विशेष

तल्ख़ियां : #RSS, #BJP और #मोदी…मोदी नागपुर में,,,RSS की शाखाओं में क्या सिखाया जाता है?

prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
चोरों की दो क़िस्में हैं:👇
आम चोर और सियासी चोर

👉आम चोर:
आपका माल
आपका बटुआ
आपकी घड़ी
और आपका मोबईल फ़ोन वगैरह
छीन लेते हैं।

👉सियासी चोर:
आपका मुस्तकबिल
आपके ख़्वाब
आपका अमल
आपकी तालीम
आपकी सेहत
आपकी मुस्कुराहटें
छीन लेते हैं।

लेकिन गौर फ़रमाइए👇
इनमें एक अजीब-ओ-गरीब बुनयादी फ़र्क़ होता है
1.👉आम चोर आपका intekhab(चुनाव) करता है।
2.👉सियासी चोरों का intekhab आप ख़ुद करते हैं।

(मोहम्मद अज़हर सिद्दीक़ी की वाल से)

Siddhant Mohan
@Siddhantmt
मार्च क्लोज़िंग में प्रीति ज़िंटा का 18 करोड़ के लोन का खेल हुआ?

कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि अभिनेत्री प्रीति ज़िंटा का 18 करोड़ का लोन माफ़ कर दिया गया था। इस पर प्रीति ज़िंटा ने जवाब दिया कि लोन का पूरा अमाउंट रीपे कर दिया गया।

लेकिन कुछेक हफ़्तों के बाद ही टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने एक खबर छापी। और पता चला कि कहानी दूसरी है।

मतीन हफ़ीज़ की इस खबर में मुंबई पुलिस के इकोनॉमिक ऑफ़ेन्स विंग से बातचीत का ज़िक्र है। दरअसल EOW, न्यू इंडिया कोआपरेटिव बैंक के पूर्व चेयरमैन हीरेश भानु और उनकी पत्नी गौरी भानु की जाँच कर रहा है। दोनों फ़रार हैं। उन पर आरोप है कि उसने तमाम लोगों को 400 करोड़ का लोन देने के लिए पैसे लिये।

इस बैंक से एक लोन मिला प्रीति ज़िंटा को।

लोन अमाउंट – 18 करोड़
लोन की तारीख़ – 7 जनवरी 2011

ये लोन पाने के लिए प्रीति ज़िंटा ने मुंबई और शिमला में मौजूद 27.41 करोड़ की प्रॉपर्टी बैंक के पास गिरवी रखी। यानी लोन अमाउंट से काफ़ी ज़्यादा। अगर बैंक को लोन का पैसा वापिस न मिलता, तो प्रॉपर्टी ज़ब्त की जा सकती थी।

लेकिन 31 मार्च 2013 को बैंक क्लोज़िंग के समय एक ग़ज़ब घटना हुई। इस दिन प्रीति ज़िंटा का लोन बट्टेखाते में डाल दिया गया। यानी Non Performing Asset (NPA) बना दिया गया। NPA का आशय उस लोन से निकालें, जिसके बारे में बैंकों को भरोसा हो चुका है कि उसकी बकाया किस्त अब नहीं आनी है। किसी भी लोन के NPA होने से बैंकों की बैलेंसशीट बिगड़ती है। उनकी साख गिरती है। ज़्यादा लोन खातों के NPA होने से RBI बैंकों के लेनदेन पर रोक लगा सकता है, जिससे वहाँ जमा हमारे पैसे फँस सकते हैं। इस केस में समझ जाइए कि प्रीति ज़िंटा ने बैंकों को पैसे नहीं लौटाए।

इसके साथ ही बैंक ने लोन के अमाउंट को 10.74 करोड़ पर सेटल कर दिया।

अब कहानी में आता है ट्विस्ट। बैंक ने प्रीति ज़िंटा को ऑफर दिया कि बैंक लोन के 1.55 करोड़ रुपये माफ़ कर देगा। प्रीति ज़िंटा एग्री कर गईं, और उन्होंने 5 अप्रैल 2014 को उन्होंने बाक़ी पैसे चुका दिए।

अब आपको लगेगा कि ये तो सामान्य-सी प्रक्रिया है। लेकिन ध्यान रखिए कि लोन लेने के लिए प्रीति ज़िंटा ने अपनी प्रॉपर्टी गिरवी रखी थी। ऐसे में जब प्रॉपर्टी गिरवी थी, तो बैंक को लोन सेटल करने की जल्दी क्यों थी? सवाल है कि क्या बैंक अधिकारियों ने रिश्वत लेकर या दबाव बनाकर डेढ़ करोड़ की लोन छूट दी? क्या प्रीति ज़िंटा की प्रॉपर्टी बेचकर वो पैसे नहीं निकाले जा सकते थे?

सवाल ज़रूरी इसलिए कि लोन के बट्टे खाते में जाना, या लोन पास होने के बाद उसमें छूट देना का मतलब होता है आम जमाकर्ताओं के पैसों को अपने चहेते लोगों को सरका देना।

Karishma Aziz
@Karishma_voice
हेलो
@smitaprakash

@ANI
, आपने मस्जिद में हुए विस्फोट को लेकर पुलिस और मस्जिद अधिकारियों का बयान क्यों नहीं लिया? साथ ही, आपने गिरफ्तार किए गए आरोपियों विजय राम गवहाणे और श्रीराम अशोक सगड़े के नाम भी क्यों नहीं बताए, जिन्होंने मस्जिद में जिलेटिन स्टिक रखी थी, जिससे विस्फोट हुआ?

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TRUE STORY
@TrueStoryUP
UP के मुज़फ्फरनगर मे न्याजुपुरा के एक किराए के घर मे नोट छापने का कारखाना चलता मिला। मौक़े पर 5 लाख से अधिक के नक़ली नोट मिले। यहाँ 6 आरोपी गुड्डू पुत्र पवन,फारूख पुत्र तरीकत,रितेश पुत्र सेवाराम, सुगनू उर्फ़ आकाश, अंकित व निखिल पकडे गए। जबकि रोहित व सचिन फरार हो गए। पुलिस इस बात की जाँच कर रही है की गैंग पैसा कमाने के लिए नक़ली करेंसी छाप रहा था.. या भारतीय अर्थव्यवस्था को कमज़ोर करने की साजिश थी।

Professor
@Professor_kum
सुने फ़र्ज़ी राजपूतों,

तुम कहते हो कि अगर पुलिस को हटा दिया जाए, तो अखिलेश यादव को घुटनों पर बिठा दोगे? सुनो बे बेवड़ों, तुम्हारे जैसे हर दिन समाजवादी कार्यकर्ता संभालते हैं। तुम गीदड़ों की तरह चीखते हो, बार-बार पुलिस हटाने की मांग करते हो। अरे, पुलिस तुम्हारे बाप की जागीर नहीं है, जो जब चाहो हटा दो और जब चाहो लगा दो। तुम जैसे दिखावटी शेर सिर्फ भीड़ में गरजते हो, लेकिन जब असली लड़ाई का वक्त आता है, तो अपने बिल में छुप जाते हो।

अगर तुम्हारा खून इतना ही गर्म था, तो अहमदाबाद में जब तुम्हारी पगड़ी को हाथ लगाया गया था, तब कहाँ चला गया था तुम्हारा राजपूताना शौर्य? तब क्यों नहीं उबाल आया था? तब क्यों नहीं लड़े थे? जब तुम्हारे अपमान पर तुम्हारी ही सरकारें चुप थीं, तब कहाँ थे ये फ़र्ज़ी सेनापति? तब तुम्हारा स्वाभिमान कहाँ चला गया था? सच्चाई यही है कि तुम सिर्फ कमजोरों पर हावी होने की कोशिश करते हो, मगर जब तुम्हारे जैसे किसी और से टकराते हो, तो अपनी औकात भूल जाते हो।

तुम लोग बस सोशल मीडिया पर चीखने वाले नकली योद्धा हो, जिन्हें यह भी नहीं पता कि यह देश अब संविधान से चलता है। इस देश में राजा बनने के लिए लोगों का दिल जीतना पड़ता है, न कि झूठी बहादुरी के नाम पर नफरत फैलाकर। संविधान ने तुम्हारे जैसे फ़र्ज़ी शूरवीरों की दुकानदारी बंद कर दी है, इसलिए अब तुम चीख-चीखकर पुलिस हटाने की बातें कर रहे हो। लेकिन याद रखना, नफरत की राजनीति ज्यादा दिन नहीं चलती। जब तुम्हारे पापों का घड़ा फूटेगा, तो तुम्हें खुद अपनी औकात समझ आ जाएगी।

तुम्हारे जैसे छुटभैया लोग जो अखिलेश यादव को गाली देकर फ़र्ज़ी फेमस होने की कोशिश कर रहे हैं, याद रखना—अगर अखिलेश यादव भी तुम्हारी भाषा में जवाब देने लगे, तो तुम्हें भागने के लिए कोई और बाबर बुलाना पड़ेगा। जब समाजवादी सड़क पर उतरते हैं, तो सत्ता तक हिल जाती है। और तुम जैसे नकली योद्धा सिर्फ कीबोर्ड पर शोर मचाते हैं। इतिहास गवाह है कि जब-जब समाजवादियों पर हमले हुए, तब-तब लड़ाई सड़कों पर लड़ी गई और फैसला जनता ने सुनाया।

फ़र्ज़ी सेनाओं से क्रांति नहीं आती, और न ही तुम्हारी गीदड़भभकियों से समाजवादी डरने वाले हैं। समाजवादी विचारधारा संघर्ष से बनी है, तुम्हारे जैसे नकली योद्धाओं से नहीं डरती। जब भी तुमने अन्याय किया है, जनता ने तुम्हें जवाब दिया है। और याद रखना, इस देश में नेता बनने के लिए संविधान के नियमों का पालन करना पड़ता है, तुम्हारी फ़र्ज़ी लड़ाइयों से कुछ नहीं होने वाला।

तो जितना चाहो चिल्ला लो, पुलिस हटाने की मांग कर लो, अपनी नकली ताकत दिखाने की कोशिश कर लो—लेकिन जिस दिन समाजवादी असली में मैदान में आ गए, उस दिन तुम पहचान भी नहीं पाओगे कि तुम्हारी फ़र्ज़ी सत्ता कब ढह गई।

Gulshan Yadav
@gulshankunda
·
Mar 30
प्रशासन से आग्रह है कि प्रतिदिन हो रहे अमर्यादित भड़काऊ चुनौतियों की समुचित व्यवस्था करें यदि कोई हमारे स्तित्व को मिटा देने की बात करेगा तो हम अपना स्तित्व बचाने के लिए सामना करने को तैयार है। यदि प्रशासन ऐसे लोगो से निपटने में असहाय हो तो हम लोगों को छूट दे दे हम लोग खुद निपट…

Samajwadi Party Media Cell
@mediacellsp

दलित समाज के नेता पर इस तरह की टिपण्णी करना क्या संवैधानिक है?

भाजपाराज और मुख्यमंत्री योगिराज में दलित पिछड़ों की सामाजिक स्थिति देख लीजिए, एक दलित सांसद को थूक चटवाने की बात कर रहे हैं, भाजपा के ही पिछड़े विधायक को इस भाजपा सरकार में झापड़ मार दिया जाता है, दलित सांसद पर थूकने, उसे जान से मारने की बातें ये भाजपाई कर रहे हैं।

सोचिए जब दलित पिछड़ा जनप्रतिनिधियों के साथ ये भाजपाई ऐसा सलूक करते हैं और सोचते हैं तो जमीन पर ये क्या ही सलूक करते होंगे, इसी उत्पीड़न, शोषण, अत्याचार के खिलाफ है समाजवादी पार्टी और समाजवादी पार्टी ऐसी कुत्सित भाजपाई कृत्य और मानसिकता का करारा जवाब देगी।

Rohini Acharya
@RohiniAcharya2
किसी सार्वजनिक – सरकारी कार्यक्रम में कभी किसी लाभार्थी महिला को ऐसे किसे के द्वारा पकड़ते , एक महिला को असहज करते किसी ने नहीं देखा होगा.. एक मानसिक विकृत – विक्षिप्त व्यक्ति ही ऐसा कर सकता है .. और सबसे बड़े अफ़सोस की बात तो ये है कि ऐसा ही एक व्यक्ति बिहार की मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान है .. ये कोई पहली घटना नहीं है, पिछले ही साल ऐसे ही एक कार्यक्रम में एक महिला उद्घोषिका के साथ बिल्कुल ऐसी ही गैरवाजिब – शर्मिंदा करने वाली हरकत की थी मुख्यमंत्री जी ने …

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Pawan Khera 🇮🇳
@Pawankhera
प्रधानमंत्री जी, यह आपने नहीं लिखा है इसलिए आपको क्या कहें।
हम जानते हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की डिक्शनरी, विचार व आचार में ‘समता’ का स्थान नहीं है, इसीलिए संघ हमेशा समरसता की बात करता है, समता की नहीं।
लेकिन यह जिस ने भी लिखा है, क्या उसे ‘समरसता’ भी लिखना नहीं आता?

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Kranti Kumar
@KraantiKumar
आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी आज नागपुर गए, जहां उन्होंने RSS के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार को स्मृति मंदिर में श्रद्धांजलि दी और बाबा साहेब अंबेडकर को दीक्षाभूमि में नमन किया.

मोदी जी RSS के कमांडो (प्रचारक) हैं. उन्हें शाखा धर्म रक्षा की कठोर ट्रेनिंग मिली है. एक गुजराती इतनी सटीक हिन्दी बोलता है ये RSS के शिक्षा की देन है.

RSS शाखा क्या सिखाया जाता है ?

1) वर्ण अव्यवस्था को बरकरार रखना
2) जाति को बनाए करना
3) पुरानी परंपरा और संस्कृति को लागू करना
4) आरक्षण को कमजोर करना
5) बहुजन चेतना को कमजोर करना

मैं, RSS, BJP और MODI जी का बड़ा फैन हूँ. इन संगठनों को चलाने वाले ब्राह्मण, ठाकुर, बनिया, जैन, खत्री और कायस्थों में गजब का आपसी भाईचारा, आपसी तालमेल और आपसी सामंजस्य है.

OBC SC ST समाज में आपसी भाईचारा, आपसी सहयोग और आपसी सामंजस्य नही है. इसी कारण वे शासक हैं, और जादव जी जाथव जी गुलाम हैं.

prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
Aman Ahmad 🔵 *गौर करो चिंतन करो* 🔵

🔵यदि *पृथ्वी* शेषनाग के फन पर टिकी है तो *शेषनाग* किस पर टिका है और बाकी दूसरे *ग्रह* किस पर टिके हैं❓

🔵यदि *भगवान* कण कण मे हैं तो थूक, *मल,मूत्र* मे
क्यो नही❓ . . . . . . . . . . . . . .

🔵अमरनाथ मे एक गुफ़ा हैl जिसके उपर सुराख से पानी टप टप टप टप गिरता रहता हैl जो सर्दी के मौसम मे जमकर *लिंग* का आकार ले लेता हैl तो उसे *भगवान* का *लिंग* कहा जाता हैl

🔵मगर
*_Switzerland *_Antarctica_* मे ऐसे लाखों आकार बनते है।

🔵*_Refrigerator_* मे ऐसे छोटे-छोटे लिंग के आकार बनते हैं| आखिर ये सब किसके किसके *लिंग* और हाँ ये सारे *लिंग* गर्मियों मे क्यों *पिघल* जाते हैं❓

🔵आखिर *पिछले जन्म* की याद केवल *भारत* मे ही क्यों आती है लोगो को❓

🔵 *ब्राह्मण* भगवान के सर से पैदा हुआ, क्षत्रिय छातीसे वैश्य पेटसे और शुद्र तलवे से तो *जैन, क्रिश्चन* कहा से पैदा हुए❓

🔵यदि *गंगा* नदी *शिव*जी की जटाओ से निकली है तो *यमुना,नील, अमेज़न, तिग्रिस, झेलम, ये नदियां किसकी जटाओ* से निकली थी ?

🔵देवी-देवता *_clean shave_* कैसे रहते हैंl *_Gillete_* का इस्तेमाल करते थे ,करते है क्या❓मगर *ब्रह्मा की दाढी-मूँछें कैसे ❓*

🔵 *देवी देवता* के खूबसूरत *ब्लाउज़, साड़ी, सूट* कौन करता था❓ ( _Designer_)
*फिटिंग* _कौनसा टेलर करता है? कहाँ रहता है वो टेलर_❓

🔵ये *देवी देवता* की *सवारी* केवल *भारतीय* जानवर *शेर, हाथी, चूहा, भैंस, उल्लू, गधा,* ही क्यों❓ विदेशी जानवर *कंगारू, ज़ेब्रा, डायनासौर, जिराफ* आदी क्यों नहीं❓ *क्या डायनासौर के युग के बाद देवी-देवता पैदा हो पाये*❓

🔵ये *देवी देवता* के हथियार *चाकू, तलवार, गदा, त्रिशूल* ही क्यों❓ अब तो ज़माना *बंदूक, मशीनगन* का हैl

🔵क्या आपको नही लगता कि ये प्राचीन *पाखंडी* लोगों के *दिमाग* की *उपज* थी❓

🔵क्योंकि वे भारत मे रहकर *विदेशों* के *जानवर , नदी , परिधान* से अंजान थेl *धर्म का आविष्कार केवल शोषण के उद्देश्य से हुआ हैl*

🔵हमारे देश मे *लक्ष्मी, कुबेर* की पुजा होती हैl मगर हम फिर भी गरीब क्यों❓ जबकि अमरीका, अरब, जापान, अमीर क्यों ❓

🔵हमारे देश मे *इंद्र देव* की पुजा होती हैl फिर भी हर साल जादा बाड़ या सूखा , भूस्खलन आपदा क्यों❓जबकि *यूरोप, इंग्लैंड* खुशहाल क्यों❓

🔵हमारे देश मे अन्न की देवी *अन्नपूर्णा* की *पूजा* होती हैl मगर फिर भी लाखों किसान *भुखमरी* से *आत्महत्या* क्यों करते हैं❓ब्राज़ील, रूस का किसान खुशहाल क्यों ❓

🔵विद्या की देवी *सरस्वती* की पुजा हमारे देश मे होती हैl फिर भी हम *अशिक्षा* से ग्रस्त क्यों ❓जबकि अमरीका, इंग्लैंड अतिशिक्षित, प्रगत क्यो❓

🔵हमारे देश मे पूजा-पाठ, दर्शन के लिये उत्तराखंड (केदारनाथ) गये तो लाखों भक्तों बच्चे, बूढे, महिलाए अपघात में क्यों मरते है❓
कभी *भक्तों* की *बस* खाई मे गिर जाती हैl कभी हादसा हो जाता है क्यों❓

🔵 *क्या आपको नही लगता की आपकेद्वारा दान-धर्म का पालन सीधे तौर पे राजनेता एवं धर्म के ठेकेदारों को लाभ पहुंचाता है❓*

🔵क्या आपको नही लगता की ये मात्र आपके *मस्तिष्क* का *भ्रम* है❓

🔵आखिर *धर्म* ने हमे दिया ही क्या है आज तक❓
(छुआ- छुत, ऊँच- नीच )

🔵सुख, शांति, संपत्ति तो दुनिया के लाखों करोड़ो *नास्तिकों* के पास भी हैl

prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
फांसी की सजा से बचने के लिए 👇
1. अदानी से चुनाव जीतने के लिए पैसा लिया गया
2. वह पैसा प्रशांत किशोर को दिया गया
3. उस पैसे से केंचुआ खरीदा गया
4. केंचुआ ने सुमित्रा महाजन के बेटे से ईवीएम खरीदीं
5.उन ईवीएम को जीबीएल नरसिम्हा राव ने सेट किया
6. प्रदीप गुप्ता से फर्जी सर्वे और एक्जिट पोल करा कर मोदी की हवा उड़ाई गई

👉चुनाव जीतकर संघ ने फांसी से इम्युनिटी दिलाने के लिए पीएम बनाया – पीएम बनकर अपना नाम नरसंहार के केसों से निकलवा लिया अदालत को धमकाकर लोया कर देने की धमकी देकर

✨अब जब तक रंगा-बिल्ला जिंदा हैं, ईवीएम ज़िंदाबाद है

prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
गाय को ब्राह्मण माता मानते हैं
गाय के शरीर में 33 करोड़ देवता वास करते हैं
गौ माता की पीठ में ब्रह्मा, गले में विष्णु और मुख में रुद्र निवास करते हैं, मध्य भाग में सभी देवगण और रोम रोम में सभी ‘महर्षि’ बसते हैं।
गाय पृथ्वी, ब्राह्मण और देव की प्रतीक है।
गाय को खिलाना और उसकी पूजा करना दैविक अनुष्ठान है ।
*****
क्या ऐसी दिव्य गाय-माता मरने के बाद भंगियों के द्वारा छूने से अस्पृश्य नहीं हो जाती? – इन्हें उठाकर खुद ब्राह्मण क्यों नहीं ले जाते और इनका दाह-संस्कार क्यों नहीं करते? – दाह-संस्कार न भी करें तो चमड़ा तो उतार ही सकते हैं !

prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
Navedita Dixit
�ब्राह्मण धर्म और बलात्कार �
🍷____ये है सनातन धर्म ____🍷

क्या आप जानते हैं ?
👉इन्द्र ने – गौतम ऋषि की पत्नी “अहिल्या ” के साथ रेप किया !
👉चन्द्रमा ने – अर्क अर्पण करती ब्रहस्पति की पत्नी “तारा ” के साथ रेप किया !
👉अगस्त्य ऋषि ने – सोम की पत्नी “रोहिणी ” के साथ रेप किया !
👉ब्रहस्पति ऋषि ने – औतथ्य की पत्नी व मरूत की पुत्री “ममता “के साथ रेप किया !
👉पराशर ऋषि ने – वरुण की पुत्री “काली “के साथ रेप किया !
👉विश्वामित्र ने – अप्सरा “मोहिनी” के साथ सम्भोग किया !
👉वशिष्ट ऋषि ने – “अक्षमाला ” के साथ रेप किया !
👉ययाति ऋषि ने – “विश्ववाची “के साथ रेप किया !
👉पांडु ने – “माधुरी “के साथ रेप किया !
👉राम के पूर्वज राजा दण्ड ने – शुक्राचार्य की पुत्री “अरजा “के साथ रेप किया !
👉ब्रह्मा ने – अपनी बहिन गायत्री और पुत्री सरस्वती के साथ रेप किया !
ऐसी न जानें कितनी घटनाएँ धर्म ग्रन्थों में भरी पढ़ी हैं इस पोस्ट को करने का मेरा एक ही मकसद है मैं हिन्दू धर्म के ठेकेदारों से पूछना चाहता हूँ ?
👆इन बलात्कारियों का 🔥दहन क्यों नहीँ ? और –
💥”रावण महान ” जैसे महा विद्वान शीलवान व्यक्तित्व का जिसने सीता का अपहरण तो किया पर कोई शील भंग नहीँ किया, ऐसे नारी को सम्मान देने वाले “रावण ” का दहन 🔥आखिर क्यों ?💥

यदि ” पूजा-पाठ ” करने से ही ” बुद्धि ” और ” शिक्षा ” आती तो…
” पंडों की औलादें ” ही विश्व में # वैज्ञानिक-डॉक्टर-इंजीनियर “# होती..!!
” वहम् ” से बचों अपने बच्चों को ” उच्च शिक्षा ” दिलवाओ..#
क्योंकि,
” शिक्षा ” से ही ” वैज्ञानिक-डॉक्टर-इंजीनियर ” और शासक बनते हैं ..!
# ” पूजा-पाठ ” से नहीं..!
# अतः ” वहम् ” का कोई ईलाज नहीं ..!!
और
” शिक्षा” का कोई # जवाब नहीं. “

Rohini Acharya
@RohiniAcharya2
फासीवादी विचारधारा के अनुयायियों – पोषकों को आईना दिखाने के लिए जानी जाने वाली बिहार की भूमि पर आ कर एक ऐसा शख्स, करोड़ों के महानायक – वंचितों के मसीहा लालू जी से सवाल कर रहा है, जिसे माननीय न्यायालय ने सभ्य – समाज के लिए खतरा बताते हुए तड़ीपारी की सजा सुनाई थी , गुजरात नरसंहार , गुजरात के पूर्व गृह – मंत्री हरेन पंड्या की हत्या, जस्टिस लोया की संदिग्ध मौत , सोहराबुद्दीन – उसकी गर्भवती पत्नी व् इशरत जहाँ के फर्जी मुठभेड़ , अंडरवर्ल्ड के साथ मिल कर गुजरात में चलाए जाने वाले वसूली – रैकेट जैसे अनेकों मामलों में जिसकी भूमिका पर अभी भी सवाल तमाम हैं ..

लालू जी से सवाल पूछने वाले को पहले ये बताना चाहिए कि “नोटबंदी के दौरान उसकी चेयरमैनशिप वाले सहकारी ( कोऑपरेटिव ) बैंक में हजारों करोड़ की हेरा – फेरी का मामला क्या है ? कहाँ गए हजारों करोड़ के वो प्रतिबंधित नोट , जिनका ट्रांजेक्शन उस बैंक से हुआ ? कैसे रातो – रात लाखों से अरबों रुपए के टर्न ओवर वाली कंपनी बन गयी उसके बेटे की कंपनी ?” ..

पहले इन सवालों के जवाब मिल जाएं तो सवाल और भी हैं ‘उसके’ लिए जिसका दामन दागदार ही नहीं स्याह है ..

डिस्क्लेमर : लेखक के निजी विचार हैं, सभी लेख X पर वॉयरल हैं, तीसरी जंग हिंदी का कोई सरोकार नहीं!