसी तरह मुल्क़ों को बरबाद करती हैं और अवाम को परेशान।

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Aaditya Thackeray
@AUThackeray
Congratulations to those who are fighting for biodiversity in the 400 acres that were being cleared overnight.

I sincerely hope that the Government of Telangana sees value in biodiversity and ensures protection of the said area.

Biodiversity is crucial and protecting it too, must be seen as development of the planet, and more selfishly- the human race.

This issue may not be as important to many of us in other states, as a matter of context, but all across our country, every patch of wildlife and green must be not just protected, but expanded.

Politically too, it may not be too relevant, but it’s only when we start seeing unbearable heat waves, flash floods, landslides and the economic impact of climate change, will we realise what damage has been done to the planet.

Be it the Hyderabad, or Joshimath or Ajni Vann of Nagpur, Riverfront and Vetal Tekdi of Pune, Aarey of Mumbai, only those who can’t see the future, will end up destroying it.

I urge all the political leaders to unite over climate action.

Clash Report
@clashreport
T4 Airbase in Syria Revealed After Israeli Strikes

Anadolu Agency filmed the T4 Airbase in central Syria — a key site targeted by Israeli airstrikes.

• Located west of Palmyra in Homs, T4 is one of Syria’s largest and most strategic airbases. Built during the Cold War with Soviet help, it was a major hub for Assad’s air force.

• The base has also been used by Russian and Iranian forces.

• Israel has repeatedly struck the base, aiming to push out Iranian presence.

• Footage shows damaged radar systems, hit hangars, and decommissioned fighter jets.

डिस्क्लेमर : लेखक के निजी विचार हैं,  लेख X पर वॉयरल हैं, तीसरी जंग हिंदी का कोई सरोकार नहीं!