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वाजपेयी की गवाही
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राम जेठमलानी ने एक पत्रकारवार्ता में लीलाधर वाजपेयी को ला खड़ा किया जिनका दावा है कि अटल बिहारी वाजपेयी की गवाही पर चार स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को सज़ा सुनाई गई थी.
लीलाधर वाजपेयी आगरा के पास बटेश्वर गाँव के ही रहने वाले हैं जो प्रधानमंत्री वाजपेयी का भी गाँव है.
उनका कहना है कि 27 अगस्त 1942 को कोई डेढ़ दो सौ लोग जंगल विभाग की एक बिल्डिंग पर तिरंगा झंडा फहरा रहे थे. उस समय अटल बिहारी वाजपेयी और उनके भाई प्रेम बिहारी वाजपेयी भीड़ से दूर खड़े हुए थे.
उन्होंने पत्रकारवार्ता में बताया कि पुलिस ने उसी समय बहुत से लोगों को गिरफ़्तार कर लिया. उनमें अटल बिहारी वाजपेयी और उनके भाई भी थे.
उनका कहना है, ”वाजपेयी जी के पिता ने अंग्रेज़ अफ़सरों से कहकर दोनों भाइयों को छुड़वा लिया और इन दोनों भाइयों ने बाद में स्वतंत्रता सेनानियों के ख़िलाफ़ अदालत में गवाही दी थी.”
अदालत के कागज़ात बाँटते हुए लीलाधर वाजपेयी ने कहा कि दोनों भाइयों की गवाही से चार स्वतंत्रता सेनानियों को जेल भी जाना पड़ा.
उनका आरोप है कि अटल बिहारी वाजपेयी ने बाद में अपने भाई को ताम्रपत्र भी दिलवा दिया.
उन्होंने कहा कि अदालत में आरोप लगाया गया था कि सरकारी इमारत को जलाया गया और गिरा दिया गया लेकिन सच यह है कि वहाँ सिर्फ़ झंडा फहराया गया था.
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सबसे दिलचस्प यह है कि ये वही अटल बिहारी वाजपेयी हैं जिन्होंने स्वयं इस बात को कबूला है कि उन्होंने वर्ष 1942 में अंग्रेजों की मुखबिरी की। मुखबिरी यानी देश की आजादी की लड़ाई लड़ रहे देशभक्तों के साथ गद्दारी।
वाजपेयी के गद्दार होने की बात वर्ष 1998 में एक अंग्रेजी पत्रिका “फ़्रंटलाइन” ने प्रमाण के साथ प्रकाशित किया था। इस पत्रिका के मुताबिक 1 सितंबर 1942 को वाजपेयी ने एक दंडाधिकारी के समक्ष एक बयान दिया था। इस बयान में वाजपेयी का बयान उर्दू और हस्ताक्षर अंग्रेजी में था। इसके अलावा मजिस्ट्रेट ने अपनी टिप्प्णी अंग्रेजी में लिखा था। उस समय वाजपेयी 16 साल के थे और आरएसएस के सक्रिय सदस्य थे। यह उल्लेखनीय है कि आरएसएस का स्वतंत्रता संग्राम से कोई लेना देना नहीं था। वह केवल देश में हिन्दूओं को प्रधानता मिले, इसका पक्षधर थी। यहां तक कि वाजपेयी ने भी स्वयं स्वीकार किया है कि उन्होंने आजादी की लड़ाई में भाग नहीं लिया। फ़्रंटलाइन के संपादक को दिये साक्षात्कार में वाजपेयी ने स्वीकार किया कि 27 अगस्त 1942 को आगरा मे अपने गांव बटेश्वर में एक प्रदर्शन के दौरान वे एक दर्शक की भूमिका में थे।
1 सितंबर 1942 को अटल बिहारी वाजपेयी ने क्लास-2 मजिस्ट्रेट एस हसन के समक्ष अपना बयान दिया था। उनके इसी बयान पर उनके मित्र लीलाधर वाजपेयी को सजा मिली थी। वाजपेयी के जैसे उनके बड़े भाई प्रेम बिहारी वाजपेयी ने भी देश के साथ गद्दारी की थी। उन्होंने भी समान बयान मजिस्ट्रेट के समक्ष दिया था। मजिस्ट्रेट ने अटल बिहारी वाजपेयी से पूछा था कि क्या तुमने किसी हिंसक गतिविधि में भाग लिया है? अपने बयान में तब वाजपेयी ने कहा था कि
मेरा नाम : अटल बिहारी, पित का नाम : गौरी शंकर, मेरी जाति : ब्राह्म्ण, उम्र : 20 वर्ष, पेशा : छात्र, ग्वालियर कालेज, मेरा पता : बटेश्वर, थाना : बाह, जिला , आगरा है।
27 अगस्त 1942 को प्रदर्शनकारी बटेश्वर बाजार में एकजुट हुए थे। तब 2 बजे के करीब ककुआ ऊर्फ़ लीलाधर और महुआन वहां आये और भाषण दिया। भाषण देने के क्रम में इन दोनों ने लोगों को कानून तोड़ने को प्रेरित किया। करीब 200 लोगों ने बटेश्वर में वन विभाग के कार्यालय को घेर लिया। मैं और मेरे भाई दोनों अलग थे। सभी लोग कार्यालय का दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गये। मैं केवल ककुआ और महुआन दो लोगों का नाम जानता हूं और किसी का नहीं। मुझे लगा कि ईंटें गिरने लगी हैं। मैं नहीं जानता कि ईंटें कौन फ़ेंक रहा था लेकिन ईंटें जरुर गिर रही थीं।
यह देखकर मैं और मेरे भाई वहां से निकल मयपुरा की ओर जाने लगे। हमारे पीछे भीड़ थी। उस समय फ़ारेस्ट आफ़िसर के कार्यालय को लोग तोड़ रहे थे। इसमें मेरी कोई भूमिका नहीं थी। मैं 100 गज दूर खड़ा था।
अटल बिहारी वाजपेयी के इस बयान को मजिस्ट्रेट एस हसन के समक्ष रिकार्ड किया था। मजिस्ट्रेट ने उनके बयान में अपनी ओर से यह टिप्पणी अंग्रेजी में दर्ज की।👇
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I have explained to Atal Behari son of Gauri Shankar that he is not bound to make a confession and that if he does so, any confession he may make may be used as evidence against him. I believe that this confession was voluntarily made. It was taken in my presence and hearing and was read over to Atal Behari who made it; it was admitted by him to be correct and it contains a full and true account of the statement made by him.
Signed: S. Hassan
Magistrate II Class
1.9.1942.
Surendra Rajput
@ssrajputINC
ये जोड़ा भी गुजरात का है साथ निभाने के लिये घर से भाग गये
और वो भी गुजरात से हैं साथ छोड़ने के लिये घर से भाग गया ।
1961 में घर से भागे, अब 2024 में रीति-रिवाज से की शादी, गुजराती कपल की अनोखी प्रेम कहानी!
कहानी 1960 के दशक की है, तब के समाज में जाति से बड़ा कुछ नहीं था और अंतरजातीय विवाह तो मानो बवंडर मचाने जैसा था, लेकिन दिल के तार कहां किसी नियम-कायदे से चलते हैं! हर्ष, जो जैन थे और मृदु, जो ब्राह्मण थीं, स्कूल में मिले, प्यार की चिंगारी भले ही पहली नजर में न भड़की हो, लेकिन खतों के जरिए उनके दिलों ने धीरे-धीरे एक-दूसरे का हालचाल पूछना शुरू कर दिया.
फिर आया वो दिन जब उन्हें फैसला लेना था – समाज या प्यार? और उन्होंने बिना झिझके प्यार को चुना. दोनों ने साथ रहने की ठानी और एक रात भाग निकले—मृदु के बदन पर बस एक 10 रुपये की साड़ी थी, न कोई धूमधाम, न परिवार का आशीर्वाद, बस एक-दूसरे पर अटूट विश्वास. शादी मंदिर में चुपचाप हो गई.
फिर अब 64 साल बाद, उनके पोते-पोतियों ने ऐसा सरप्राइज दिया कि हर आंख नम हो गई, उन्होंने उनके लिए वही शादी समारोह आयोजित किया, जो बरसों पहले अधूरा रह गया था,
रिश्तेदार जुटे, मंडप सजा और इस बार परिवार ने उन्हें आशीर्वाद दिया, पवित्र अग्नि के सामने जब हर्ष और मृदु ने दोबारा सात फेरे लिए, तो ऐसा लगा मानो वक्त भी उनके प्यार को सलाम कर रहा हो.
Gurpreet Garry Walia
@garrywalia_
मोदी की रिटायरमेंट और नया बॉस !
मोदी के नागपुर में आरएसएस हेडक्वार्टर जाने के एक दिन बाद उद्धव ठाकरे की शिवसेना के नेता संजय राउत के बयान ने सबको चौंका दिया है.
संजय राउत ने कहा कि पीएम मोदी इस साल 75 साल के होने जा रहे हैं लिहाजा अपने रिटायरमेंट प्लान के बारे में चर्चा करने के लिए संघ के मुख्यालय गए थे.
राउत ने दावा करते हुए कहा कि संघ तय करेगा कि पीएम नरेंद्र मोदी का उत्तराधिकारी कौन होगा. उन्होंने ये भी कहा कि मोदी का उत्तराधिकारी महाराष्ट्र से होगा.
क्या लगता है मोदी के बाद भाजपा में किसका राज आयेगा ?
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सावरकर बहुत शातिर अपराधी था:
1. खुद बलात्कार किया और फर्जी नाम अगम्य गुरू अपनी किताब में लिख दिया – जबकि इस नाम का कोई आदमी पैदा ही नहीं हुआ
2. छद्म नाम से खुद की जीवनी लिख डाली और खुद को वीर की उपाधि दे डाली
3. ऊधमसिंह और गोडसे को हत्या के लिए उकसाया, बचा लेने का वायदा किया और बाद में किनारे हट गया
4. गांधी हत्या की पिस्तौल गोडसे तक पहुँचाने में उसी की साजिश थी।
Gurpreet Garry Walia
@garrywalia_
क्यों बड़ा युद्ध छिड़ने वाला है ?
रविवार को एनबीसी से बातचीत में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अगर परमाणु कार्यक्रम को लेकर ईरान समझौते पर नहीं पहुंचा, तो बमबारी की जाएगी
तेहरान टाइम्स के मुताबिक ईरान ने ट्रंप की चेतावनी का जवाब देते हुए कहा कि हमारे मिसाइल पूरी तरह से तैयार हैं जो इस तरह के किसी भी हमले का सामना करने के लिए ही डिजाइन किए गए हैं .
दोनों मुल्कों की धमकिया देख तो लगता है हालात किसी भी वक्त बिगड़ सकते है और युद्ध जैसी स्तिथि पैदा हो सकती है
Mirwaiz Umar Farooq
@MirwaizKashmir
I am deeply pained and strongly condemn the authorities decision to once again deny the Muslims of Kashmir the basic right to offer Eid prayers at Eidgah and Jama Masjid which have been closed down and I have been detained at home
Even at the peak of miltancy during 1990’s Eid prayers were offered at Eidgah , so now when huge claims of “normalcy “ are made everyday by the authorities , why are Muslims being kept away from their religious places and practices? What is the agenda ? Is the collective identify of Kashmiri Muslims a threat to the rulers ?
Eidgah and Jama Masjid belong to the people. Barring them from these sacred spaces even on Eid reflects an oppressive and authoritarian approach that prevails in Kashmir today.
Sachin Gupta
@SachinGuptaUP
RSS के टॉप लीडर सुरेश भैयाजी जोशी ने कहा–
‘औरंगजेब का विषय अनावश्यक उठाया गया है। उसकी मृत्यु यहां हुई तो कब्र यहां बनी हुई है। जिनको श्रद्धा है, वो जाएंगे। छत्रपति शिवाजी महाराज ने तो अफजल खान की कब्र बनवाई थी। भारत की ये उदारता की समावेशिता का प्रतीक है। वो कब्र रहे, जिसको जाना है जाए’
Jaiky Yadav
@JaikyYadav16
महाकुंभ में वायरल हुईं मोनालिसा को अपनी फ़िल्म की हीरोइन बनाने का दावा करने वाले डायरेक्टर सनोज मिश्रा रेप केस में गिरफ़्तार हुए हैं,
दरअसल मामला कुछ ऐसा है कि
सनोज मिश्रा पर झांसी की रहने वाली एक महिला ने फ़िल्म में काम देने का झांसा देकर शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया है,
सनोज मिश्रा पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं, अब दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार कर लिया है।
Hend F Q
@LadyVelvet_HFQ
I wonder how many Israelis Israel killed when it bombed Gaza in the last few days since they’re killing everyone then blame it on Hummus.
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हाथ में पिस्तौल लिए गोडसे को पकड़ने वाला दुस्साहसी रघुनाथ नायक, बिड़ला हाउस का माली
President of India
@rashtrapatibhvn
ईद-उल-फित्र के मुबारक मौके पर सभी देशवासियों, विशेष रूप से मुस्लिम भाईयों और बहनों को बधाई। यह त्योहार भाईचारे की भावना को मजबूत बनाता है तथा करुणा-भाव और दान की प्रवृत्ति को अपनाने का संदेश देता है। मैं कामना करती हूं कि यह पर्व सभी के जीवन में शांति, समृद्धि और खुशियां लेकर आए तथा सबके दिलों में नेकी के रास्ते पर आगे बढ़ने के जज़्बे को मजबूत बनाए।
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विभाजन का आधार धर्म था ही नहीं – आधार थी जनसंख्या की बहुलता
इसी आधार पर श्यामाप्रसाद ने बंगाल का विभाजन किया था – मुस्लिम बहुल पूर्वी बंगाल, हिन्दू बहुल पश्चिमी बंगाल
इसी आधार पर सावरकर श्यामाप्रसाद और पटेल कश्मीर को पाकिस्तान को दे रहे थे
सावरकर का खुद का द्वि राष्ट्र सिद्धांत धर्म पर आधारित नहीें था – उसका कहना था ‘इस देश में दो राष्ट्र हैं’ – माने दो नेशनेल्टीज हैं और उनके लिए दो राष्ट्र हों
धर्म का आधार नहीें था इसीलिए दोनों देश ‘धर्मनिरपेक्ष’ घोषित किए गए थे।
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कश्मीर के भारत मेें शामिल होने की केवल 3 शर्तें थीं 👇
👉कश्मीर में भारत की मुद्रा चलेगी
👉कश्मीर में भारत का पासपोर्ट चलेगा
👉भारत की सेना कश्मीर की सीमा की सुरक्षा करेगी
✨बाक़ी सब कुछ कश्मीर का होगा – कानून और संविधान तक✨
इसीलिए 👉कश्मीर में चुनाव 5 नहीें 6 साल में होते थे और 👉1965 तक कश्मीर का प्रधान मंत्री होता था
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कश्मीर अधिग्रहण की शर्त 370 तोड़कर अब भारत का कश्मीर देश भर सैनिक कब्ज़ा है
Supriya Shrinate
@SupriyaShrinate
वक़्फ़ बिल पर BJP की बदनीयत का पर्दाफाश
▪️वही मुसलमान जो 5 साल से धर्म का पालन कर रहा है अपनी ज़मीन दे सकता है 🔺कोई भी कहीं भी दान दे सकता है, और क्या सरकार घरों में कैमरा लगा कर पता करेगी कौन कितनी बार नमाज़ पढ़ रहा है?
▪️सचर कमिटी ने कहा ₹12,000 करोड़ आमदनी होनी चाहिए
🔺इसी सचर कमिटी को BJP लगातार कोसती थी
🔺आमदनी की चिंता है तो नीरव मोदी को पकड़ लाओ, 12 नहीं 20,000 करोड़ मिल जाएगा
🔺सचर कमिटी ने तो यह भी कहा था कि तमाम वक़्फ़ की ज़मीनों पर सरकार का क़ब्ज़ा है
🔺 सचर कमिटी ने Waqf Development Corporation की भी बात की थी
▪️वक़्फ़ बोर्ड में ग़ैर मुस्लिम को डाले जाएँगे
🔺संविधान के Art 25 & 26 का उल्लंघन – हर धर्म को अपने धार्मिक स्थलों को चलाने की स्वतंत्रता
🔺गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में सिख होते हैं
🔺मंदिर ट्रस्ट में हिंदू होते हैं
🔺राम जन्मभूमि ट्रस्ट में तो यह शर्त है कि अगर अयोध्या का DM हिंदू नहीं है तो वो ट्रस्ट में नहीं हो सकता, और जो IAS अधिकारी केंद्र और राज्य से आयेंगे उनका हिंदू होना अनिवार्य है
▪️महिलाओं को डालेंगे वक़्फ़ बोर्ड में
🔺2013 के संशोधन के बाद से महिलायें वक़्फ़ बोर्ड का हिस्सा हो सकती हैं
▪️वक़्फ़ बोर्ड पर मुसलमानों का क़ब्ज़ा
🔺तमाम हिंदुओं की दुकानें और कारोबार वक़्फ़ की ज़मीन पर हैं
ravish kumar
@ravishndtv
सोर्स बताने के लिये FIR कैसे कर सकते हैं ? फिर तो अखबार से लेकर टीवी तक बंद कर दीजिए। सवाल है कि जो ख़बर बाहर आई है वो ग़लत है या सही है? क्या इसका खंडन किया जा रहा है? जब सूचना बाहर आने से कोई फर्क नहीं पड़ रहा तो सूचना किसने दी इसे लेकर केस क्यों किया जा रहा है? सरकार का समय और पैसा बर्बाद करने से अच्छा है कि पैसा डबल कर दिया जाता कि लो देखो हमें जो मन करेगा वही करेंगे।
Sachin Gupta
@SachinGuptaUP
मेरठ में ईद की नमाज के बाद मुस्लिमों ने एक पोस्टर लहराया।
इस पर लिखा था- सड़कों पर सिर्फ मुस्लिम नमाज नहीं पढ़ते हैं।
– हिन्दू होली सड़कों पर मनाता है
– शिवरात्रि सड़कों पर मनाता है
– कांवड़िया सड़क पर निकलता है
– रामनवमी यात्रा सड़क पर करता है
– दिवाली पर पटाखे सड़क पर फोड़ता है
– गणेश चतुर्थी सड़कों पर मनाता है

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यह अख़बार आज नहीं छपा है!
कहाँ तक झुठलाएँगे कि संघ का गाँधी हत्या में कोई हाथ नहीं है!
भारत समाचार | Bharat Samachar
@bstvlive
🔹 अलीगढ़: BJP सांसद सतीश गौतम का विवादित बयान 🔹
🗣️ “मेरा त्योहार ईद नहीं, होली और दिवाली है” – सतीश गौतम
⚖️ संभल की घटना पर बोले- हुड़दंग मचाओगे तो पुलिस अपना काम करेगी
🚫 “गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं होगी, सड़क पर नमाज पढ़कर संख्या दिखाना चाहते हैं”
Dr. Udit Raj
@Dr_Uditraj
जयपुर में ईद के अवसर पर जाट – मुस्लिम दंगा की बहुत बड़ी साजिश रची गई थी । एक व्यक्ति ने मंदिर में घुस कर मूर्ति तोड़ दी और जहां मूर्ति तोड़ी गई, वहां अधिकांश मुस्लिम आबादी रहती है और ईमानदार और निष्पक्ष जयपुर पुलिस ने सही जांच किया तो पता लगा कि सिद्धार्थ सिंह नामक व्यक्ति ने यह किया ।99% घटनाएं इसी तरह से होती हैं ।
Pushkar Singh Dhami
@pushkardhami
हरिद्वार जनपद का औरंगज़ेबपुर अब शिवाजी नगर के नाम से जाना जाएगा…
जनभावनाओं के अनुरूप हरिद्वार, देहरादून, नैनीताल और उद्धम सिंह नगर जनपदों में स्थित विभिन्न स्थानों के नाम परिवर्तित किए गए हैं।
Rashtriya Janata Dal
@RJDforIndia
अमित शाह ने 19 मिनट के भाषण में 18 बार परम आदरणीय परम पूजनीय श्री लालू यादव जी का नाम लिया, वो लालू प्रसाद जो 20 साल से सत्ता से बाहर है।
अंदाजा लगाइए लालू जी का नाम कितना बड़ा है जो तड़ीपार को सोने नहीं देता! लालू यादवाय नमः का सुमरन कर ये बेड़ा पार करना चाहते है। जय समाजवाद! जय लालू!
Narendra Pratap
@hindipatrakar
आज #मेरठ में ABVP ने 2 घंटे में तीन बार सपा सांसद रामजीलाल सुमन का पुतला जलाने की कोशिश की लेकिन तीसरी बार भी पुलिस वाले पुतला लेकर भाग गए. खुद को “डायनामाइट” कहने वाले हाथ मलते रह गए
भाजपा की सरकारों में छात्र राजनीति का पतन हो चुका है. केवल विपक्षी दल ही नहीं खुद बीजेपी के छात्र संगठन की सियासत और संघर्ष बीते कई सालों से सड़क पर नहीं दिखा.
यदा-कदा चुनाव के दौरान छात्रों को भीड़ बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. छात्रों के अंदर न तो सियासत की ललक है, और ना ही नेता बनने का जुनून.
आगरा के सपा सांसद रामजीलाल सुमन राणा सांगा पर विवादित बयान दिया तो आज बीजेपी का अनुसांगिक संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पूरे प्रदेश में उनके पुतले फूंक रहा था.
बीजेपी के बड़े नेताओं ने इस मुद्दे पर जुबान दबा रखी है. करणी सेना और ABVP को आगे किया जा रहा है. बीजेपी जानती है कि सुमन दलित है और इस मुद्दे पर आमने सामने होने का मतलब नुकसान है
OVER 2,000 DEAD IN MYANMAR QUAKE — AID BLOCKED TO OPPOSITION AREAS
Myanmar’s earthquake has killed at least 2,056 people, with over 3,900 injured and 270 still missing.
Aid groups say the military is deliberately blocking relief to opposition-held regions, turning a natural disaster into a deepening humanitarian crisis.
The UN warns continued military operations in quake-hit zones “risk further loss of life.”
As bodies pile up, pressure mounts on the junta from both citizens and within its own ranks.
Sources: The Independent, ABC
Kranti Kumar
@KraantiKumar
आम आदमी पार्टी ने कद्दावर नेता संजय सिंह ने अपने भाषण से पार्लियामेंट में BJP सांसदों को हिलाकर रख दिया.
संजय सिंह ने सवाल किया : किस मुसलमान ने कहा था दलितों को कमर में झाड़ू और गले में हंडी बांधकर पुणे की सड़कों पर चलना है.
किस मुसलमान ने कहा था हमारे बगल दलित बैठकर खाना नही खा सकता.
किस मुसलमान ने कहा था दलितों का मंदिर में प्रवेश वर्जित है.
किस मुसलमान ने कहा था जानवर तालाब में पानी पी सकता है लेकिन दलित समाज का व्यक्ति पानी नही पी सकता.
आम आदमी पार्टी में मुझे केवल संजय सिंह पसंद हैं. ठाकुर न्याय प्रिय होते हैं. ठाकुर वीपी सिंह और ठाकुर अर्जुन सिंह ने हमारे जननायक हैं.
prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
समानताएं देखिए:
1. हिटलर बहुत सामान्य परिवार से था
2. वह बहुत छोटा कार्यकर्ता था
3. बड़े नेताओं को रौंदकर ऊपर चढ़ा
4. ‘New Germany’ देने का वायदा किया
5. डेमोक्रेसी के रास्ते सत्ता में आया
6. ‘शुद्ध आर्य रक्त’ की बात करता था
7. देशभक्ति और राष्ट्रवाद का झांसा दिया
8. सारी संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा किया
9. किसी को भी उसके खिलाफ बोलने की या काम करने की हिम्मत नहीं थी
10. सुरक्षा बलों और जांच एजेंसियों से उसने सबका दमन किया
11. देश की अर्थ व्यवस्था का भट्टा बिठला दिया सैनिक हथियारों की होड़ में
12. त्रस्त जनता से बचने के लिए युद्ध का उपयोग किया ध्यान बटाने के लिए
आगे की कहानी आपको मालूम ही है
ध्यान दें:
संघ में प्रचारक के लिए हिटलर की जीवनी पढ़ना और उसके आदर्शों का पालन करना अनिवार्य है
prof dr Arun Prakash Mishra 🇺🇲
@profapm
✨हत्यारा नाथूराम गोडसे✨
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यह पिस्तौल 1945 में अंग्रेजों द्वारा महंत दिग्विजय नाथ को दी गई थी…
जिसकी चोरी की रिपोर्ट मिलने के तीसरे ही दिन ही लिखा दी गई थी…
सबसे पहले आंतकवादी नाथूराम गोडसे ने बैंगलोर के एक प्राइवेट अस्पताल में ज़बरदस्ती खतना करा कर अपने हाथ पे अब्दुल्लाह गुदवा लिया था… और फिर इसी पिस्तौल से महात्मा गांधी को 30 जनवरी 1948 को गोली मारकर हत्या कर दी थी…
उस कुछ संतरों ने ये अफवाह भी उड़ाई कि एक मुस्लिम ने गाँधी की हत्या कर दी है…
संयोगवश उस समय कुछ लोगों ने गोडसे को पकड़ लिया और पहचान लिया…
जिसके पश्चात् तुरंत प्रसारण हुआ रेडियो पर की एक हिन्दू ने महात्मा गांधी को शहीद कर दिया है… इस तरह से एक बड़ा प्रायोजित दंगा होने से भारत को बचा लिया गया…
इस सबका जिक्र आज भी इतिहास के पन्नों में दर्ज है… और आज वही संतरे देश के ठेकेदार और हिन्दुओं के ठेकेदार बने बैठे हैं…
Science Journey
@ScienceJourney2
भारत का इतिहास पूर्व बुद्ध से सुरु होते हुए सम्राट असोक से गुजरता है ।
आज भारत के सभी नेशनल प्रतीक बुद्ध और बुद्धिज्म से जुड़े है और इस्लाम ही नहीं ब्राह्मणिज्म के के ज्यादातर स्मारक की सही से जाँच करे तो नीचे सम्राट असोक के 84000 स्तूप सहित महाविहार, बुद्ध बोधिसत्व के ट्रेस ही मिलेंगे ।
इब्न बतूता 14 वी सदी में लिखा गया की जामा मस्जिद में सम्राट असोक के पिलर यानी लट थी और सीढ़ियो में मूर्तिया दबाई गई थी जिस पर चढ़ कर लोग भीतर जाते थे । अलबरूनी ने लिखा कि मुल्तान (महायान का गढ़ हुआ करता था तब ) की मूर्ति में मुस्लिम ने गो हड्डियाँ टंगवा दी थी । फिर बाद के मुस्लिम ने उसपर मस्जिद खड़ी की ।
रिफरेन्स संलग्न है पढ़ लेवे
Rashtriya Janata Dal
@RJDforIndia
किसी ने गलत लिख कर दे दिया और अमित शाह ने बाँच दिया।
अमित शाह का बेटा तो कर्टली एम्ब्रोस, कोर्टनी वॉल्श, डेनिस लिली की गेंदों को खेल कर क्रिकेट बोर्ड का अध्यक्ष बना है। है ना? नेताओं के बच्चे तो जनता के वोटों से जीतते और हारते भी है लेकिन इस मोहतरम का क्रिकेट की दुनिया में क्या योगदान है?